ETV Bharat / state

कोटद्वार: 10 दिनों से ई पास बनवाने के लिए तहसील का चक्कर काट रहा मजदूर - laborers

कोटद्वार तहसील कार्यालय में मजदूर ई पास बनवाने के लिए चक्कर लगा रहा है. वहीं, प्रशासन की तरफ से अब तक कोई कार्रवाई नहीं हो रही है.

Kotdwar tehsil
मजदूर
author img

By

Published : May 14, 2020, 6:47 PM IST

Updated : May 14, 2020, 9:30 PM IST

कोटद्वार: लॉकडाउन के बीच कोटद्वार तहसील प्रशासन गरीब और असहाय लोगों के प्रति कितना सजग है, यह उत्तर प्रदेश के ऐटा का रहने वाला एक मजदूर ने बता दिया. बता दें कि ऐटा का रहने वाला मजदूर 3 मई से ई पास बनाने के लिए तहसील का चक्कर लगा रहा है, लेकिन तहसील प्रशासन से ऐटा जाने की परिमिशन नहीं मिली है.

तहसील का चक्कर काट रहा मजदूर

गौर है कि कोटद्वार तहसील में एक मजदूर विगत 10 दिनों से ई पास बनवाने के लिए तहसील के चक्कर लगा रहा है. मजदूर उत्तर प्रदेश के ऐटा का रहने वाला है. ऐटा में उसके परिवार में उसकी पत्नी और बच्चे की तबीयत खराब है. वह 3 मई से लगातार तहसील कोटद्वार में पास बनाने के लिए आ रहा है.

पढ़ें: रुड़की: बीजेपी विधायक के खिलाफ लोगों ने एसडीएम से की शिकायत

वहीं, मजदूर ने बताया कि वह कोटद्वार में रहकर मजदूरी का कार्य करता है, लेकिन लॉकडाउन के बाद ना तो मजदूरी मिल रही है और ना ही खाने को मिल रहा है, इससे अच्छा है कि अपने घर को चले जाएं. मजदूर ने बताया कि वह 3 मई से पास बनाने के लिए तहसील प्रशासन का चक्कर लगा रहा, कर्मचारी कहते है कि कंप्यूटर से कागज बनवा कर लाओ, कभी कहते है कि गाड़ी नंबर बताओ. जिसके चलते वह परेशान हो गया है.

कोटद्वार: लॉकडाउन के बीच कोटद्वार तहसील प्रशासन गरीब और असहाय लोगों के प्रति कितना सजग है, यह उत्तर प्रदेश के ऐटा का रहने वाला एक मजदूर ने बता दिया. बता दें कि ऐटा का रहने वाला मजदूर 3 मई से ई पास बनाने के लिए तहसील का चक्कर लगा रहा है, लेकिन तहसील प्रशासन से ऐटा जाने की परिमिशन नहीं मिली है.

तहसील का चक्कर काट रहा मजदूर

गौर है कि कोटद्वार तहसील में एक मजदूर विगत 10 दिनों से ई पास बनवाने के लिए तहसील के चक्कर लगा रहा है. मजदूर उत्तर प्रदेश के ऐटा का रहने वाला है. ऐटा में उसके परिवार में उसकी पत्नी और बच्चे की तबीयत खराब है. वह 3 मई से लगातार तहसील कोटद्वार में पास बनाने के लिए आ रहा है.

पढ़ें: रुड़की: बीजेपी विधायक के खिलाफ लोगों ने एसडीएम से की शिकायत

वहीं, मजदूर ने बताया कि वह कोटद्वार में रहकर मजदूरी का कार्य करता है, लेकिन लॉकडाउन के बाद ना तो मजदूरी मिल रही है और ना ही खाने को मिल रहा है, इससे अच्छा है कि अपने घर को चले जाएं. मजदूर ने बताया कि वह 3 मई से पास बनाने के लिए तहसील प्रशासन का चक्कर लगा रहा, कर्मचारी कहते है कि कंप्यूटर से कागज बनवा कर लाओ, कभी कहते है कि गाड़ी नंबर बताओ. जिसके चलते वह परेशान हो गया है.

Last Updated : May 14, 2020, 9:30 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.