कोटद्वार: अवैध खनन को रोकने और खनन माफिया पर लगाम लगाने के लिए उप जिलाधिकारी अपर्णा ढौंडियाल ने एंटी माइनिंग टीम का गठन किया है. इस टीम में पुलिस विभाग से सब इंस्पेक्टर, तहसीलदार, खनन अधिकारी, वन विभाग और वन निगम के कर्मचारियों के साथ-साथ होमगार्डों की तैनाती रहेगी.
दरअसल, कोटद्वार तहसील क्षेत्र में बहने वाली नदियों में लंबे सयम से अवैध खनन की शिकायतें मिल रही हैं. हालांकि पुलिस और प्रशासन की टीम समय-समय खनन माफिया के खिलाफ कार्रवाई करती रहती है. बावजूद इसके खनन माफिया अवैध खनन का कोई नया रास्ता निकाल लेते थे. हालांकि अब खनन माफिया पर लगाम कसने के लिए उप जिलाधिकारी अपर्णा ढौंडियाल ने एंटी माइनिंग टीम का गठन किया है. ताकि कोटद्वार क्षेत्र में हो रहे अवैध खनन पर रोक लगाई जा सके.
पढ़ें- आंध्र प्रदेश के श्रद्धालु संग 'तीन मुख्यमंत्रियों' ने लगाई आस्था की डुबकी, पढ़ें पूरी खबर
उप जिलाधिकारी अपर्णा ढौंडियाल ने बताया कि अवैध खनन को रोकने के लिए एंटी माइनिंग टीम का गठन किया. यह टीम कौड़िया चेक पोस्ट पर 24 घंटे तैनात रहेगी. साथ ही टीम कौड़िया चेक पोस्ट पर लगे हुए सीसीटीवी कैमरों की मदद लेगी. इस टीम के गठन के बाद अवैध खनन माफिया में हड़कंप मचा गया है.
बता दें कि अवैध खनन से भरे हुए डंपर कौड़िया चेक पोस्ट से होकर ही पड़ोसी राज्य उत्तर प्रदेश में प्रवेश करते हैं. खनन से भरे हुए वाहनों के लिए पड़ोसी राज्य उत्तर प्रदेश में जाने का कोई दूसरा रास्ता नहीं है. इसलिए प्रशासन ने इन पर रोक लगाने के लिए यह पहल की. उप जिलाधिकारी अपर्णा ढौंडियाल की यह पहल अगर परवान चढ़ती है तो कोटद्वार की नदियों में दिन-रात हो रहे अवैध खनन से नदियों को बचाया जा सकता है.