श्रीनगर: नगर पालिका में इन दिनों कुछ भी ठीक नहीं चल रहा है. कोरोना में जहां नगर पालिका में एकता होनी चाहिए थी. लेकिन पालिका दो फाड़ में बंटी हुई है. जिससे नगर के कार्य प्रभावित हो रहे है. वहीं, पूरे मामले में नगर पालिका अध्यक्ष पूनम तिवाड़ी ने पालिका वार्डों के सात सभासदों पर सहयोग नहीं करने का आरोप लगाया है.
पूनम तिवाड़ी का कहना है कि पालिका में अब तक 2021-22 के नए वित्तीय बजट स्वीकृति के लिए तीन बार बैठक आयोजित की गई. लेकिन भाजपा समर्थित 7 सभासद बैठकों में नहीं आ रहे हैं, जिससे कोरोना महामारी में ना कर्मियों का वेतन दिया जा रहा है और नहीं शहर में विकास कार्य, सैनिटाइजेशन कार्य, घाटों में लकड़ियों की व्यवस्थाओं से लेकर घाटों पर मुलभूत सुविधाओं को बढ़ाया नहीं जा पा रहा है.
ये भी पढ़ें: शादी से पहले दुल्हन हुई कोरोना पॉजिटिव, PPE किट पहनकर लिए सात फेरे
उन्होंने कहा कि कर्मियों ओर सफाई कर्मचारियों ने उन्हें 10 मई तक वेतन नहीं मिलने पर कार्य बहिष्कार की धमकी दी है. पालिका अध्यक्ष ने कहा के कर्मियों के वेतन नहीं मिलने का सारा दोष सभासदों का है.
वहीं, दूसरी तरह पालिका के 7 सभासदों ने जिलाधिकारी, उपजिलाधिकारी, शहरी विकास मंत्री को पत्र लिख चुके है कि कोरोना को देखते हुए पालिका में बैठकों का आयोजन खतरे का सबब हो सकता है. वे कोरोना काल मे किसी भी बैठक में हिस्सा नहीं लेंगे. साथ ही कर्मियों को जल्द वेतन देने की अपील की है.