ऋषिकेश: अंकिता भंडारी हत्याकांड (Ankita Bhandari murder) के मुख्य आरोपी पुलकिल आर्य (main accused Pulkit Arya) के पिता विनोद आर्य (Vinod Arya) बुधवार को पौड़ी जिले के लक्ष्मण झूला थाने में पहुंचे. यहां उन्होंने अंकिता भंडारी हत्याकांड से जुड़े मामले में पुलिस अधिकारियों के बात की. इस दौरान विनोद आर्य ने थाने के बाहर आकर कहा कि अंकिता के साथ-साथ पुलकिल आर्य को भी इंसाफ मिलना चाहिए.
पुलकिल आर्य के पिता विनोद आर्य कहा कि उन्हें न्यायिक प्रणाली पर पूरा भरोसा है. पुलिस इस मामले में अपना काम पूरी ईमानदारी के साथ कर रही है. सारे सबूत पुलकिल आर्य के खिलाफ होते हुए भी विनोद आर्य ने कहा कि यदि ने गुनाह किया है, तो बेशक उसे सजा मिलनी चाहिए. वैसे ये पूरा मामला न्यायालय में विचाराधीन है. ऐसे में कोर्ट से ही अब इंसाफ होना है.
विनोद आर्य ने कहा कि यदि पुलकिल आर्य ने गलती है तो उसे सजा मिलनी चाहिए और अगर वो निर्दोष है तो यह भी कोर्ट को देखने चाहिए. वहीं, कुछ दिनों पहले आरएसएस नेता विपिन कर्णवाल ने अंकिता भंडारी को लेकर जो टिप्पणी की थी, उस पर जब विनोद आर्य से सवाल किया तो उन्होंने कुछ भी कहने से साफ इंकार कर दिया.
बता दें कि 19 साल की अंकिता भंडारी यमकेश्वर ब्लॉक क्षेत्र में स्थित वनंत्रा रिसॉर्ट में रिसेप्शनिस्ट थी. वनंत्रा रिसॉर्ट बीजेपी से निकाल गए बड़े नेता विनोद आर्य के बेटे पुलकित आर्य का है. आरोप है कि पुलकित आर्य अंकिता भंडारी पर रिसॉर्ट में आने वाले गेस्टों को स्पेशल सर्विस (गलत काम) देने का दबाव बना रहा था, जिसके लिए अंकिता भंडारी ने मना कर दिया था. इसी वजह से अंकिता भंडारी और पुलकित आर्य के बीच बहस भी हुई थी. इसी वजह से अंकिता भंडारी नौकरी भी छोड़ने वाली थी.
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आरोप है कि पुलकित आर्य को डर था कि अंकिता भंडारी रिसॉर्ट में हो रहे गलत कामों और उसके राज का पर्दाफाश कर देगी. इसी डर से पुलकित आर्य 18 सितंबर शाम को बहस होने के बाद अंकिता भंडारी को किसी बहाने से ऋषिकेश लेकर गया. इस दौरान पुलकित आर्य के साथ उसके दो मैनेजर सौरभ भास्कर और अंकित गुप्ता भी थी. इन तीनों ने अपने इकबाल ए जुर्म में पुलिस को बताया था कि 18 सितंबर शाम को ही उन्होंने बीच रास्ते में चीला नहर में धक्क देकर अंकिता की हत्या कर दी थी. अंकिता की लाश 24 सितंबर चीला नहर से बरामद हुई है. अभी तीनों आरोपी जेल में बंद हैं. इस मामले की जांच के लिए सरकार ने डीआईजी पी रेणुका के नेतृत्व में एसआईटी का गठन किया था, जो इस मामले में तफ्तीश कर रही है.