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पौड़ीः स्थानीय उत्पादों को मिलेगा बाजार, किसानों की आय में होगी वृद्धि

पौड़ी में विपणन केंद्र खोला जा रहा है. किसानों के दाल, सब्जी, फल, मंडुआ, झंगोरा आदि उत्पादों को उचित मूल्य पर मंडी परिषद खरीदेगी. ऐसे में किसानों के उत्पादन बढ़ेगी और उनकी आय में भी वृद्धि होगी.

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Published : Nov 13, 2019, 9:08 PM IST

Updated : Nov 13, 2019, 10:12 PM IST

पौड़ीः जिले में जल्द ही स्थानीय उत्पादों की बिक्री के लिए स्थानीय स्तर पर विपणन केंद्र मुहैया हो जाएगा. इसके लिए जिला प्रशासन ने जिला योजना के तहत निर्माण कार्य शुरू कर दिया है. ऐसे में स्थानीय काश्तकारों, किसानों की ओर से उत्पादित दाल, सब्जी, फल, मंडुआ, झंगोरा आदि को स्थानीय स्तर पर ही बाजार मिलेगा. साथ ही उन्हें स्थानीय स्तर पर ही उत्पादों का उचित मूल्य मिल सकेगा. वहीं, मंडी परिषद इन उत्पादों का क्रय करेगी.

पौड़ी में स्थानीय उत्पादों को मिलेगा बाजार.

बता दें कि, गढ़वाल कमिश्नरी की 50वीं वर्षगांठ पर सूबे के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कैबिनेट में निर्णय लिया था कि पर्वतीय उत्पादों को एक बाजार मुहैया करवाया जाएगा. जिससे किसान अपने उत्पादों को आसानी से बेच सकेगा और उससे एक अच्छा मूल्य भी मिल पाएगा. साथ ही किसानों को स्थानीय उत्पादों की बिक्री के लिए स्थानीय स्तर पर मार्केट मिल जाएगा.

ये भी पढ़ेंः उत्तराखंड बना जैविक कृषि अधिनियम बनाने वाला देश का पहला राज्य

किसानों के दाल, सब्जी, फल, मंडुआ, झंगोरा आदि उत्पादों को उचित मूल्य पर मंडी परिषद खरीदेगी. ऐसे में अन्य किसान भी प्रेरित होकर कृषि के क्षेत्र में कार्य करेंगे और पहाड़ों से हो रही पलायन पर कुछ हद तक लगाम लग पाएगी.

वहीं, डीएम धीराज सिंह गर्ब्याल का कहना है कि पहाड़ी उत्पादों को सरकार के माध्यम से मंडी की मदद से क्रय किया जाएगा. जिससे किसानों की आय को बढ़ाया जा सके. सरकार पहली बार कृषकों को उनके उत्पादन क्रय करने के लिए मंडी मुहैया करवा रही है. ऐसे में किसानों के उत्पादन बढ़ेगी और उनकी आय में भी वृद्धि होगी.

पौड़ीः जिले में जल्द ही स्थानीय उत्पादों की बिक्री के लिए स्थानीय स्तर पर विपणन केंद्र मुहैया हो जाएगा. इसके लिए जिला प्रशासन ने जिला योजना के तहत निर्माण कार्य शुरू कर दिया है. ऐसे में स्थानीय काश्तकारों, किसानों की ओर से उत्पादित दाल, सब्जी, फल, मंडुआ, झंगोरा आदि को स्थानीय स्तर पर ही बाजार मिलेगा. साथ ही उन्हें स्थानीय स्तर पर ही उत्पादों का उचित मूल्य मिल सकेगा. वहीं, मंडी परिषद इन उत्पादों का क्रय करेगी.

पौड़ी में स्थानीय उत्पादों को मिलेगा बाजार.

बता दें कि, गढ़वाल कमिश्नरी की 50वीं वर्षगांठ पर सूबे के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कैबिनेट में निर्णय लिया था कि पर्वतीय उत्पादों को एक बाजार मुहैया करवाया जाएगा. जिससे किसान अपने उत्पादों को आसानी से बेच सकेगा और उससे एक अच्छा मूल्य भी मिल पाएगा. साथ ही किसानों को स्थानीय उत्पादों की बिक्री के लिए स्थानीय स्तर पर मार्केट मिल जाएगा.

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किसानों के दाल, सब्जी, फल, मंडुआ, झंगोरा आदि उत्पादों को उचित मूल्य पर मंडी परिषद खरीदेगी. ऐसे में अन्य किसान भी प्रेरित होकर कृषि के क्षेत्र में कार्य करेंगे और पहाड़ों से हो रही पलायन पर कुछ हद तक लगाम लग पाएगी.

वहीं, डीएम धीराज सिंह गर्ब्याल का कहना है कि पहाड़ी उत्पादों को सरकार के माध्यम से मंडी की मदद से क्रय किया जाएगा. जिससे किसानों की आय को बढ़ाया जा सके. सरकार पहली बार कृषकों को उनके उत्पादन क्रय करने के लिए मंडी मुहैया करवा रही है. ऐसे में किसानों के उत्पादन बढ़ेगी और उनकी आय में भी वृद्धि होगी.

Intro:जनपद पौड़ी के किसान जो कि कृषि क्षेत्र में काफी बेहतर काम कर रहे हैं और स्थानीय उत्पादों का उत्पादन कर रहे हैं काफी अच्छी मात्रा में उत्पादन करने के बाद भी उन्हें अच्छा बाजार नहीं मिल पा रहा है जिससे कि उन्हें काफी नुकसान भी होता है जिसे कि कृषक निराश होता है। वहीं कैबिनेट में लिए फैसले के बाद अब जिला प्रशासन की ओर से जिला योजना से विपणन केंद्र का निर्माण कार्य भी शुरू करवा दिया गया है। इसके पीछे की मंशा है कि स्थानीय काश्तकारों, किसानों की ओर से उत्पादित दाल, सब्जी, फल, मंडुआ, झंगोरा आदि को स्थानीय स्तर पर ही बाजार मुहैया करवाया जाएगा ताकि उन्हें स्थानीय स्तर पर ही उत्पादों का उचित मूल्य भी मिल सके। मंडी परिषद उत्पादों का क्रय करेगी।


Body:गढ़वाल कमिश्नरी की 50 वीं वर्षगांठ पर प्रदेश के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने केबीनेट में निर्णय लिया था कि पर्वतीय उत्पादों को एक बाजार मुहैया करवाया जाएगा जिससे कि किसान अपने उत्पादों को आसानी से यहां पर विक्रय कर सकेगा और उससे एक अच्छा मूल्य भी यहां मिल पाएगा। कृषकों को स्थानीय उत्पादों की बिक्री के लिए स्थानीय स्तर पर विपणन केंद्र मुहैया हो जाएगा साथ ही किसानों के उत्पादित दाल, सब्जी, फल, मंडुआ, झंगोरा आदि को स्थानीय स्तर पर ही बाजार भी मुहैया करवाया जायेगा ताकि उन्हें स्थानीय स्तर पर ही उत्पादों का उचित मूल्य भी मिल सके। मंडी परिषद उत्पादों का क्रय करेगी। इससे अन्य किसान भी प्रेरित होकर कृषि के क्षेत्र में कार्य करेंगे और पहाड़ों में जो पलायन की समस्या है उसे भी समाप्त करने का काम किया जाएगा।


Conclusion:जिलाधिकारी पौड़ी धीराज सिंह गर्ब्याल ने बताया कि पौड़ी में आयोजित 50वीं वर्षगांठ में कैबिनेट में फैसला लिया गया था कि पर्वतीय उत्पादों को सरकार के माध्यम से मंडी की मदद से क्रय किया जाएगा जिससे कि किसानों की आय को बढ़ाया जा सके। उत्तराखंड राज्य बनने के बाद यह पहला मौका है जब सरकार की ओर से कृषकों को उनके उत्पादन के को क्रय करने के लिए मंडी मुहैया करवाई जा रही है और उन्हें स्थानीय स्तर पर बाजार मिल सकेगा। जिसे की किसानों के उत्पादन बढ़ेंगे और उनकी आय में भी वृद्धि होगी।
बाईट-धीराज सिंह(जिलाधिकारी पौड़ी)
Last Updated : Nov 13, 2019, 10:12 PM IST
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