कोटद्वारः लॉकडॉउन के चलते जसोधरपुर स्टील फैक्ट्री में कार्यरत श्रमिकों और मजदूरों के आगे रोजी रोटी का संकट गहरा गया है. फैक्ट्री प्रबंधन की ओर से वेतन और मजदूरी नहीं दी गई है. श्रमिक कई बार अपनी मजदूरी के लिए गुहार लगा चुके हैं, लेकिन किसी ने भी इनकी नहीं सुनी. आखिर में सभी मजदूर कलालघाटी चौकी पहुंचे और मदद की गुहार लगाई. अफसोस चौकी में मौजूद कर्मचारियों ने लॉकडॉउन का हवाला देकर सभी श्रमिकों को चौकी से भगा दिया. ऐसे में इन मजदूरों के आगे भुखमरी जैसी स्थिति पैदा हो गई है.
बता दें कि राज्य सरकार की ओर से दैनिक वेतन भोगियों और मजदूरों को सहायता पहुंचाने के लिए राशन की व्यवस्था की जा रही है. लेकिन फैक्ट्री प्रंबधन इन मजदूरों की सुध नहीं ले रहा है. फैक्ट्री में काम करने वाले मजदूर कन्हैया ने बताया कि वो लोग बिहार से आए हैं. कोटद्वार स्टील में लंबे समय से काम कर रहे हैं. बीते 2 महीने से फैक्ट्री मालिक ने उनका पैसा नहीं दिया है. ऐसे में उनके सामने खाने के भी लाले पड़ गए हैं. श्रमिक कन्हैया ने कहा कि जब फैक्ट्री मालिक से पैसे मांगे तो उन्होंने ठेकेदार और मुंशी से लेने को कहा. लेकिन किसी ने भी एक पैसा भी नहीं दिया.
वहीं, एक अन्य बिहार निवासी मजदूर ने कहा कि उन्हें वेतन का एक रुपया भी नहीं मिला है. ऐसे में घर पर भी क्या भेजें? घर पर भी राशन खत्म हो चुका है. उनके परिवार को कोई देखने वाला नहीं है. उन्होंने कहा कि जब फैक्ट्री चल रही थी तो उनसे काम करवाया गया. अब फैक्ट्री बंद हो गई तो उन्हें वेतन भी नहीं दिया जा रहा है. वो सभी पुलिस के पास गुहार लगाने के लिए गए थे, लेकिन उन्होंने सभी को भगा दिया.