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स्वच्छ भारत अभियान को लगा रहे पलीता, खोह नदी में उड़ेला जा रहा कूड़ा - उत्तराखंड न्यूज

दुगड्डा नगर क्षेत्र में स्वच्छ भारत अभियान को जमकर पलीता लगाया जा रहा है. यहां से बहने वाली खोह नदी में जमकर नगर का कूड़ा डाला जा रहा है. कूड़ा डालने से नदी प्रदूषित हो रही है.

कोटद्वार खोह नदी में कूड़ा
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Published : Mar 13, 2019, 9:10 PM IST

कोटद्वारः दुगड्डा नगर क्षेत्र में स्वच्छ भारत अभियान का जमकर माखौल उड़ाया जा रहा है. यहां से बहने वाली खोह नदी में नगर के कूड़े को डाला जा रहा है. जिससे नदी प्रदूषित हो रही है. इतना ही नहीं खोह नदी गंगा और राम गंगा की सहायक नदी होने के कारण इन नदियों में भी गंदगी पहुंच रही है. वहीं, मामले पर प्रशासन बेखबर बना हुआ है.


बता दें कि खोह नदी लैंसडौन वन प्रभाग के राष्ट्रीय राजमार्ग 534 के पास से होकर बहती है. यह क्षेत्र जंगली जानवरों का कॉरीडोर क्षेत्र भी है. खोह नदी रामगंगा की सहायक नदी और रामगंगा गंगा की सहायक नदी है. कोटद्वार के कई इलाकों में इस नदी के पानी को पंपिंग से लिफ्ट कर पेयजल के रूप में प्रयोग किया जाता है, लेकिन दुगड्डा नगर पालिका द्वारा कूड़े को इस नदी में फेंका जा रहा है. जंगली जानवरों से लेकर लोग इस दूषित पानी पीने को मजबूर हैं.

जानकारी देते स्थानीय लोग और एसडीएम.


स्थानीय निवासी महेश नेगी का कहना है कि सरकार गंगा और गंगा की सहायक नदियों को स्वच्छ करने के लिए करोड़ों रुपये खर्च कर रही है, लेकिन यहां पर स्वछता अभियान महज हवाई साबित हो रही है. साथ ही कहा कि स्वछता अभियान के नाम पर जारी फंड की जांच होनी चाहिए. जो भी मामले में दोषी हो उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए.


वहीं, मामले पर उप जिलाधिकारी मनीष कुमार का कहना है कि नदी में कूड़ा डालने और पानी को दूषित करने का मामला मिलने पर उसका संज्ञान लिया जाएगा. साथ ही कहा कि दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी.

कोटद्वारः दुगड्डा नगर क्षेत्र में स्वच्छ भारत अभियान का जमकर माखौल उड़ाया जा रहा है. यहां से बहने वाली खोह नदी में नगर के कूड़े को डाला जा रहा है. जिससे नदी प्रदूषित हो रही है. इतना ही नहीं खोह नदी गंगा और राम गंगा की सहायक नदी होने के कारण इन नदियों में भी गंदगी पहुंच रही है. वहीं, मामले पर प्रशासन बेखबर बना हुआ है.


बता दें कि खोह नदी लैंसडौन वन प्रभाग के राष्ट्रीय राजमार्ग 534 के पास से होकर बहती है. यह क्षेत्र जंगली जानवरों का कॉरीडोर क्षेत्र भी है. खोह नदी रामगंगा की सहायक नदी और रामगंगा गंगा की सहायक नदी है. कोटद्वार के कई इलाकों में इस नदी के पानी को पंपिंग से लिफ्ट कर पेयजल के रूप में प्रयोग किया जाता है, लेकिन दुगड्डा नगर पालिका द्वारा कूड़े को इस नदी में फेंका जा रहा है. जंगली जानवरों से लेकर लोग इस दूषित पानी पीने को मजबूर हैं.

जानकारी देते स्थानीय लोग और एसडीएम.


स्थानीय निवासी महेश नेगी का कहना है कि सरकार गंगा और गंगा की सहायक नदियों को स्वच्छ करने के लिए करोड़ों रुपये खर्च कर रही है, लेकिन यहां पर स्वछता अभियान महज हवाई साबित हो रही है. साथ ही कहा कि स्वछता अभियान के नाम पर जारी फंड की जांच होनी चाहिए. जो भी मामले में दोषी हो उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए.


वहीं, मामले पर उप जिलाधिकारी मनीष कुमार का कहना है कि नदी में कूड़ा डालने और पानी को दूषित करने का मामला मिलने पर उसका संज्ञान लिया जाएगा. साथ ही कहा कि दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी.

Intro:Uk_kotdwara 13 march 2019 Nadi me kachra

एंकर- एक ओर जहां सरकार गंगा और गंगा की सहायक नदियों को स्वच्छ करने के कार्य पर करोड़ों रुपए पानी की तरफ बहा रही है तो वही सरकार की एक मशीनरी जिस का जिम्मा सिर्फ सफाई का है, वह गंगा की सहायक नदी को दूषित करने में पीछे नहीं है मामला दुगड्डा नगरपालिका का है जहां पर बहने वाली खोह नदी मैं दुगड्डा नगर पालिका के द्वारा दुगड्डा नगर क्षेत्र के कूडे को डाला जा रहा है जिससे कि खोह नदी का पानी पूर्णता दूषित हो गया है,
खो नदी कोटद्वार से होते हुए जिला बिजनौर में प्रवेश कर रामगंगा में मिल जाती है


Body:वीओ1- बता दें कि लैंसडौन वन प्रभाग के अंतर्गत बहने वाली नदी राष्ट्रीय राजमार्ग 534 के पास से होकर बहती है और यह क्षेत्र जंगली जानवरों का कोरीडोर क्षेत्र भी है इस नदी से मानव सहित जंगली जीव जंतु भी पानी पीते हैं कोटद्वार के कई इलाकों में इस नदी के पानी को पंपिंग से लिफ्ट कर पेयजल के रूप में प्रयोग किया जाता है लेकिन दुगड्डा नगर पालिका के द्वारा दुगड्डा नगर क्षेत्र के कूड़े को एकत्रित कर इस नदी में फेंक दिया जाता है जिससे कि जंगली जानवरों से लेकर मानव तक इस दूषित पानी को पीने को मजबूर हैं लेकिन दुगड्डा नगरपालिका का ध्यान इस ओर नहीं जा रहा है तो वहीं स्थानीय प्रशासन भी इस ओर ध्यान नहीं दे रहे हैं

बताना जरूरी है कि खोह नदी रामगंगा की एक सहायक नदी है और रामगंगा गंगा की सहायक नदी है ऐसे में गंगा के साथ राम गंगा का जल भी खोह नदी से दूषित होता जा रहा है,


Conclusion:वीओ2- स्थानिय निवाशी महेश नेगी का कहना स्वछता अभियान सिर्फ हवाई हवाई घोषित हुई है,स्वछता अभियान के नाम पर जो फंड जारी हुआ है उसकी जांच होनी चाहिए, जो भी इस मे जिमेदार अधिकारी है उनपर कार्यवाही होनी चाहिए।
बाइट महेश नेगी स्थनीय निवासी



वीओ3- उप जिलाधिकारी कोटद्वार का कहना है कि अगर कोई नदी में कूड़ा डाल रहा है या नदी के पानी को दूषित कर रहा है उसे दिखाया जाएगा और संबंधीतो के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी

बाइट मनीष कुमार उपजिलाधिकारी कोटद्वार।
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