श्रीनगर गढ़वालः नगर पालिका और आरटीओ विभाग की ओर से श्रीनगर में ई-रिक्शा और इलेक्ट्रानिक ऑटो का पहला ट्रायल किया गया. ट्रायल के दौरान श्रीनगर की गलियों में दौड़ते एक थ्री व्हीलर (ऑटो) और एक ई-रिक्शा ने सभी लोगों का ध्यान खींचा. इस ट्रायल में ई-रिक्शा और ऑटो को चढ़ाई वाले स्थानों में चलने में दिक्कतें झेलनी पड़ीं. वहीं, रिक्शे में नगर पालिका अध्यक्ष, एआरटीओ और एसडीएम भी बैठे नजर आए.
दरअसल, बीते लंबे समय से नगर पालिका की ओर से श्रीनगर में ई-रिक्शा और ऑटो चलाने की कवायद की जा रही थी, लेकिन ये योजना परवान नहीं चढ़ सकी. इसी क्रम में नए पालिका बोर्ड के गठन के बाद बुधवार को पहली बार ई-रिक्शा और ऑटो का ट्रायल किया गया. इस दौरान ई-रिक्शा को तहसील से होते हुए श्रीनगर के मुख्य मार्गों पर चलाया गया. जिसमें ई-रिक्शा को चढ़ाई वाले स्थानों में दिक्कतें आईं.
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तकनीकी जानकारों की मानें तो ई-रिक्शा और ऑटो के इंजन में बढ़ोत्तरी की जाए तो श्रीनगर में सफलता पूर्वक उनको संचालित किया जा सकेगा. बता दें कि जिन लोगों के पास वाहन की सुविधा नहीं है. वे लोग श्रीनगर में मात्र टैक्सी के ही भरोसे रहते हैं. अभी भी श्रीनगर के डांग, चौरास तक आने-जाने के लिए कोई भी संशाधन उपलब्ध नहीं हैं. ऐसे में ई-रिक्शा के संचालन से लोगों को यातायात में सहूलियत मिल सकती है.
वहीं, नगर पालिका अध्यक्ष पूनम तिवारी का कहना है कि आरटीओ विभाग की परमिशन मिल जाती है तो जल्द ही श्रीनगर में ई-रिक्शा चलाया जा सकेगा. वहीं, एआरटीओ रवि विरातिया ने कहा कि आज हुए इस ट्रायल में ई-रिक्शा और ऑटो को चढ़ाई वाले स्थानों में दिक्कतें हुई हैं. इस प्रस्ताव को आरटीओ की बैठक में रखा जाएगा. जिसके बाद आगे का निर्णय लिया जाएगा.