श्रीनगर: उत्तराखंड में खेल प्रतिभाओं की कमी नहीं है. समय-समय पर प्रतिभावान खिलाड़ी अपना दम दिखाकर देश-विदेश में अपना डंका बजा रहे हैं. वहीं किर्गिस्तान के बिश्केक में आयोजित पावर लिफ्टिंग एशियन चैंपियनशिप (Kyrgyzstan Bishkek Powerlifting Competition) में आर्यन कंडारी ने गोल्ड मेडल अपने नाम किया है. आर्यन कंडारी (Power Lifting Aryan Kandari) के श्रीनगर पहुंचने पर लोगों ने उनका जोरदार स्वागत किया. परिजनों का कहना है कि आर्यन ने अपनी लगन और मेहनत से ये मुकाम हासिल लिया है.
किर्गिस्तान के बिश्केक (Kyrgyzstan Bishkek) में आयोजित पावर लिफ्टिंग एशियन चैंपियनशिप में आर्यन कंडारी के गोल्ड जीतकर घर पहुंचने पर लोगों ने उनका फूल माला पहनाकर स्वागत किया. इस दौरान आर्यन कंडारी ने बताया कि वो अब ओलंपिक में गोल्ड मेडल के लिए ट्रेनिंग शुरू कर रहे हैं. उन्होंने कहा ओलंपिक में देश के लिए मेडल लाना उनका सपना है. मूलरूप से रुद्रप्रयाग के बचणस्यू पट्टी के बामसू गांव के रहने वाले आर्यन कंडारी का परिवार सालों से श्रीनगर में रह रहा है. आर्यन के पिता (Power Lifting Aryan Kandari Father) वासुदेव कंडारी श्रीनगर में व्यापारी हैं. आर्यन ने 12 साल की उम्र से ही वेट ट्रेनिंग शुरू कर दी थी. आगे भी आर्यन पावर लिफ्टिंग में ही अपना भविष्य देख रहे हैं.
अब उनका सपना ओलंपिक में देश के लिए खेल कर मेडल लाना है. इससे पूर्व भी आर्यन स्टेट से लेकर नेशनल प्रतियोगिताओं में मेडल लेकर आ चुके हैं. अब वे दिल्ली ट्रेनिंग के लिए जा रहे हैं. आर्यन के पिता वासुदेव कंडारी ने बताया कि उन्हें खुशी है कि उनका बेटा देश के लिए मेडल जीत कर लाया है. उन्होंने बताया कि पहले जब उनका बेटा पढ़ाई के बदले वेट लिफ्टिंग की तरफ आकर्षित हो रहा था तो उन्होंने शुरुआत में उसे रोकने की कोशिश की. लेकिन बाद में उन्होंने आर्यन का साथ दिया. आज आर्यन इसी फील्ड में नाम रोशन कर रहा है. आर्यन की मां और दादी ने भी आर्यन की इस जीत पर खुशी जताई है. आर्यन के नाना खेल विभाग में सालों नौकरी करने के बाद अब रिटायर हो चुके हैं. उन्होंने भी आर्यन की इस जीत पर बधाई दी.