पौड़ी: कोठार गांव में नवनिर्मित केंद्रीय विद्यालय के पास पौड़ी-सत्यखाल मोटर मार्ग के सुधारीकरण के लिए ग्रामीण ने पीएमओ को पत्र लिखा था. जिसके जवाब में पीएमओ ने लोक निर्माण विभाग को इस सड़क के चौड़ीकरण और सुधारीकरण करने का आदेश दिया था. जिसके तहत लोक निर्माण विभाग ने सड़क का डामरीकरण किया था. लेकिन महज 3 माह में ही सड़क जगह-जगह से उखड़ने लगी है. ग्रामीण ठेकेदार और विभाग पर मिलीभगत कर सड़क को भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ाने का आरोप लगा रहे हैं.
ग्रामीणों की ओर से सड़क निर्माण के दौरान ही जिला प्रशासन को गुणवत्ता को लेकर अवगत कराया गया था. सड़क निर्माण में ठेकेदार ने गुणवत्ता का ध्यान नहीं रखा, जिसका खामियाजा आज पूरे क्षेत्रवासियों को भुगतना पड़ रहा है.
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गौरतलब है कि कोठार गांव के भाष्कर बहुगुणा ने पीएमओ को पत्र लिखा था कि पौड़ी स्थित नवनिर्मित केंद्रीय विद्यालय को शिफ्ट करने से पहले इस सड़क का चौड़ीकरण और सुधारीकरण किया जाए. वहीं, पीएमओ ने लोक निर्माण विभाग को इस सड़क का जल्द से जल्द सुधारीकरण और चौड़ीकरण करने के आदेश दिए थे. पीएमओ के आदेश पर लोक निर्माण विभाग ने इस सड़क को बनाने का काम किया तो, लेकिन निर्माण गुणवत्ता का ध्यान नहीं रखा गया. जिसके चलते 3 माह में ही यह सड़क जगह-जगह से उखड़ने लगी है.
ग्रामीणों ने बताया है कि विभागीय अधिकारियों और ठेकेदार की मिलीभगत ने इस सड़क को भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ा दिया है. वहीं, गढ़वाल सांसद तीरथ सिंह रावत ने कहा कि यह सड़क बनने के 3 माह में ही खराब होने लगी है. इसकी जांच करवायी जाएगी.