श्रीनगर/पौड़ी: कोरोना की दूसरी लहर में सबसे ज्यादा जरूरत ऑक्सीजन की पड़ रही है. प्रदेश के किसी भी हॉस्पिटल में ऑक्सीजन की कमी न हो इसको लेकर सरकार और प्रशासन दोनों ही तैयारियों में जुटे हुए है. इसी के तहत मलेथा में लबें समय से बंद पड़े ऑक्सीजन प्लांट बुधवार को शुरू हो गया है. गुजरात से लिक्विड ऑक्सीजन पहुंचने के मलेथा ऑक्सीजन प्लांट से सिलेंडरों में रिफिलिंग हो सकेगी.
इस ऑक्सीजन प्लांट के शुरू होने से चमोली, रुद्रप्रयाग, टिहरी और पौड़ी जिले के कई हॉस्पिटलों का बड़ा फायदा मिलेगा. अब यहां के हॉस्पिटलों को ऑक्सीजन के लिए मैदानी जिलों पर निर्भर नहीं रहना पड़ेगा. बता दें कि देवप्रयाग विधायक विनोद कंडारी ने हाल ही मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत को पत्र लिखकर मलेथा ऑक्सीजन प्लांट के लिए 10 मीट्रिक टन लिक्विड ऑक्सीजन की मांग की थी.
मुख्यमंत्री ने इसका संज्ञान लेते लिया और बुधवार को लिक्विड ऑक्सीजन देवप्रयाग स्थित ऑक्सीजन प्लांट पहुंच गई. अब इस प्लांट से रोज डी टाइप के 200 और बी टाइप के 100 सिलेंडर भरे जाएंगे. देवप्रयाग विधायक विनोद कंडारी ने बताया कि लिक्विड ऑक्सीजन का ट्रक मलेथा पहुंच गया है, जिसके बाद आस-पास के जिलों के लिए भी ऑक्सीजन सिलेंडर मलेथा में ही भरे जा सकेंगे.
ग्राम पंचायत स्तर पर कोरोना किट उपलब्ध
पौड़ी जिलाधिकारी विजय कुमार जोगदंडे ने ग्राम पंचायत स्तर पर कोरोना किट उपलब्ध कराने की शुरुआत कर दी. पौड़ी के खंड विकास कार्यालय से बुधवार को ग्राम प्रधानों को किट देकर इसका शुभारंभ किया. साथ ही बताया कि पहले दिन पौड़ी जनपद के ग्राम पंचायतों के लिए 25 हजार किट बन गई हैं. जल्द ही एक लाख किट बनकर तैयार हो जाएगी. कोरोना संक्रमित मरीजों के साथ-साथ जिन लोगों में कोरोना संभावित लक्षण दिखते है, उनको भी यह दवाइयां दी जाएंगी. ताकि संक्रमण को फैलने से रोका जा सके.