श्रीनगर: चोरी का आलम ये कि चोर अब श्मशान घाटों को भी नहीं बख्श रहे हैं. ऐसा ही कुछ पौड़ी के सबसे बड़े शहर श्रीनगर के आईटीआई घाट पर देखने को मिला. श्रीनगर में ईटीवी भारत ने ग्राउंड जीरो पर जाकर इस घाट का दौरा किया.
पौड़ी जिले के सबसे बड़े आईटीआई घाट पर जाकर ये मालूम चला कि चोरों ने रात को उजाला करने वाली आधा दर्जन लाइटों की बैटरियों पर हाथ साफ कर दिया है. शरारती तत्वों ने शौचालयों के दरवाजे चोरी कर दिये हैं. पानी पीने की टोंटी तक गायब हो गयी है. इन सब के बाद भी इस घाट की कोई सुध लेने वाला नहीं है. पिछले एक साल से इस घाट की सफाई तक नहीं की गई है.
स्थानीय निवासी सुनील रावत ने बताया कि पिछली दफा अंकिता भंडारी के दाह संस्कार के समय इस घाट की साफ सफाई जिला प्रशासन द्वारा की गई थी. उस दिन इस घाट पर रेड कार्पेट भी बिछाया गया था, लेकिन एक साल बीत जाने के बाद आज तक इस घाट की सफाई नहीं की गयी है. लोगों के बैठने के लिए लगाई गई बेंच नदी के द्वारा लाई गयी रेत में दब चुकी है.
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सुनील रावत ने दिखाया कि, बाथरूम, शौचालयों के दरवाजे तोड़ दिए गए हैं. लोगों की प्यास बुझाने के किये लगाए गए पानी के नलों की टोंटी तक चोरों ने उड़ा ली हैं. लाइटों की बैटरियां गायब हैं. रात होते ही घाट अंधेरे में डूब जाता है. इस घाट पर सरकार द्वारा करोड़ों रुपये खर्च किये गए हैं, लेकिन इसकी देख रेख कोई नहीं करता है. इस कारण अब करोड़ों रुपये बर्बाद हो रहे हैं.
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घाट पर ही रहने वाले राजराजेश्वर गिरि महाराज बताते हैं कि घाट की कोई देखरेख न होने के चलते लोग यहां से टाइल्स तक ले जा रहे हैं. जनपद का सबसे बड़ा घाट होने के बाद भी इसकी सुध लेने वाला कोई नहीं है. वहीं इस पूरे मामले में नगर निगम श्रीनगर के स्वास्थ्य निरीक्षक शशि पंवार इस बताया कि आईटीआई घाट की मरम्मत करवाई जानी है. उन्होंने बताया कि ये घाट नगर निगम के अंडर में ही है. बरसात के बाद इस घाट को फिर से जीवंत किया जाएगा.