ETV Bharat / state

सावधान..! NH-534 के पास बने नाले से गुजरना खतरे से खाली नहीं - kotdwar dugadda news

दुगड्डा-कोटद्वार के बीच राष्ट्रीय राजमार्ग से गुजर रहा बरसाती नाला राहगीरों के लिए मुसीबत बन गया है. नाले में पानी का बहाव काफी तेज होने के चलते यहां हर साल लोग अपनी जान गंवाते हैं.

kotdwar news
गधेरा बना मौत का काल.
author img

By

Published : Jul 30, 2020, 1:18 PM IST

कोटद्वार: नजीबाबाद-बुआखाल राष्ट्रीय राजमार्ग 534 पर कोटद्वार-दुगड्डा के बीच पांचवें मिल के पास एक बरसाती नाला राहगीरों के लिए मुसीबत साबित हो रहा है. पिछले पांच सालों में यह नाला पांच राहगीरों की जान ले चुका है. वहीं 12 से अधिक लोग इस नाले से बाल-बाल बचे हैं.

गधेरा बना काल.

बता दें कि दुगड्डा-कोटद्वार के बीच राष्ट्रीय राजमार्ग से गुजर रहे बरसाती नाले की चौड़ाई करीब 15 फीट है. बरसात में मूसलाधार बारिश के दौरान इस नाले में पानी का बहाव काफी तेज रहता है. पानी के साथ छोटे-बड़े बोल्डर भी मलबे में बहकर आते हैं. जिसके चलते यह नाला सड़क पर चल रहे राहगीरों के लिए खतरे से खाली नहीं रहता. वहीं राष्ट्रीय राजमार्ग विभाग ने यहां एक चेतावनी बोर्ड लगाकर अपने कर्तव्य की पूर्ति कर दी है. लगातार हो रही दुर्घटनाओं के बाद भी राष्ट्रीय राजमार्ग विभाग ने इस नाले पर पुल बनाना जरूरी नहीं समझा.

ये भी पढ़ें: एक तारीख से रात का कर्फ्यू खत्म, 31 अगस्त तक बंद रहेंगे स्कूल

एक नजर इस नाले पर हुई दुर्घटनाओं पर...

16 अगस्त 2015- नाले में बाइक बहने से बाइक सवार की मौत
21 जुलाई 2016- नाले में कार बही और परिवार बाल बाल बचा
26 जुलाई 2016- नाले में बाइक बही, बाइक सवार की मौत
16 अगस्त 2017- नाले में कार बहने से परिवार बड़ी मुश्किल से बचा
21 जुलाई 2020- कार बही और तीन लोगों की मौत

वहीं राष्ट्रीय राजमार्ग 534 के अवर अभियंता अरविंद जोशी ने बताया कि एक वाइंडिंग प्रपोजल का कार्य जारी है. जिसमें कोटद्वार से लेकर श्रीनगर तक चार पैकेज में कार्य होना है. इसी कार्य में कोशिश रहेगी कि इस नाले पर भी एक ब्रिज बनाया जाए. वहीं सुरक्षा की दृष्टि से 24 घंटे रपटे पर एक जेसीबी मशीन को तैनात किया गया है. उन्होंने कहा कि आवश्यकता पड़ने पर और मशीनों को बारिश के मौसम में लगाया जाएगा.

कोटद्वार: नजीबाबाद-बुआखाल राष्ट्रीय राजमार्ग 534 पर कोटद्वार-दुगड्डा के बीच पांचवें मिल के पास एक बरसाती नाला राहगीरों के लिए मुसीबत साबित हो रहा है. पिछले पांच सालों में यह नाला पांच राहगीरों की जान ले चुका है. वहीं 12 से अधिक लोग इस नाले से बाल-बाल बचे हैं.

गधेरा बना काल.

बता दें कि दुगड्डा-कोटद्वार के बीच राष्ट्रीय राजमार्ग से गुजर रहे बरसाती नाले की चौड़ाई करीब 15 फीट है. बरसात में मूसलाधार बारिश के दौरान इस नाले में पानी का बहाव काफी तेज रहता है. पानी के साथ छोटे-बड़े बोल्डर भी मलबे में बहकर आते हैं. जिसके चलते यह नाला सड़क पर चल रहे राहगीरों के लिए खतरे से खाली नहीं रहता. वहीं राष्ट्रीय राजमार्ग विभाग ने यहां एक चेतावनी बोर्ड लगाकर अपने कर्तव्य की पूर्ति कर दी है. लगातार हो रही दुर्घटनाओं के बाद भी राष्ट्रीय राजमार्ग विभाग ने इस नाले पर पुल बनाना जरूरी नहीं समझा.

ये भी पढ़ें: एक तारीख से रात का कर्फ्यू खत्म, 31 अगस्त तक बंद रहेंगे स्कूल

एक नजर इस नाले पर हुई दुर्घटनाओं पर...

16 अगस्त 2015- नाले में बाइक बहने से बाइक सवार की मौत
21 जुलाई 2016- नाले में कार बही और परिवार बाल बाल बचा
26 जुलाई 2016- नाले में बाइक बही, बाइक सवार की मौत
16 अगस्त 2017- नाले में कार बहने से परिवार बड़ी मुश्किल से बचा
21 जुलाई 2020- कार बही और तीन लोगों की मौत

वहीं राष्ट्रीय राजमार्ग 534 के अवर अभियंता अरविंद जोशी ने बताया कि एक वाइंडिंग प्रपोजल का कार्य जारी है. जिसमें कोटद्वार से लेकर श्रीनगर तक चार पैकेज में कार्य होना है. इसी कार्य में कोशिश रहेगी कि इस नाले पर भी एक ब्रिज बनाया जाए. वहीं सुरक्षा की दृष्टि से 24 घंटे रपटे पर एक जेसीबी मशीन को तैनात किया गया है. उन्होंने कहा कि आवश्यकता पड़ने पर और मशीनों को बारिश के मौसम में लगाया जाएगा.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.