पौड़ी: बहुप्रतीक्षित ल्वाली झील निर्माण को लेकर डीएम डॉ आशीष चौहान गंभीर नजर आ रहे हैं. उन्होंने झील का निरीक्षण कर उसे शीघ्र पूरा करने के निर्देश दिए हैं. पौड़ी ब्लॉक के अंतर्गत ल्वाली झील का काम पूरा नहीं होने के चलते सोशल मीडिया पर ये खबर सुर्खियों में बनी रहती है. जिसको लेकर डीएम ने अब अधिकारियों को इसे शीघ्र पूरा करने को कहा है.
बता दें कि पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के ड्रीम प्रोजेक्ट में ल्वाली झील भी शामिल रही है. पौड़ी के ल्वाली में साल 2019-20 में झील निर्माण का काम शुरू किया गया था. जो करीब 900 मीटर लंबी बनायी जानी थी. तब से लेकर अभी तक इस झील निर्माण के लिए काफी समय व्यर्थ हो चुका है. झील निर्माण की जिम्मेदारी सिंचाई विभाग को सौंपी गई थी.
शासन ने झील को तैयार करने के लिए 6 करोड़ 90 लाख का बजट आवंटित भी किया था, लेकिन झील निर्माण में यह बजट जल्द ही समाप्त हो गया. जिसके चलते झील का काम भी लटक गया. इस बजट में सिंचाई विभाग को झील में पांच तालाब, 0.15 एमएलडी क्षमता की पेयजल योजना और गेट आदि के काम करने थे. अब शासन ने विभाग को करीब साढ़े 4 करोड़ का अतिरिक्त बजट दिया है. जिससे झील का अवशेष कार्य पूर्ण होने की उम्मीद है.
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पौड़ी डीएम डॉ आशीष चौहान ने झील का स्थलीय निरीक्षण कर इसके निर्माण और सौंदर्यीकरण से संबंधित पहले के कामों देखा. डीएम ने ईई सिंचाई को निर्देश दिए कि झील को कृषि सिंचाई, स्थानीय लोगों की पेयजल की उपलब्धता सहित पर्यटन की दृष्टि से डेवलप किया जाए. जिससे किसानी को खेती के साथ-साथ यहां के लोगों को पर्यटन से भी आमदनी हो सके. डीएम ने कहा जो बजट अब स्वीकृत हुआ है, उससे अधूरे काम को गुणवत्तापूर्ण किया जाए. झील की बेहतर डिजाइन और इसमें अतिरिक्त वैल्यू एडिशन करने की दृष्टि से इस पर आगे काम हो.
ईई सचिन शर्मा ने बताया अभी गेट ऑपरेट सिस्टम, एप्रोच रोड जैसे काम रह गए है, इन्हें पूरा किया जाएगा. साथ ही इस झील से करीब 44 हेक्टेअर भूमि के लिए सिंचाई हो सके, इसकी एक कार्ययोजना भी बनाई गई है. जो अभी स्वीकृत नहीं हो पाई है.