श्रीनगर: जिले में एक बार फिर से अधिकारियों का गड़बड़झाला सामने आया है. गड़बड़झाला विकास खण्ड के कीर्तिनगर की ग्राम पंचायत जुयालगढ़ में हुआ है. यहां क्वारंटाइन में रहे लोगों को उसी अवधि में काम करते हुए भी दर्शाया गया है.
आपको बता दें कि जुयालगढ़ में 12 और 15 मई को दो परिवार दिल्ली और देहरादून से आये थे. उन्हें होम क्वारंटाइन कर दिया गया था. लेकिन उन दोनों परिवार के मुखियाओं को बीते 24 मई से 6 जून तक मनरेगा श्रमिक बताते हुए मजदूरी का भुगतान दर्शाया गया है. जबकि इन परिवारों का क्वारंटाइन पीरियड 25 और 28 मई को खत्म हुआ था.
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उत्तराखण्ड छात्र संगठन के पूर्व नगर अध्यक्ष संदीप सिंह का कहना है कि मनरेगा काम के भुगतान में गड़बड़ी की गई है. उन्होंने बताया कि दिल्ली में रहने वाली महिला को भी मनरेगा श्रमिक बताया गया है. उन्होंने पूरे मामले की जांच की मांग की है.
वहीं, उप जिलाधिकारी अजय वीर सिंह ने इस पूरे प्रकरण की जांच किए जाने की बात कही है. उन्होंने कहा कि क्वारंटाइन और मास्टर रोल समय का मिलान किया जाएगा. दोषी पाए जाने वालों पर एक्शन लिया जाएगा.