कोटद्वार: नगर निगम में व्यापारिक टैक्स शुल्क के विरोध में कोटद्वार विधानसभा में सभी व्यापारिक प्रतिष्ठान बंद रहे. व्यापार संघ के आव्हान पर पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत कोटद्वार के सनेह से लेकर भाबर तक सभी दुकानें बंद रहीं. कोटद्वार व्यापर संघ के पदाधिकारी ने हिन्दू पंचायती धर्मशाला से झण्डीचौड होते हुए नगर निगम कार्यालय एवं तहसील पहुंच प्रदर्शन किया. इस दौरान तहसीलदार के माध्यम से राज्यपाल को ज्ञापन भेजते हुए व्यापारियों ने कहा कि सरकार बिना वजह का टैक्स लगाकर व्यापारियों को परेशान कर रही है.
कोटद्वार नगर निगम में व्यापारिक शुल्क लगने के बाद कांग्रेस एवं भाजपा अपने-अपने दांव दिखा रही है. पहले कोटद्वार व्यापार संघ ने टैक्स के विरोध में बंद एवं जलूस निकाला. वहीं कांग्रेस समर्थित पार्षदों ने टैक्स के विरोध में नगर निगम कार्यालय में धरना दिया. वहीं कुछ देर बाद भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं एवं भाजपा पार्षदों ने कोटद्वार नगर निगम कार्यालय पहुंच कर कोटद्वार महापौर हेमलता नेगी का पुतला दहन किया.
भाजपा पार्षदों का कहना है कि कांग्रेस की महापौर हेमलता नेगी कह रही है कि निगम की बोर्ड बैठक में सभी पार्षदों ने व्यापारिक टैक्स में प्रस्ताव पास किया है. तब कांग्रेस के पार्षदों ने व्यापारिक टैक्स का विरोध किया था. जबकि भाजपा पार्षदों का कहना है कि जिस बोर्ड बैठक के प्रपत्र मीडिया या सोशल मीडिया में प्रसारित किया जा रहा है. वह नगर निगम की बोर्ड बैठक में भाजपा समर्थित पार्षदों ने हिस्सा ही नहीं लिया.
कोटद्वार नगर निगम के आयुक्त किशन सिंह नेगी का कहना है कि यह व्यापारिक टैक्स नहीं है. यह तो नगर निगम एक्ट के तहत व्यापारिक लाइसेंस शुल्क है, जो बोर्ड बैठक में पार्षदों द्वारा प्रस्ताव पारित किया गया है.