पौड़ी: उत्तराखंड के पहाड़ी क्षेत्रों में रोजगार के अवसर लगातार कम हो रहे हैं और लोग शहर की ओर पलायन कर रहे हैं. यही कारण है कि पौड़ी के श्रीकोट का 250 साल पुराना घर बदहाली के आंसू बहा रहा है. जबकि, इस ऐतिहासिक घर में गढ़वाली फिल्म और गानों भी शूट की जा चुकी हैं. बावजूद इसके इस घर की मरम्मत के लिए न तो बेहतर लकड़ी मिल पा रही है और न ही कारीगर.
जिस घर की हम बात कर रहें हैं वह 250 साल पुराना है. इस घर को बनाने में 16 साल लगे थे, जिसके लिए टिहरी गढ़वाल से कारीगरों को बुलवाया गया था. इस घर में गढ़वाली फिल्म से लेकर गाने शूट किए जा चुके हैं, लेकिन 18 कमरों की इस खूबसूरत धरोहर में आज केवल एक बुर्जुग दंपति और एक अन्य परिवार रहता है, जो आज भी इस घर को सवारनें की आस लगाए हुए हैं.
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बता दें कि इस गांव में न ही रोजगार है और ना ही उपजाऊ जमीन जिस कारण यहां अधिकतर घर खाली हो चुके हैं. एक तरफ बेरोजगारी से युवाओं में असंतोष पनप रहा तो वहीं दूसरी तरफ सरकार और विपक्ष है कि एक-दूसरे को कोसने से फुर्सत नहीं ले रही है. मजबूर लोगों की समस्याएं समझने के दावे करते-करते सरकारें बदल जाती हैं लेकिन लोगों का दर्द जस का तस ही रह जाता है.
गढ़वाल की इस खूबसूरत धरोहर में रहने वाले मदन मोहन (89 साल ) ने बताया कि उनकी यह 6वीं पुस्त इस घर में रह रही है. मदन मोहन पेशे से एक शिक्षक थे और सेवानिवृत्त होने के बाद से ही वह घर में रह रहे हैं. उन्होंने बताया कि उनका एक बेटा भी है जो कि शहर में रहता है और कई बार उनके बेटे ने उन्हें शहर बुलाना भी चाहा है लेकिन उनका दिल इसी घर में लगता है.
वहीं, घर के मालिक राजेंद्र प्रसाद ने बताया कि इस घर में गढ़वाली फिल्म से लेकर गढ़वाली वीडियो की शूटिंग होती रहती है. गढ़वाल की इस अमूल्य धरोहर को बचाने के लिए वह जिला प्रशासन से मांग कर रहे हैं. उनकी मांग है कि समय रहते इसकी तरफ ध्यान दिया जाए.