कोटद्वार: उत्तराखंड शासन की अनुमति के बाद जिला प्रशासन द्वारा खोह नदी में रिवर ट्रेनिंग नीति 2016 के मानकों के अनुसार चैनेलाइज कार्य किया जा रहा है. जिसका कार्य जिला प्रशासन ने ओपन बोली के माध्यम किया था, लेकिन जिला प्रशासन के ठेकेदारों के द्वारा रिवर ट्रेनिंग नीति 2016 के नियम कानूनों को ताक में रखकर पोकलैंड व जेसीबी मशीनों से खोह नदी को खोदा जा रहा है. जिससे इलाकों में बाढ़ का खतरा और बढ़ता दिखाई दे रहा है.
गौर हो कि खोह नदी में रिवर ट्रेनिंग नीति 2016 के मुताबिक प्रशासन ने शर्तें जारी की थीं. शर्तों के अनुसार रिवर ट्रेनिंग नीति के तहत नहर निर्माण का कार्य सूर्योदय के बाद और सूर्यास्त से पहले होना चाहिए था. साथ ही नदी के दोनों ओर एक चौथाई हिस्सा छोड़ कर नदी तल से डेढ़ मीटर गहरा खोदे जाने का प्रावधान था. लेकिन प्रशासन के ठेकेदारों ने रिवर ट्रेनिंग नीति के सारे नियम कानूनों को दरकिनार कर नदियों में गड्ढे बनाने शुरू कर दिए.
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आलम यह है कि खोह नदी में पोकलैंड और जेसीबी मशीनों से तकरीबन 10 मीटर गहरे गड्ढे बना दिए गए हैं. नदी की खुदाई में निकलने वाले आरबीएम को ढो रहे डंपर ओवरलोड होकर दिन-रात सड़कों पर दौड़ रहे हैं. जो राहगीरों के लिए भी मुसीबत का सबब बन रहे हैं. आए दिन इन डंपर और ट्रकों से शहर में जाम की स्थिति बनी रहती है लेकिन संबंधित विभागों ने इस पर चुप्पी साध रखी है. कोटद्वार शहर की यातायात व्यवस्था पूरी तरह चरमरा गई है. हरिद्वार-ऋषिकेश मार्ग पर यात्री वाहनों का भारी दबाव को कम करने के लिए रूट को डायवर्ट किया है. अब ये वाहन कोटद्वार होते हुए चारधाम यात्रा जाएंगे.
इस पर वन मंत्री डॉ. हरक सिंह रावत ने कहा कि इस संबंध में उन्होंने जिलाधिकारी को निर्देशित कर दिया है. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि राजस्व विभाग और वन विभाग की नदियों को चैनलाइज करना बहुत जरूरी है. अगर उनको तकनीकी दृष्टिकोण से चैनेलाइज नहीं किया जाएगा तो बाढ़ का खतरा बढ़ जाएगा. उन्होंने कहा कि खोह नदी में जो कार्य चल रहा है वो तकनीकी दृष्टिकोण से किया जा रहा है.
पूरे मामले पर उपजिलाधिकारी अपूर्णा ढौंडियाल ने अपना पल्ला झाड़ते हुए कहा कि रिवर ट्रेनिंग नीति के अंतर्गत उन्होंने कुछ रिवर चैनेलाइज के पट्टे आवंटन किए हैं. उनमें रिवर ट्रेनिंग ही चल रहा है, उनको साफ तौर निर्देश मिले हैं कि दोनों किनारों को छोड़कर खनन किया जाए. उन्होंने कहा कि वहां खनन नहीं हो रहा है, रिवर चैनेलाइज का कार्य किया जा रहा है.