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गर्मी की तपिश से बेजुबान भी बेहाल, आबादी का रुख कर रहे जंगली जानवर

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Published : Jun 26, 2022, 8:47 AM IST

Updated : Jun 26, 2022, 9:10 AM IST

खटीमा में गर्मी के चलते जंगलों में नदी नाले सूख गए हैं. ऐसे में पानी तलाश में वन्यजीव आबादी वाले क्षेत्रों के आसपास नजर आ रहे हैं. पौड़ी में अज्ञात बीमारी की चपेट में सूअरों की मौत हो रही है. वहीं पौड़ी डीएम विजय कुमार जोगदंडे ने नगरपालिका व पशुपालन विभाग जांच के आदेश दिए हैं.

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खटीमा/पौड़ीः प्रदेश के मैदानी इलाकों में पड़ रही भीषण गर्मी से जहां इंसान परेशान हैं तो वहीं जंगलों में जानवर भी हलकान हैं. यही वजह है कि जंगली जानवर लगातार नदी और तालाबों की ओर रुख कर रहे हैं. ऐसे में पानी की तलाश में वन्यजीव हाईवे और आबादी वाले क्षेत्रों के पास से गुजरते दिख रहे हैं. जिससे मानव वन्यजीव संघर्ष बढ़ने की संभावना बढ़ गई है. लिहाजा, मानव वन्यजीव संघर्ष को रोकने के लिए वन विभाग ने गश्त बढ़ा दी है. वहीं, पौड़ी में अज्ञात बीमारी की चपेट में आने सूअरों की मौत ने चिंता बढ़ा दी है.

दरअसल, खटीमा की सुरई वन रेंज में शारदा नहर के किनारे पूरनपुर रोड पर आजकल जंगली जानवरों की आवाजाही ज्यादा बढ़ गई है. हाईवे के किनारे भालू, लेपर्ड समेत कई जानवर टहलते हुए नजर आ रहे हैं. जिससे मानव वन्यजीव संघर्ष की संभावनाएं काफी बढ़ गई है. सुरई वन रेंज के वन क्षेत्राधिकारी सुधीर कुमार का कहना है कि बीते कुछ दिनों से क्षेत्र में गर्मी काफी बढ़ गई है. साथ ही बरसात न होने के कारण जंगलों में भी पानी की कमी हो गई है.

गर्मी की तपिश से बेजुबान बेहाल.

ऐसे में जंगली जानवर पूरनपुर रोड क्रॉस कर शारदा नहर में पानी पीने और नहाने के लिए आ रहे हैं. उन्होंने बताया कि मानव वन्यजीव संघर्ष को रोकने के लिए वन विभाग सतर्क है. वन विभाग की कई टीमें लगातार दिन-रात पूरनपुर रोड पर गश्त कर रही है. साथ ही आम जनता को भी सचेत किया जा रहा है कि वो रात के समय अकेले पूरनपुर रोड पर सफर ना करें.

ये भी पढ़ेंः उत्तराखंड में कब थमेगा मानव वन्यजीव संघर्ष? करोड़ों खर्च कर दिए नतीजा फिर भी सिफर

पौड़ी में अज्ञात बीमारी की चपेट में सूअरः पौड़ी के वाल्मीकि बस्ती में सूअर अज्ञात बीमारी की चपेट में आए हैं. प्रधानाचार्य व अभिभावकों ने डीएम व नगरपालिका प्रशासन से मदद की गुहार लगाई है. उन्होंने कहा कि इसी बस्ती के पास एक इंटरमीडिएट कॉलेज में बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं पढ़ते हैं. इससे उनके भी संक्रमित होने का खतरा बना हुआ है.

जांच के आदेश: बताया जा रहा है कि बीते एक हफ्ते से अभी तक 13 से ज्यादा सूअर मर चुके हैं. सूअर दो दिनों तक खाना पीना बंद करने के बाद तीसरे दिन मर रहे हैं. जिन्हें बस्ती के बीच, स्कूल की चारदीवारी के आस-पास, आवासीय भवनों के बीच दफनाया जा रहा है. इधर, पौड़ी डीएम विजय कुमार जोगदंडे ने नगरपालिका व पशुपालन विभाग जांच के आदेश दिए हैं. साथ ही इस संबंध में आवश्यक कार्रवाई के भी निर्देश गए हैं.

खटीमा/पौड़ीः प्रदेश के मैदानी इलाकों में पड़ रही भीषण गर्मी से जहां इंसान परेशान हैं तो वहीं जंगलों में जानवर भी हलकान हैं. यही वजह है कि जंगली जानवर लगातार नदी और तालाबों की ओर रुख कर रहे हैं. ऐसे में पानी की तलाश में वन्यजीव हाईवे और आबादी वाले क्षेत्रों के पास से गुजरते दिख रहे हैं. जिससे मानव वन्यजीव संघर्ष बढ़ने की संभावना बढ़ गई है. लिहाजा, मानव वन्यजीव संघर्ष को रोकने के लिए वन विभाग ने गश्त बढ़ा दी है. वहीं, पौड़ी में अज्ञात बीमारी की चपेट में आने सूअरों की मौत ने चिंता बढ़ा दी है.

दरअसल, खटीमा की सुरई वन रेंज में शारदा नहर के किनारे पूरनपुर रोड पर आजकल जंगली जानवरों की आवाजाही ज्यादा बढ़ गई है. हाईवे के किनारे भालू, लेपर्ड समेत कई जानवर टहलते हुए नजर आ रहे हैं. जिससे मानव वन्यजीव संघर्ष की संभावनाएं काफी बढ़ गई है. सुरई वन रेंज के वन क्षेत्राधिकारी सुधीर कुमार का कहना है कि बीते कुछ दिनों से क्षेत्र में गर्मी काफी बढ़ गई है. साथ ही बरसात न होने के कारण जंगलों में भी पानी की कमी हो गई है.

गर्मी की तपिश से बेजुबान बेहाल.

ऐसे में जंगली जानवर पूरनपुर रोड क्रॉस कर शारदा नहर में पानी पीने और नहाने के लिए आ रहे हैं. उन्होंने बताया कि मानव वन्यजीव संघर्ष को रोकने के लिए वन विभाग सतर्क है. वन विभाग की कई टीमें लगातार दिन-रात पूरनपुर रोड पर गश्त कर रही है. साथ ही आम जनता को भी सचेत किया जा रहा है कि वो रात के समय अकेले पूरनपुर रोड पर सफर ना करें.

ये भी पढ़ेंः उत्तराखंड में कब थमेगा मानव वन्यजीव संघर्ष? करोड़ों खर्च कर दिए नतीजा फिर भी सिफर

पौड़ी में अज्ञात बीमारी की चपेट में सूअरः पौड़ी के वाल्मीकि बस्ती में सूअर अज्ञात बीमारी की चपेट में आए हैं. प्रधानाचार्य व अभिभावकों ने डीएम व नगरपालिका प्रशासन से मदद की गुहार लगाई है. उन्होंने कहा कि इसी बस्ती के पास एक इंटरमीडिएट कॉलेज में बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं पढ़ते हैं. इससे उनके भी संक्रमित होने का खतरा बना हुआ है.

जांच के आदेश: बताया जा रहा है कि बीते एक हफ्ते से अभी तक 13 से ज्यादा सूअर मर चुके हैं. सूअर दो दिनों तक खाना पीना बंद करने के बाद तीसरे दिन मर रहे हैं. जिन्हें बस्ती के बीच, स्कूल की चारदीवारी के आस-पास, आवासीय भवनों के बीच दफनाया जा रहा है. इधर, पौड़ी डीएम विजय कुमार जोगदंडे ने नगरपालिका व पशुपालन विभाग जांच के आदेश दिए हैं. साथ ही इस संबंध में आवश्यक कार्रवाई के भी निर्देश गए हैं.

Last Updated : Jun 26, 2022, 9:10 AM IST
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