कोटद्वार: शनिवार को श्री सिद्धबली बाबा वार्षिक अनुष्ठान महोत्सव के दूसरे दिन देर शाम तक भजन संध्या आयोजित हुई, जिसमें हजारों भक्तों ने बाबा के जयकारे लगाए. इस दौरान प्रस्तुत भजनों पर बाबा के भक्तों को झूमने को मजबूर कर दिया. भजन संध्या में जागर सम्राट प्रीतम भरतवाण के नेतृत्व में नंदा राजजात यात्रा, हनुमान और भोले शंकर की झांकी निकाली गई. साथ ही भक्तों ने लंबी लाइन में लगाकर प्रसाद को ग्रहण किया.
कार्यक्रम के दूसरे दिन मुख्य अतिथि स्वामी हरिचेतना नन्द जी महाराज ने बताया कि भगवान राम जैसा न कोई है, न कोई हुआ है और न ही कोई होगा. उन्होंने कहा कि राम की परिपूर्णता हनुमान के साथ है. भाई के साथ लड़ाई करने वाले भाई को रामचरितमानस का आयोजन करने का अधिकार नहीं है. राम के नाम से ही मुक्ति संभव है. कलयुग में केवल भगवान के नाम को ही सर्वश्रेष्ठ बताया गया है. मन से भगवान का स्मरण करने वालों के समस्त कष्ठ दूर हो जाते हैं.
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सिद्धबली बाबा वार्षिक अनुष्ठान महोत्सव के दूसरे दिन पद्मश्री जागर सम्राट प्रीतम भरतवाण के नाम रहा. हर साल की तरह इस बार भी परिसर बाबा सिद्धबली के जयकारों से गूंज उठा. जागर सम्राट ने नारैणी दुर्गा भवानी, नौछम्मी नारैणा भजनों की प्रस्तुति देकर सिद्धबली धाम को भक्तिमय बना दिया. साथ ही नंदा राजजात यात्रा झांकी के दर्शन करने के लिए भारी संख्या में श्रद्धालु उमड़ पड़े.