श्रीनगर: कांग्रेस सरकार में रहे शिक्षा मंत्री रहे मंत्री प्रसाद नैथानी की 'जवाब दो सरकार' का पहला चरण समाप्त हो गया है. इस दौरान उन्होंने अपनी पूर्व विधान सभा क्षेत्र देवप्रयाग के दूर दराज के गांवों का भ्रमण किया और लोगों की समस्याओं को जाना. आज पत्रकारों से बात करते हुए मंत्री प्रसाद नैथानी ने कहा कि यात्रा के दूसरे चरण में छूटे हुए गांवों का भ्रमण कर वहां के लोगों की समस्याएं भी सुनी जाएंगी और उनका जवाब सरकार से मांगा जाएगा.
सूबे के पूर्व शिक्षा मंत्री मंत्री प्रसाद नैथानी ने कहा कि सरकार का चार साल का कार्य काल खत्म होने को है, लेकिन अभी तक लोगों की समस्याओं का हल नहीं हो सका है. उन्होंने कहा कि गांवों का आज भी खाद्यान्न, बेरोजगारी और पेयजल समस्या जस की तस है. ग्रामीण की बातों से साफ है कि वे सरकार के कार्यो से नाराज हैं. जिसे लेकर अब हर विधानसभा में आंदोलन के जरिए सरकार से उनके चार सालों का जवाब मांगा जाएगा.
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नैथानी ने सूबे की त्रिवेंद्र सरकार पर आरोप लगाया कि पेयजल मंत्री रहते हुए उन्होंने बहुत सी पेयजल योजनाओं को जमीन पर उतारा था, जिसे सरकार सिर्फ पाइप बदलकर अपना नाम दे रही है. जो स्कूल बनाये गए, उनके शिलापटों को बदल कर सरकार नए नए शिलापट लगाकर काम का श्रेय खुद को दे रही है. उधर, गांवों में लोग खाद्यान्न संकट से गुजर रहे हैं. गांवों में राशन कार्ड नहीं बन पा रहे हैं. ऐसे में लोगों को मीलों दूर चलकर अपना राशन कार्ड बनवाना पड़ रहा है. नैथानी ने कहा कि अगर सरकार जल्द ही नहीं जागी तो आगामी 2022 विधानसभा चुनाव में जनता सरकार को जरूर सबक सिखाएगी.