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पलायन की मार: पौड़ी के श्रीकोट में 250 साल पुराना घर बहा रहा बदहाली के आंसू

पौड़ी के श्रीकोट का 250 साल पुराना घर बदहाली के आंसू रो रहा है. इस घर में गढ़वाली फिल्म और गाने भी शूट किए जा चुके हैं.

बदहाली के आंसू रो रहा 250 साल पुराना घर.
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Published : Jul 11, 2019, 11:49 AM IST

Updated : Jul 11, 2019, 12:39 PM IST

पौड़ी: उत्तराखंड के पहाड़ी क्षेत्रों में रोजगार के अवसर लगातार कम हो रहे हैं और लोग शहर की ओर पलायन कर रहे हैं. यही कारण है कि पौड़ी के श्रीकोट का 250 साल पुराना घर बदहाली के आंसू बहा रहा है. जबकि, इस ऐतिहासिक घर में गढ़वाली फिल्म और गानों भी शूट की जा चुकी हैं. बावजूद इसके इस घर की मरम्मत के लिए न तो बेहतर लकड़ी मिल पा रही है और न ही कारीगर.

बदहाली के आंसू रो रहा 250 साल पुराना घर.

जिस घर की हम बात कर रहें हैं वह 250 साल पुराना है. इस घर को बनाने में 16 साल लगे थे, जिसके लिए टिहरी गढ़वाल से कारीगरों को बुलवाया गया था. इस घर में गढ़वाली फिल्म से लेकर गाने शूट किए जा चुके हैं, लेकिन 18 कमरों की इस खूबसूरत धरोहर में आज केवल एक बुर्जुग दंपति और एक अन्य परिवार रहता है, जो आज भी इस घर को सवारनें की आस लगाए हुए हैं.

पढ़ें- चुंगी बड़ेथी में नासूर बना भूस्खलन, दो दिन से गंगोत्री हाईवे बंद, ट्रैफिक डायवर्ट

बता दें कि इस गांव में न ही रोजगार है और ना ही उपजाऊ जमीन जिस कारण यहां अधिकतर घर खाली हो चुके हैं. एक तरफ बेरोजगारी से युवाओं में असंतोष पनप रहा तो वहीं दूसरी तरफ सरकार और विपक्ष है कि एक-दूसरे को कोसने से फुर्सत नहीं ले रही है. मजबूर लोगों की समस्याएं समझने के दावे करते-करते सरकारें बदल जाती हैं लेकिन लोगों का दर्द जस का तस ही रह जाता है.

गढ़वाल की इस खूबसूरत धरोहर में रहने वाले मदन मोहन (89 साल ) ने बताया कि उनकी यह 6वीं पुस्त इस घर में रह रही है. मदन मोहन पेशे से एक शिक्षक थे और सेवानिवृत्त होने के बाद से ही वह घर में रह रहे हैं. उन्होंने बताया कि उनका एक बेटा भी है जो कि शहर में रहता है और कई बार उनके बेटे ने उन्हें शहर बुलाना भी चाहा है लेकिन उनका दिल इसी घर में लगता है.

वहीं, घर के मालिक राजेंद्र प्रसाद ने बताया कि इस घर में गढ़वाली फिल्म से लेकर गढ़वाली वीडियो की शूटिंग होती रहती है. गढ़वाल की इस अमूल्य धरोहर को बचाने के लिए वह जिला प्रशासन से मांग कर रहे हैं. उनकी मांग है कि समय रहते इसकी तरफ ध्यान दिया जाए.

पौड़ी: उत्तराखंड के पहाड़ी क्षेत्रों में रोजगार के अवसर लगातार कम हो रहे हैं और लोग शहर की ओर पलायन कर रहे हैं. यही कारण है कि पौड़ी के श्रीकोट का 250 साल पुराना घर बदहाली के आंसू बहा रहा है. जबकि, इस ऐतिहासिक घर में गढ़वाली फिल्म और गानों भी शूट की जा चुकी हैं. बावजूद इसके इस घर की मरम्मत के लिए न तो बेहतर लकड़ी मिल पा रही है और न ही कारीगर.

बदहाली के आंसू रो रहा 250 साल पुराना घर.

जिस घर की हम बात कर रहें हैं वह 250 साल पुराना है. इस घर को बनाने में 16 साल लगे थे, जिसके लिए टिहरी गढ़वाल से कारीगरों को बुलवाया गया था. इस घर में गढ़वाली फिल्म से लेकर गाने शूट किए जा चुके हैं, लेकिन 18 कमरों की इस खूबसूरत धरोहर में आज केवल एक बुर्जुग दंपति और एक अन्य परिवार रहता है, जो आज भी इस घर को सवारनें की आस लगाए हुए हैं.

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बता दें कि इस गांव में न ही रोजगार है और ना ही उपजाऊ जमीन जिस कारण यहां अधिकतर घर खाली हो चुके हैं. एक तरफ बेरोजगारी से युवाओं में असंतोष पनप रहा तो वहीं दूसरी तरफ सरकार और विपक्ष है कि एक-दूसरे को कोसने से फुर्सत नहीं ले रही है. मजबूर लोगों की समस्याएं समझने के दावे करते-करते सरकारें बदल जाती हैं लेकिन लोगों का दर्द जस का तस ही रह जाता है.

गढ़वाल की इस खूबसूरत धरोहर में रहने वाले मदन मोहन (89 साल ) ने बताया कि उनकी यह 6वीं पुस्त इस घर में रह रही है. मदन मोहन पेशे से एक शिक्षक थे और सेवानिवृत्त होने के बाद से ही वह घर में रह रहे हैं. उन्होंने बताया कि उनका एक बेटा भी है जो कि शहर में रहता है और कई बार उनके बेटे ने उन्हें शहर बुलाना भी चाहा है लेकिन उनका दिल इसी घर में लगता है.

वहीं, घर के मालिक राजेंद्र प्रसाद ने बताया कि इस घर में गढ़वाली फिल्म से लेकर गढ़वाली वीडियो की शूटिंग होती रहती है. गढ़वाल की इस अमूल्य धरोहर को बचाने के लिए वह जिला प्रशासन से मांग कर रहे हैं. उनकी मांग है कि समय रहते इसकी तरफ ध्यान दिया जाए.

Intro:जनपद पौड़ी के अधिकतर गांव खाली हो चुके हैं यहां पर ना ही खेती की जा रही है और ना ही रोजगार की कोई साधन है जिसके चलते लोगों ने अपने गांव छोड़ शहरों की तरफ जाना शुरू कर दिया और अधिकतर गांव में मात्र बुजुर्ग लोगों की वजह से आबाद है। पौड़ी का श्रीकोट में 250 साल पुराना घर जो कि अपने आप में एक अलग पहचान बनाए हुए हैं। इस खूबसूरत धरोहर में 2 परिवार रहते हैं वक्त के साथ साथ घर की स्थिति भी नाजुक होती जा रही है इन घरों को संवारने के लिए ना ही इस किस्म की लकड़ी मिल पा रही है और ना ही इस तरह के कारीगर जो कि इस घर को पहले की तरह बना कर रख सके। इस घर में 89 साल के मदन मोहन अपनी पत्नी के साथ रहते हैं वहीं दूसरे वाले घर में राजेंद्र कुमार थपलियाल अपने परिवार के साथ यही रह रहे हैं।


Body:गढ़वाल की धरोहर का खूबसूरत घर जो कि पौड़ी के श्रीकोट में है यह दो अलग-अलग समय में बना था पहले घर को लगभग 170 साल और दूसरे घर को लगभग 250 साल बने हुए हो गए हैं। इनके निर्माण में लगभग 16 साल लगे और इस घर को बनाने वाले कारीगर टिहरी गढ़वाल से आए थे उन्होंने घर को उड़द की दाल और पत्थर से मिलकर बनाया है। इस पूरे घर में लगभग 18 कमरे हैं। इस घर की सबसे मुख्य विशेषता है कि जनपद पौड़ी में दूसरा ऐसा खूबसूरत धरोहर नहीं है इस घर में गढ़वाली फिल्म से लेकर गढ़वाली वीडियो गाने शूट किए जा चुके हैं। यहां पर गढ़वाली फ़िल्म 'जग्वाल' को शूट किया गया था। घर के मालिक राजेन्द्र थपलियाल ने मांग कि है कि इस अमूल्य धरोहर के संरक्षण के लिए जिला प्रशासन को प्रयास करने चाहिए।


Conclusion:गढ़वाल की इस खूबसूरत धरोहर में रहने वाले मदन मोहन जिनकी उम्र 89 साल है उन्होंने बताया कि उनकी या छठवीं पुस्त इस घर पर रह रही है। मदन मोहन शिक्षा विभाग में शिक्षक के रूप में काम किया करते थे और सेवानिवृत्त होने के बाद से ही वह घर में रह रहे हैं उनके पुत्र उन्हें शहर में बुलाना तो चाहते हैं लेकिन उनका दिल इसी घर में लगता है और वह अन्य लोगों को भी यही संदेश देते हैं कि जो लोग अपना गांव अपना घर छोड़ शहर में बस गए हैं वह समय-समय पर अपने गांव आकर अपने इन अमूल्य धरोहरों की देखरेख करें। राजेंद्र प्रसाद ने बताया कि इस घर में गढ़वाली फिल्म से लेकर गढ़वाली वीडियो की शूटिंग होती है गढ़वाल का यह अमूल्य धरोहर को बचाने के लिए वह जिला प्रशासन से मांग कर रहे हैं कि इसका समय रहते संरक्षण किया जाए ताकि आने वाली पीढ़ी को दिखाने के लिए इस धरोहर को जीवित रखा जाए। बाईट-राजेन्द्र थपलियाल बाईट-मदन मोहन
Last Updated : Jul 11, 2019, 12:39 PM IST
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