श्रीनगर: उत्तराखंड में बेरोजगारी की समस्या हर साल बढ़ती जा रही है. इसकी वजह से प्रदेश सरकार की तमाम कोशिशों के बावजूद भी यहां के पहाड़ी जिलों से पलायन रुकने का नाम नहीं ले रहा है. उत्तराखड में बेरोजगारी के आलम के बीच अब सेना के पूर्व सैनिक युवाओं को रोजगार से जोड़ने के लिए जी जान लगा रहे हैं. श्रीनगर में ऐसे ही कुछ सैनिक युवाओं को सेना, पुलिस भर्ती, अर्ध सैनिक बलों में भर्ती होने के लिए निशुल्क फिजिकल ट्रेनिंग और रिटर्न टेस्ट की ट्रेनिंग दे रहे हैं. इसमें बड़ी संख्या में युवा हिस्सा भी ले रहे हैं.
श्रीनगर को प्रदेश में एजुकेशन नगरी के रूप में जाना जाता है. यहां बड़ी संख्या में छात्र दूर-दराज से पढ़ने के लिए आते हैं. श्रीनगर में अधिकांश छात्र यहां चमोली, रुद्रप्रयाग, टिहरी, पौड़ी, उत्तरकाशी जैसे दूर-दराज के जनपदों से पढ़ने आते हैं. ऐसे में इन दिनों भारतीय थल सेना, वायु सेना सहित पुलिस की भर्तियां भी निकल रही हैं. लेकिन ग्रामीण क्षेत्र से होने के कारण छात्र इन भर्तियों में पिछड़ें नहीं इसके लिए पूर्व सैनिक इन युवाओं को फिजिकल ट्रेनिंग के साथ-साथ साथ रिटर्न टेस्ट की ट्रेनिंग दे रहे हैं. बता दें कि, पूर्व सैनिकों की ओर से दी जा रही ट्रेनिंग में युवाओं के साथ-साथ युवतियां भी बड़ी संख्या में भाग ले रही हैं.
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यह ट्रेनिंग सुबह एनआईटी ग्राउंड में दी जाती है. इसमें संयुक्त अस्पताल के डॉक्टर इनका मेडिकल टेस्ट भी समय-समय पर लेते रहते हैं. पूर्व सैनिक जितेंद्र धिर्वाण ने बताया कि यहां युवाओं को रेस, लम्बी कूद, बिम जैसी कठिन फिजिकल ट्रेनिंग दी जाती है. युवाओं को मजबूत बनाया जाता है. वहीं ट्रेनिंग में हिस्सा लेने पहुंच रहे युवाओं का भी कहना है कि उनको इस ट्रेनिंग का लाभ मिल रहा है. पहले वे अपने को कमजोर समझ रहे थे, लेकिन अब वो सेना की भर्ती के लिए अपने को फिट जान रहे हैं.
ये है खास बात: श्रीनगर में बेरोजगार युवाओं को पिछले एक महीने से ट्रेनिंग दी जा रही है. इस समय 200 से अधिक युवक-युवतियां ट्रेनिंग ले रहे हैं. ट्रेनिंग सुबह और शाम दोनों वक्त दी जाती है. पूर्व सैनिकों का कहना कि वो युवाओं को सेना, पुलिस और अर्धसैनिक बलों में भर्ती होने के लिए नि:शुल्क ट्रेनिंग देते रहेंगे.