श्रीनगरः उत्तराखंड में कांग्रेस कल से भारत जोड़ो यात्रा (Bharat Jodo Yatra) की शुरुआत करने जा रही है. ऐसे में इस भारत जोड़ो यात्रा के निशाने पर प्रदेश की धामी सरकार रहेगी. ऐसे में कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष करण माहरा ने कहा कि इस यात्रा के दौरान प्रत्येक दिन राज्य के ज्वलंत विषयों को लेकर सरकार पर हमला बोला जाएगा. लिहाजा, कांग्रेस पहले दिन प्रदेश की बेटी अंकिता भंडारी को न्याय दिलाने की मांग (Justice for Ankita) को लेकर इस यात्रा को शुरू करेगी.
बता दें कि कल यानी 7 नवंबर से चमोली जिले के सीमांत गांव माणा से प्रारंभ हो रही भारत जोड़ो यात्रा पहले दिन अंकिता हत्याकांड की हाईकोर्ट के न्यायाधीश की देखरेख में सीबीआई जांच की मांग को समर्पित होगी. इस मौके पर मीडिया से मुखातिब होते हुए प्रदेश अध्यक्ष करण माहरा (Uttarakhand Congress President Karan Mahara) ने कहा कि शुरू से ही राज्य सरकार अंकिता हत्याकांड की लीपापोती में लगी थी. हत्याकांड के बाद रातों रात उस रिजॉर्ट पर बुलडोजर चलाकर सबूत मिटाने की साजिश की गई.
वहीं, करण माहरा ने कहा कि श्रीनगर का ऐतिहासिक बैकुंठ चतुर्दशी मेला (Srinagar Baikunth Chaturdashi Fair) राजनीति का शिकार हो चुका है. स्थानीय विधायक और कैबिनेट मंत्री धन सिंह रावत अपनी हठधर्मिता के चलते मेले को नहीं होने देना चाहते. उन्होंने कहा कि कमलेश्वर मंदिर के महंत भी मेला न होने के कारण चिंतित है. उन्होंने ये भी कहा कि आज प्रदेश की शिक्षा व्यवस्था ध्वस्त हो चुकी है. इसका नतीजा है कि पूरे देश मे आज शिक्षा में उत्तराखंड 35 नंबर पर आ चुका है. प्रदेश में बेरोजगारी बढ़ रही है. प्रदेश मंहगाई में देशभर में अव्वल नंबर पर है.
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क्या था अंकिता भंडारी मर्डर केस: गौर हो कि पौड़ी जिले के नांदलस्यू पट्टी के श्रीकोट की रहने वाली अंकिता भंडारी (19) ऋषिकेश के बैराज चीला मार्ग पर गंगा भोगपुर में स्थित वनंत्रा रिजॉर्ट में रिसेप्शनिस्ट की नौकरी करती थी. अंकिता इस रिजॉर्ट में 28 अगस्त से नौकरी कर रही थी. वो बीती 18 सितंबर को रहस्यमय तरीके से लापता हो गई थी. जिसके बाद रिजॉर्ट के मालिक पुलकित आर्य ने राजस्व पुलिस चौकी में उसकी गुमशुदगी दर्ज कराई. 22 सितंबर तक अंकिता का कुछ पता नहीं चला. इसके बाद मामला लक्ष्मणझूला थाना पुलिस को ट्रांसफर कर दिया गया.
वहीं, जब पुलिस ने जांच की तो वनंत्रा रिजॉर्ट (Vanantra Resort Rishikesh) के संचालक और उसके मैनेजरों की भूमिका सामने आई. रिजॉर्ट के कर्मचारियों से पूछताछ में पता चला कि 18 सितंबर को शाम करीब आठ बजे अंकिता रिजॉर्ट के मालिक पुलकित आर्य, मैनेजर अंकित और भास्कर के साथ रिजॉर्ट से निकली थी, लेकिन जब वो वापस लौटे तो उनके साथ अंकिता (Receptionist Ankita Bhandari) नहीं थी. इस आधार पर पुलिस ने तीनों को हिरासत लिया और पूछताछ की.
आरोपियों ने पुलिस के सामने सारा सच उगल दिया. आरोपियों ने अंकिता भंडारी को नहर में धकेल (Ankita Bhandari Murder Case) दिया था. जिससे उसकी मौत हो गई. मामले में पुलिस ने पूर्व राज्यमंत्री विनोद आर्य (Pulkit Arya father Vinod Arya) के बेटे रिजॉर्ट संचालक पुलकित आर्य और उसके दो मैनेजरों को हत्या के आरोप में गिरफ्तार किया. इसके बाद कोर्ट ने तीनों को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया. वहीं, बीती 24 सितंबर को अंकिता का शव चीला बैराज से बरामद हुआ. जिसके बाद शव को एम्स ऋषिकेश ले जाया गया. जहां उसका पोस्टमॉर्टम किया गया.
वहीं, पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट की जानकारी सार्वजनिक करने की मांग को लेकर मोर्चरी के बाहर कांग्रेसियों ने ग्रामीणों के साथ मिलकर जमकर हंगामा भी किया, लेकिन स्थिति की नजाकत को देखते हुए डॉक्टरों के पैनल ने हाथों-हाथ रिपोर्ट की जानकारी नहीं दी. पोस्टमॉर्टम की रिपोर्ट में उसके शरीर पर चोट के निशान मिले. जिसके आधार पर कहा जा सकता है कि 28 अगस्त से रिजॉर्ट में ड्यूटी ज्वाइन करने के बाद से ही मालिक और उसके सहयोगी उसे प्रताड़ित कर रहे थे. वहीं, श्रीनगर में अंकिता का अंतिम संस्कार किया गया. इस दौरान काफी बवाल भी हुआ था.
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