कोटद्वार: दुगड्डा नगर पालिका ने एनजीटी के आदेशों को ठेंगा दिखाते हुए गंगा की सहायक नदी खोह के तट पर दुगड्डा के पास शौचालयों का निर्माण करवा डाला. नगर पालिका के द्वारा शौचालय के गटर भी नदी के किनारे बना दिए गए, यही नहीं नदी के तट पर भारी भरकम दीवार भी बना दी गई है.
शौचालय बनने से नदी में प्रदूषण की आशंका बनी हुई है, तो वहीं दीवार बनने से नदी की चौड़ाई कम हो गई है जो कि आगामी वर्षा काल में एक विशाल त्रासदी का कारण बन सकती है. बता दें कि एनजीटी की गाइडलाइन के मुताबिक गंगा की सहायक नदियों के मध्य भाग से 50 मीटर की दूरी तक कोई भी निर्माण कार्य नहीं किया जा सकता.
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स्थानीय निवासी मुजीब नैथानी का कहना है कि एनजीटी के आदेशों की अवहेलना हो रही है. उन्होंने कहा कि सिंचाई विभाग और स्थानीय प्रशासन सिर्फ पत्र लिखकर खानापूर्ति करते हैं और लोगों ने नदियों के किनारे होटल बना डाले हैं,
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वहीं, उप जिलाधिकारी कोटद्वार योगेश मेहरा ने कहा कि मामले में तहसीलदार कोटद्वार और अधिशासी अधिकारी नगर पालिका दुगड्डा का संयुक्त निरीक्षण करवाया जा रहा है. रिपोर्ट आने के बाद देखा जाएगा कि क्या शौचालय का प्रभाव नदी पर पड़ रहा है या नहीं.