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श्री सिद्धबली महोत्सव के दूसरे दिन भजन संध्या का हुआ आयोजन, जमकर झूमे भक्त - कोटद्वार में श्री सिद्धबली महोत्सव

सिद्धबली मंदिर प्रांगण में महोत्सव के दूसरे दिन भजन संध्या का आयोजन किया गया. इस कार्यक्रम के तहत जागर सम्राट प्रीतम भरतवाण ने कई भजनों की प्रस्तुति दी.

shri sidhbali festival
श्री सिद्धबली महोत्सव.
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Published : Dec 14, 2019, 8:00 PM IST

Updated : Dec 15, 2019, 11:49 AM IST

कोटद्वार: शनिवार को श्री सिद्धबली बाबा वार्षिक अनुष्ठान महोत्सव के दूसरे दिन देर शाम तक भजन संध्या आयोजित हुई, जिसमें हजारों भक्तों ने बाबा के जयकारे लगाए. इस दौरान प्रस्तुत भजनों पर बाबा के भक्तों को झूमने को मजबूर कर दिया. भजन संध्या में जागर सम्राट प्रीतम भरतवाण के नेतृत्व में नंदा राजजात यात्रा, हनुमान और भोले शंकर की झांकी निकाली गई. साथ ही भक्तों ने लंबी लाइन में लगाकर प्रसाद को ग्रहण किया.

श्री सिद्धबली महोत्सव.

कार्यक्रम के दूसरे दिन मुख्य अतिथि स्वामी हरिचेतना नन्द जी महाराज ने बताया कि भगवान राम जैसा न कोई है, न कोई हुआ है और न ही कोई होगा. उन्होंने कहा कि राम की परिपूर्णता हनुमान के साथ है. भाई के साथ लड़ाई करने वाले भाई को रामचरितमानस का आयोजन करने का अधिकार नहीं है. राम के नाम से ही मुक्ति संभव है. कलयुग में केवल भगवान के नाम को ही सर्वश्रेष्ठ बताया गया है. मन से भगवान का स्मरण करने वालों के समस्त कष्ठ दूर हो जाते हैं.

ये भी पढ़ें: रुद्रप्रयाग: अराजक तत्वों ने वाहनों में की तोड़फोड़, 'खाकी' की सुस्त चाल से व्यापारियों में रोष

सिद्धबली बाबा वार्षिक अनुष्ठान महोत्सव के दूसरे दिन पद्मश्री जागर सम्राट प्रीतम भरतवाण के नाम रहा. हर साल की तरह इस बार भी परिसर बाबा सिद्धबली के जयकारों से गूंज उठा. जागर सम्राट ने नारैणी दुर्गा भवानी, नौछम्मी नारैणा भजनों की प्रस्तुति देकर सिद्धबली धाम को भक्तिमय बना दिया. साथ ही नंदा राजजात यात्रा झांकी के दर्शन करने के लिए भारी संख्या में श्रद्धालु उमड़ पड़े.

कोटद्वार: शनिवार को श्री सिद्धबली बाबा वार्षिक अनुष्ठान महोत्सव के दूसरे दिन देर शाम तक भजन संध्या आयोजित हुई, जिसमें हजारों भक्तों ने बाबा के जयकारे लगाए. इस दौरान प्रस्तुत भजनों पर बाबा के भक्तों को झूमने को मजबूर कर दिया. भजन संध्या में जागर सम्राट प्रीतम भरतवाण के नेतृत्व में नंदा राजजात यात्रा, हनुमान और भोले शंकर की झांकी निकाली गई. साथ ही भक्तों ने लंबी लाइन में लगाकर प्रसाद को ग्रहण किया.

श्री सिद्धबली महोत्सव.

कार्यक्रम के दूसरे दिन मुख्य अतिथि स्वामी हरिचेतना नन्द जी महाराज ने बताया कि भगवान राम जैसा न कोई है, न कोई हुआ है और न ही कोई होगा. उन्होंने कहा कि राम की परिपूर्णता हनुमान के साथ है. भाई के साथ लड़ाई करने वाले भाई को रामचरितमानस का आयोजन करने का अधिकार नहीं है. राम के नाम से ही मुक्ति संभव है. कलयुग में केवल भगवान के नाम को ही सर्वश्रेष्ठ बताया गया है. मन से भगवान का स्मरण करने वालों के समस्त कष्ठ दूर हो जाते हैं.

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सिद्धबली बाबा वार्षिक अनुष्ठान महोत्सव के दूसरे दिन पद्मश्री जागर सम्राट प्रीतम भरतवाण के नाम रहा. हर साल की तरह इस बार भी परिसर बाबा सिद्धबली के जयकारों से गूंज उठा. जागर सम्राट ने नारैणी दुर्गा भवानी, नौछम्मी नारैणा भजनों की प्रस्तुति देकर सिद्धबली धाम को भक्तिमय बना दिया. साथ ही नंदा राजजात यात्रा झांकी के दर्शन करने के लिए भारी संख्या में श्रद्धालु उमड़ पड़े.

Intro:summary शनिवार को सिद्धबली मंदिर प्रांगण में आयोजित कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि मुख्य अतिथि स्वामी हरिचेतना नन्द जी महाराज, ललितानन्द गिरी जी ने दीप प्रज्जवलित कर किया।


intro kotdwar श्री सिद्धबली बाबा वार्षिक अनुष्ठान महोत्सव के दूसरे दिन मुख्य अतिथि स्वामी हरिचेतना नन्द जी महाराज भारत स्वाभिमान ट्रस्ट ने कहा कि भगवान राम जैसा न कोई है, न कोई हुआ है और ना ही कोई होगा। उन्होंने कहा कि राम की परिपूर्णता हनुमान के साथ है। भाई के साथ लड़ाई करने वाले भाई को रामचरितमानस करने का अधिकार नहीं है। उन्होंने कहा कि राम के नाम से ही मुक्ति सम्भव है। उन्होंने कहा कि कलयुग में केवल भगवान के नाम को ही सर्वश्रेष्ठ बताया गया है। मन से भगवान का स्मरण करने वालों के समस्त कष्ठ दूर हो जाते है। उन्होंने कहा कि आज के व्यस्त जीवन में प्रभु भक्ति के लिए भी समय अवश्य निकालना चाहिए। भक्ति भाव में रहकर मनुष्य अपनी हर पीड़ा भूल जाता है और इससे न सिर्फ मन को शांति होती है बल्कि समाज में आपसी भाईचारा भी कायम होता है।

         


Body:वीओ1- सिद्धबली बाबा वार्षिक अनुष्ठान महोत्सव का दूसरा दिन पदमश्री जागर सम्राट प्रीतम भरतवाण के नाम रहा, हर साल की तरह इस बार भी सिद्धों का डांडा बाबा सिद्धबली के जयकारों से गूंज उठा, जगार सम्राट ने नारैणी दुर्गा भवानी, नौछम्मी नारैणा भजनों की प्रस्तुति देकर सिद्धबली धाम को भक्तिमय बना दिया। 

         शनिवार को महोत्सव के दूसरे दिन देर शाम तक भजन संध्या आयोजित हुई, जिसमें हजारों भक्तों ने बाबा के जयकारे लगाए। इस दौरान प्रस्तुत भजनों पर बाबा के भक्त देर शाम तक झूमते रहे। भजन संध्या में जागर सम्राट प्रीतम भरतवाण के नृतृत्व में नंदा राज जात यात्रा, हनुमान एवं भोले शंकर की झांकी निकालकर भक्तों को झूमने पर मजबूर कर दिया। नंदा राज जात यात्रा झांकी के दर्शन करने के लिए भारी संख्या में श्रद्धालु उमड़ पड़े, प्रीतम भरतवाण ने नारैणी दुर्गा भवानी, नौछम्मी नारैणा, मोहना तेरी मुरूली, ज्ञानु माला पंवाडा, सरूली मेरू जिया, सीता पाणिक जान्दी, कलन्द्रा जागर, गजी माला, सुन्दर छोरी, मंजू सन्दरियाल ने शुभ संध्या, शिवजी कैलाशु रन्दन, मेरो हिमवन्ती देसा, मोरी रख्याँ खोली, जै माया जै माया, बान्द अमरावती आदि भजनों की प्रस्तुति ने भक्तों को मंत्रमुग्ध कर दिया।





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Last Updated : Dec 15, 2019, 11:49 AM IST
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