पौड़ी: जिले में संचालित होने वाली कांवड़ यात्रा के सफल संचालन के लिए डीएम डॉ. विजय कुमार जोगदंडे (DM Dr Vijay Kumar Jogdande) ने अधिकारियों को अलर्ट रहने को कहा है. उन्होंने कांवड़ यात्रा में श्रद्धालुओं की सुविधा के मद्देनजर वन विभाग द्वारा यात्रा मार्ग पर मानव व वन्य जीव संघर्ष रोकने को लेकर स्वर्गाश्रम-नीलकंठ पैदल मार्ग व मोटर मार्ग पर 5 गश्ती दल और एक सचल वाहन दल संसाधनों सहित तैनात किया गया है. यह जिले में अपनी तरह का अभिनव पहल है.
डीएम ने लोनिवि, स्वास्थ्य विभाग, पुलिस, परिवहन, पेयजल निगम, जिला पंचायत, राजस्व विभाग, विद्युत और वन विभाग को कांवड़ यात्रा की अहम जिम्मेदारी सौंपी हैं. डीएम ने बरसात को देखते हुए लोक निर्माण विभाग को सचेत रहने के निर्देश दिये हैं. जिस पर लोनिवि ने राज्य राजमार्ग-9 पर बैराज से नीलकंठ तक 33 किमी सड़क मार्ग में गरुड़चटृी, घट्टूघाट, पीपलकोटी और नीलकंठ में 1-1 जेसीबी मशीन तैनात की गयी है.
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वहीं सुरक्षा और स्थानीय स्तर पर नियंत्रण एवं निगरानी हेतु किसी भी आपदा के दृष्टिगत त्वरित कार्रवाई हेतु उपजिलाधिकारी एवं तहसीलदार के अधीनस्थों को संवेदनशील स्थानों पर तैनात किया गया है. जिला प्रशासन में सूचनाओं के आदान-प्रदान हेतु एक सैटेलाइट फोन उपजिलाधिकारी तथा एक अन्य सैटेलाइट फोन आपदा कंट्रोल रूम द्वारा तहसीलदार को उपलब्ध कराया गया है.
कांवड़ यात्रा के दौरान किसी भी घटना के घटित होने पर आश्रय स्थल हेतु लक्ष्मणझूला में इंटर कॉलेज को चयनित किया गया है. विद्यालय में 250 से 300 श्रद्धालुओं के ठहरने की व्यवस्था की गई है. इसके अलावा सुरक्षा तथा सम्पूर्ण कांवड़ यात्रा की निगरानी हेतु 4 सीसीटीवी कैमरे भी लगाये गये हैं.