हल्द्वानीः गौलापार ट्रेंचिंग ग्राउंड के बाहर कूड़ा फेंकने पर हल्द्वानी नगर निगम ने सख्त रुख अपना लिया है. अब जो भी ट्रेंचिंग ग्राउंड के इतर हाईवे पर कूड़ा डालेगा उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. इसके अलावा नगर निगम की गाड़ी का ड्राइवर अगर जल्दबाजी में हाईवे पर ही कूड़ा उड़ेल कर चला जाता है तो उसका एक दिन का वेतन काट दिया जाएगा. उधर, कोटद्वार में डेंगू का कहर देखने को मिल रहा है.
दरअसल, नैनीताल जिले में कूड़ा निस्तारण करना चुनौती बना हुआ है. यहां हल्द्वानी के गौलापार ट्रेंचिंग ग्राउंड में कूड़ा डाला जा रहा है, लेकिन यहां बड़ी लापरवाही भी देखने को मिल रही है. नगर निगम के कर्मचारी दिल्ली नैनीताल हाईवे किनारे ही कूड़ा उड़ेल कर चलते बन रहे हैं. जिससे हाईवे से गुजरना मुश्किल हो गया है. बदबू के साथ ही बीमारियों के फैलने का खतरा बना हुआ है.
वहीं, मामले में हल्द्वानी नगर निगम ने सख्त रुख अपनाया है. अब नैनीताल जिले की कोई भी नगरपालिका कूड़ा ट्रेंचिंग ग्राउंड के बाहर हाईवे पर या हाईवे किनारे नहीं डाल पाएगी. यदि किसी भी नगरपालिका (भवाली, भीमताल, नैनीताल, लालकुआं) का कूड़ा वाहन हाईवे किनारे पाया गया तो संबंधित नगरपालिका को प्रतिबंधित कर दिया जाएगा. बता दें कि गौलापार ट्रेंचिंग ग्राउंड में रोजाना नैनीताल जिले के अलग-अलग निकायों से करीब 250 टन तक कूड़ा डाला जाता है.
हल्द्वानी नगर आयुक्त पंकज उपाध्याय के मुताबिक, पिछले दिनों भारी बरसात के चलते ट्रेंचिंग ग्राउंड में गाड़ियों के जाने का रास्ता ब्लॉक हो चुका था. जिस वजह से कूड़े को गाड़ियां ट्रेंचिंग ग्राउंड के बाहर हाईवे किनारे डालने लगी हैं. अब हाईवे के किनारे से कूड़े को हटाने का काम किया जा रहा है और सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट का प्लांट लगाने के लिए टेंडर प्रक्रिया तेज कर दिया गया है.
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कोटद्वार में डेंगू का कहर, 88 लोग बीमारः कोटद्वार नगर निगम क्षेत्र में डेंगू का प्रकोप (Kotdwar dengue patients increased) तेजी बढ़ रहा है. अभी तक 88 मरीजों में डेंगू के लक्षण पाए गए हैं. कोटद्वार बेस अस्पताल में डेंगू पीड़ित 4 मरीजों को डेंगू वार्ड में भर्ती किया गया है. खासकर कोटद्वार नगर निगम क्षेत्र गोविंद नगर में डेंगू के मामले सबसे ज्यादा सामने आ रहे है. जिसके देखते हुए फॉगिंग की जा रही है.
कोटद्वार बेस अस्पताल के वरिष्ठ चिकित्साधिकारी आदित्य कुमार तिवारी ने बताया कि कोटद्वार में डेंगू की बीमारी तेजी से फैल रही है. अस्पताल में डेंगू वार्ड बनाया गया है. जहां 10-10 बेड का ICU वार्ड भी तैयार कर लिया है. जिसमें डेंगू मरीजों के लिए मच्छरदानी समेत तमाम सुविधाएं उपलब्ध करवाई जा रही हैं. कोटद्वार में डेंगू और तेजी से बढ़ता है तो अस्पताल में 100 बेड तैयार करने की क्षमता है.
कोटद्वार विधायक और विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूड़ी ने बताया कि कोटद्वार नगर के गोविंद नगर क्षेत्र से सबसे ज्यादा डेंगू के मरीज आ रहे हैं. नगर निगम के अधिकारी स्वच्छता पर ध्यान नहीं दे रहे. जिसके चलते कोटद्वार नगर निगम डेंगू के मरीज पैदा कर रहा है. उन्होंने फॉगिंग और दवाई का छिड़काव करने के निर्देश दिए हैं.
वहीं, कोटद्वार नगर निगम आयुक्त किशन नेगी ने बताया कि निगम में दो फॉगिंग मशीन मौजूद हैं. जो लगातार काम कर रही हैं. स्वच्छता कर्मी सफाई के साथ ब्लीचिंग पाउडर का छिड़काव कर रहे हैं. बताया जा रहा है कि कोटद्वार क्षेत्र के दो लोगों की डेंगू से मौत भी हो गई है. इन दो लोगों की मौत कोटद्वार क्षेत्र से बाहर दिल्ली और मेरठ अस्पताल में बताई जा रही है.