श्रीनगर: एचएनबी गढ़वाल यूनिवर्सिटी और इजराइल की हाइपा यूनिवर्सिटी एक दूसरे के साथ अपनी तकनीकें साझा करेंगी. इस लिए गढ़वाल विवि ने हाइपा यूनिवर्सिटी के साथ एक करार किया है. इस एमओयू के तहत दोनों विश्वविद्यालय के छात्र और अध्यापक कृषि, पलायन, रोजगार सृजन और विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी की तकनीकों को एक-दूसरे के साथ शेयर करेंगे. वहीं, इस क्रम में जून महीन में दोनों विश्वविद्यालय के डेलीगेट्स इजराइल में एक वर्कशॉप में हिस्सा लेंगे.
उत्तराखंड भौगोलिक दृष्टि से प्रदेश आपदाग्रस्त रहा है. साथ ही यहां पलायन सबसे बड़ी समस्या समस्या है, जो साल दर साल बढ़ती ही जारी है. वहीं, प्रदेश में अभी भी कृषि पारंपरिक ढंग से ही की जाती है, जिससें उत्पादन में इजाफा नहीं हो रहा है. ऐसे में अब अब इजराइल इस मामले में प्रदेश की मदद कर सकता है. एचएनबी गढ़वाल विवि के साथ इजराइल की हाइपा यूनिवर्सिटी के एमओयू के तहत दोनों ही यूनिवर्सिटी आपस में अपनी तकनीकों का आदान-प्रदान करेंगी. जिससे दोनों ही विश्वविद्यालयों के छात्र और अध्यापक इजराइल जाकर वहां की तकनीकों को जान पाएंगे.
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वहीं, इस मामले में एचएनबी गढ़वाल विवि के कुलपति अन्नपूर्णा नौटियाल ने बताया कि जून माह में गढ़वाल विवि का एक प्रतिनिधि मंडल इजराइल जाकर वर्कशॉप में हिस्सा लेगा. इसके बाद से दोनों देशों के छात्र विज्ञान, कृषि और रोजगार सृजन विषयों पर एक-दूसरे के साथ अपने विचारों को साझा करेंगे.