श्रीनगर: राजकीय मेडिकल कॉलेज श्रीनगर के बेस चिकित्सालय में रविवार को पहली कार्डियो ओपीडी लगाई गई. जिसमें दून अस्पताल के कार्डियोलॉजिस्ट डॉ. अमर उपाध्याय ने हृदय रोग संबंधी मरीजों की जांच की. वहीं, हार्ट संबंधी ज्यादा दिक्कत होने पर मौके पर इको (ईसीजी) किया गया. जबकि कई मरीजों को एंजियोग्राफी कराने की सलाह दी गई. ओपीडी में पहले दिन 40 से 50 मरीज इलाज कराने पहुंचे. मरीजों ने भी कार्डियो ओपीडी माह में दो दिन शुरू करने की पहल पर खुशी जाहिर की.
प्रदेश के चिकित्सा स्वास्थ्य मंत्री डॉ. धन सिंह रावत की पहल पर बेस चिकित्सालय श्रीनगर में कार्डियो की ओपीडी शुरू की गई. इससे पूर्व चारधाम यात्रा के दौरान भी कार्डियो की ओपीडी सुचारू रूप से संचालित रही. अब हर माह के प्रथम और तीसरे रविवार को बेस चिकित्सालय में कार्डियो की ओपीडी लगाई जाएगी. दून अस्पताल के कार्डियोलॉजिस्ट डॉ. अमर उपाध्याय ने बताया कि अभी एक माह में दो दिन ओपीडी लगाएंगे. अभी मरीजों का इको कर रहे हैं. जैसे-जैसे व्यवस्थाएं बढ़ेंगी तो टीएमटी, एंजियोग्राफी, एंजियोप्लास्टी से पहले सभी जांच और उपचार करने की योजना बनाएंगे. उन्होंने बताया कि हार्ट के मरीजों में आमतौर से हार्ट की नसों में ब्लॉकेज होने पर मांसपेशियां कमजोर होती है, जिससे हार्ट की दिक्कतें होती हैं.
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हार्ट की बीमारी से बचने के उपाय: डॉ. उपाध्याय ने कहा कि हार्ट संबंधी दिक्कतें होने पर अस्पताल में ईसीजी कराकर प्रारंभिक जांचें जरूर कराएं. इटरनेट के जरिए परामर्श ना लें. उन्होंने कहा कि हार्ट संबंधी परेशानियां होने का मुख्य कारण शारीरिक निष्क्रियता है. रोजाना 40 मिनट की पैदल सैर करें. इससे हार्ट हेल्दी रहेगा. धूम्रपान से बचें. ब्लड़ और शुगर की दिक्कत है तो नियमित चेक कराएं और कट्रोल में रखे.
मरीजों ने जताया ओपीडी लगाने पर आभार: कार्डियो ओपीडी लगाने पर रुद्रप्रयाग, कीर्तिनगर, श्रीनगर, पौड़ी से पहुंचे मरीजों ने प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री का आभार प्रकट किया. ओपीडी में पहुंचे भगवान सिंह समेत कई मरीजों ने कहा कि उन्हें पहले चेकअप के लिए ऋषिकेश या देहरादून जाना पड़ता था. इस तरह की ओपीडी शुरू करने से मरीजों को परेशानियों से राहत मिलेगी. मरीजों ने डॉ. अमर उपाध्याय द्वारा श्रीनगर में ओपीडी शुरू करने पर उनका आभार जताया.