पौड़ी: चौबट्टाखाल तहसील क्षेत्र से दो महीने पहले लापता हुई नाबालिग लड़की को पौड़ी पुलिस ने बिहार के किशनगंज से बरामद किया है. हालांकि, जो व्यक्ति नाबालिग लड़की अपने साथ भगाकर ले गया था, वो पुलिस के हत्थे नहीं चढ़ पाया है. पुलिस उसकी तलाश में जुटी है. पुलिस ने नाबालिग लड़की को पौड़ी लाकर परिजनों के सुपुर्द कर दिया है. सतपुली थाना प्रभारी लाखन सिंह ने बताया कि बीती 15 मार्च को चौबट्टाखाल तहसील क्षेत्र के एक गांव से नाबालिग लड़की लापता हो गई थी.
लड़की के पिता ने राजस्व पुलिस को तहरीर दी थी. जिसमें उन्होंने कहा था कि 11वीं क्लास में पढ़ने वाली उनकी लड़की 15 मार्च को घर से स्कूल में वार्षिक परीक्षा देने गई थी, लेकिन इसके बाद वो घर वापस नहीं लौटी. जिसके बाद 25 मार्च को लड़की के पिता ने राजस्व पुलिस में अपहरण की रिपोर्ट दर्ज करवाई थी.
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राजस्व पुलिस ने सीमित दायरे एवं संसाधनों के अभाव में मामला रेगुलर पुलिस को ट्रांसफर कर दिया. मामला पहले पैठाणी पुलिस के सुपुर्द हुआ और फिर 30 अप्रैल को सतपुली पुलिस को हस्तांतरित किया गया. पुलिस ने मामले की गहनता से जांच की तो पता चला कि क्षेत्र में ही मजदूरी करने वाला दूसरे धर्म का एक बिहारी युवक इसमें संलिप्त है.
पुलिस अफसरों ने सतपुली पुलिस के एसआई विनोद कुमार, सिपाही प्रदीप सैनी और दीपशिखा की एक संयुक्त टीम गठित की, जिसके बाद पुलिस ने मामले में पॉक्सो एक्ट एवं सुसंगत धाराओं में जांच शुरू कर दी. थानाध्यक्ष लाखन सिंह ने बताया कि बिहारी मजदूरों से काफी छानबीन और पूछताछ करने के बाद 13 मई को टीम बिहार के लिए रवाना की गई.
उन्होंने बताया कि लड़की को आरोपी युवक अकमल आलम (19) बांसवाड़ी तुलसिया गांव जिला किशनगंज के घर से बारमद किया गया. इस दौरान आरोपी मौके से फरार हो गया था. जिससे वह पुलिस के हत्थे नहीं चढ़ सका. बताया कि नाबालिग छात्रा को मेडिकल के लिये कोटद्वार चिकित्सालय ले जाया गया. जहां नाबालिग छात्रा ने मेडिकल कराने से इनकार कर दिया. इसके बाद नाबालिग को जिला न्यायाधीश के सामने पेश किया गया और बाद में परिजनों के सुपुर्द कर दिया गया.