श्रीनगर: राजकीय मेडिकल कॉलेज श्रीनगर में वर्षों से कार्यरत 400 से अधिक संविदा और दैनिक कर्मचारियों को सरकार व मेडिकल कॉलेज प्रशासन द्वारा ठेके में देने का मुद्दा एक बार फिर गरमा गया है. ऐसे में आक्रोशित कर्मचारियों ने मेडिकल कॉलेज के प्रशासनिक भवन के समीप खड़े होकर व्यवस्था को ठेके पर दिये जाने के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया. साथ ही इस सबंध में कर्मचारियों ने कॉलेज प्रशासन से भी वार्ता की. वहीं, सकारात्मक आश्वासन न मिलने पर कर्मचारियों ने कार्यबहिष्कार की चेतावनी भी दी है.
दरअसल, महानिदेशक चिकित्सा शिक्षा निदेशालय देहरादून ने 15 दिसम्बर को राजकीय मेडिकल कॉलेज को एक पत्र भेजा था. जिसमें मेडिकल कॉलेजों एवं नर्सिंग कॉलेजों में मानव संसाधन की पूर्ति हेतु वित्तीय और व्यय भार के सम्बन्ध में रिपोर्ट देने को कहा गया था. जिसके बाद बीते दिनों कॉलेज प्रशासन ने अपनी रिपोर्ट निदेशालय को भेज दी. जिसमें सभी कर्मचारियों को ठेके पर दिये जा रहा है.
ऐसे में इस बात का पता चलने पर कर्मचारियों का पारा चढ़ गया और उन्होंने मेडिकल कॉलेज के प्रशासनिक भवन के सामने एकत्रित होकर धरना प्रदर्शन किया. साथ ही प्रदर्शनकारियों ने चेतावनी दी है अगर उन्हें ठेका प्रथा से मुक्त नहीं किया गया तो वह सरकार और कॉलेज प्रशासन के खिलाफ प्रदर्शन करते हुए कार्यबहिष्कार करेंगे.