कोटद्वार: खोह नदी, सुखरो नदी और पनियाली गदेरे में इन दिनों चैनेलाइजेशन के नाम पर अवैध खनन किया जा रहा है. जिससे सरकार को रोजाना करोड़ों के राजस्व का नुकसान हो रहा है. लोगों का आरोप है कि शासन-प्रशासन की नाक के नीचे अवैध खनन किया जा रहा है. साथ ही उन्होंने कहा कि जिम्मेदार अधिकारियों को शिकायत करने पर कोई ठोस कार्रवाई अमल में नहीं लाई जा रही है और शिकायतकर्ताओं के मोबाइल नंबर ब्लैक लिस्ट किए जा रहे हैं.
बता दें कि कोटद्वार की खोह नदी , सुखरो नदी और पनियाली गदेरे में इन दिनों चैनेलाइज के नाम पर अवैध खनन का खेल खेला जा रहा है. लोगों के विरोध पर भी प्रशासन कुम्भकरणी नींद से नहीं जाग रहा है. लोगों का आरोप है कि ओवरलोड़िंग डम्परों के चलने से सड़क धंस चुकी है और सड़कों के ऊपर पड़ी सिलेब टूट चुकी है. वहीं सीएसडी कैंटीन के पास पनियाली नाले में देर रात पोकलैंड मशीनों से खनन किया जा रहा है.
पढ़ें-पंतनगर कृषि विविः जूनियर को दिया प्रभार तो अनशन पर बैठीं सहायक प्रोफेसर, लगाए गंभीर आरोप
इसके बावजूद किसी की नजर इस ओर नहीं पड़ रही है. चैनेलाइज के नाम पर नाले को खनन माफियाओं ने 10 से 12 फीट तक खोद दिया है. अवैध खनन के कारण लोगों के घरों की नींव हिल गई है. अब लोगों को घर बहने का भय सताने लगा है. दर्जनों ओवरलोड डम्पर रोजाना इलाके में दौड़ रहे हैं. कई बार स्थानीय लोग इसकी शिकायत जिलाधिकारी और उपजिलाधिकारी से कर चुके हैं.
लोगों का कहना है कि जो शिकायत करता है उनके नंबर ब्लैक लिस्ट किए जा रहे हैं, ताकि वे दोबारा शिकायत न कर सकें. कई बार लोगों की शिकायत करने पर उप जिलाधिकारी मौके पर पहुंचे लेकिन उनके द्वारा ठोस कार्रवाई न किए जाने से लोगों में आक्रोष हैं. वहीं मामले में उपजिलाधिकारी योगेश मेहता का कहना है कि कोटद्वार क्षेत्र में चैनेलाइज का कार्य जारी है और समय-समय पर जिसकी निगरानी की जाती है.