ETV Bharat / state

पर्यावरण दिवस पर ही जल गए श्रीनगर के जंगल, न पर्यावरणविदों ने सुध ली न प्रशासन हुआ सचेत - संत निरंकारी चैरिटेबल संस्था

पर्यावरण दिवस पर पौड़ी मुख्यालय और श्रीनगर गढ़वाल के वन विभाग से लेकर तमाम विभागों के अधिकारी पेड़ लगाते सोशल मीडिया पर नजर आए. जगह-जगह पर्यावरण दिवस पर सेमिनार आयोजित किए गए. चर्चा की गई कि कैसे जंगलों में आग लगने की घटना को रोकना है. दूसरी तरफ श्रीनगर के जंगल जलते नजर आए

Etv Bharat
Etv Bharat
author img

By

Published : Jun 5, 2023, 5:20 PM IST

पर्यावरण दिवस पर ही जल गए श्रीनगर के जंगल

श्रीनगरः आज पूरे देश के साथ दुनिया भर में पर्यवारण दिवस मनाया गया. जगह-जगह बुद्धिजीवियों, पर्यावरणविदों, पर्यावरण प्रेमियों से लेकर नेताओं ने पौधे लगाकर पर्यावरण सुरक्षित रखने का संपल्प लिया. कई जगह पर्यावरण दिवस पर गोष्ठी का आयोजन किया गया. बड़े-बड़े बैनर लगाकर लोगों को जागरूक करने का दावा किया गया. कुछ लोगों ने पर्यावरण संरक्षण का संदेश देते हुए पौधे भी वितरित किए तो कहीं प्लास्टिक बैन का नारा देते हुए कपड़े के थैले बांटे गए. लेकिन दूसरी तरफ पौड़ी के श्रीनगर के जंगल पर्यावरण दिवस के दिन ही धू-धू कर जल रहे हैं.

पौड़ी जिले के श्रीनगर में वनाग्नि का तांडव देखने को मिला. बुगांणी रोड के जंगल धू-धू तक जल रहे हैं. लेकिन हैरानी की बात है कि पर्यावरण दिवस के मौके पर ही न कोई अधिकारी और न किसी पर्यावरणविद् ने नष्ट होती वन संपदा की ओर ध्यान दिया. खास बात ये है कि ये जंगल पिछले दो दिन से बदस्तूर जल रहा है. स्थानीय निवासी कार्तिक बहुगुणा का कहना है कि ये बड़ा चिंता का विषय है कि पर्यावरण दिवस के दिन भी जगलों में आग लगी है. इससे साफ है कि लोग जगलों के प्रति कितने उदासीन हैं. श्रीनगर के बुगांणी रोड के जंगल जलते रहे और इस ओर किसी का ध्यान तक नहीं गया.

लोगों को पर्यावरण के प्रति किया जागरूक: मसूरी में विश्व पर्यावरण दिवस के मौके पर संत निरंकारी चैरिटेबल संस्था, नगर पालिका परिषद और एसडीएन मेमोरियल ट्रस्ट द्वारा लोगों को पर्यावरण के प्रति जागरूक किया गया. साथ ही पर्यावरण को हो रहे नुकसान और उसके दुष्परिणामों के बारे में जानकारी दी. पर्यावरण दिवस के मौके मसूरी नगर पालिका परिषद द्वारा मसूरी के विभिन्न स्कूलों के छात्र-छात्राओं के साथ मसूरी सर्वे चौक से गांधी चौक तक विशाल जन जागरूकता रैली निकालकर लोगों को पर्यावरण के प्रति जागरूक किया गया.

संत निरंकारी द्वारा लोगों को पर्यावरण के प्रति जागरूक किया गया व प्लास्टिक बैग का प्रयोग ना करने का आह्वान किया. छात्र-छात्राओं ने कविताओं, गीत और नुक्कड़ नाटकों के माध्यम से भी लोगों को पर्यावरण को हो रहे नुकसान और उससे बचाने के लिए कई महत्वपूर्ण जानकारी दी.
ये भी पढ़ेंः पर्यावरण संरक्षण में अहम भूमिका निभा रहा हल्द्वानी वन अनुसंधान केंद्र, पेश कर रहा नजीर

पर्यावरण दिवस पर ही जल गए श्रीनगर के जंगल

श्रीनगरः आज पूरे देश के साथ दुनिया भर में पर्यवारण दिवस मनाया गया. जगह-जगह बुद्धिजीवियों, पर्यावरणविदों, पर्यावरण प्रेमियों से लेकर नेताओं ने पौधे लगाकर पर्यावरण सुरक्षित रखने का संपल्प लिया. कई जगह पर्यावरण दिवस पर गोष्ठी का आयोजन किया गया. बड़े-बड़े बैनर लगाकर लोगों को जागरूक करने का दावा किया गया. कुछ लोगों ने पर्यावरण संरक्षण का संदेश देते हुए पौधे भी वितरित किए तो कहीं प्लास्टिक बैन का नारा देते हुए कपड़े के थैले बांटे गए. लेकिन दूसरी तरफ पौड़ी के श्रीनगर के जंगल पर्यावरण दिवस के दिन ही धू-धू कर जल रहे हैं.

पौड़ी जिले के श्रीनगर में वनाग्नि का तांडव देखने को मिला. बुगांणी रोड के जंगल धू-धू तक जल रहे हैं. लेकिन हैरानी की बात है कि पर्यावरण दिवस के मौके पर ही न कोई अधिकारी और न किसी पर्यावरणविद् ने नष्ट होती वन संपदा की ओर ध्यान दिया. खास बात ये है कि ये जंगल पिछले दो दिन से बदस्तूर जल रहा है. स्थानीय निवासी कार्तिक बहुगुणा का कहना है कि ये बड़ा चिंता का विषय है कि पर्यावरण दिवस के दिन भी जगलों में आग लगी है. इससे साफ है कि लोग जगलों के प्रति कितने उदासीन हैं. श्रीनगर के बुगांणी रोड के जंगल जलते रहे और इस ओर किसी का ध्यान तक नहीं गया.

लोगों को पर्यावरण के प्रति किया जागरूक: मसूरी में विश्व पर्यावरण दिवस के मौके पर संत निरंकारी चैरिटेबल संस्था, नगर पालिका परिषद और एसडीएन मेमोरियल ट्रस्ट द्वारा लोगों को पर्यावरण के प्रति जागरूक किया गया. साथ ही पर्यावरण को हो रहे नुकसान और उसके दुष्परिणामों के बारे में जानकारी दी. पर्यावरण दिवस के मौके मसूरी नगर पालिका परिषद द्वारा मसूरी के विभिन्न स्कूलों के छात्र-छात्राओं के साथ मसूरी सर्वे चौक से गांधी चौक तक विशाल जन जागरूकता रैली निकालकर लोगों को पर्यावरण के प्रति जागरूक किया गया.

संत निरंकारी द्वारा लोगों को पर्यावरण के प्रति जागरूक किया गया व प्लास्टिक बैग का प्रयोग ना करने का आह्वान किया. छात्र-छात्राओं ने कविताओं, गीत और नुक्कड़ नाटकों के माध्यम से भी लोगों को पर्यावरण को हो रहे नुकसान और उससे बचाने के लिए कई महत्वपूर्ण जानकारी दी.
ये भी पढ़ेंः पर्यावरण संरक्षण में अहम भूमिका निभा रहा हल्द्वानी वन अनुसंधान केंद्र, पेश कर रहा नजीर

ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.