ETV Bharat / state

NGT के आदेशों की उड़ी धज्जियां, नगर पालिका ने नदी किनारे बना डाला शौचालय - construction on bank of river khoh

दुगड्डा नगर पालिका ने खोह नदी के तट पर शौचालयों का निर्माण करवा डाला. मामले में उपजिलाधिकारी ने संयुक्त रूप से निरीक्षण कर कार्रवाई की बात कही.

खोह के तट पर शौचालयों का निर्माण.
author img

By

Published : Nov 6, 2019, 2:36 PM IST

कोटद्वार: दुगड्डा नगर पालिका ने एनजीटी के आदेशों को ठेंगा दिखाते हुए गंगा की सहायक नदी खोह के तट पर दुगड्डा के पास शौचालयों का निर्माण करवा डाला. नगर पालिका के द्वारा शौचालय के गटर भी नदी के किनारे बना दिए गए, यही नहीं नदी के तट पर भारी भरकम दीवार भी बना दी गई है.

शौचालय बनने से नदी में प्रदूषण की आशंका बनी हुई है, तो वहीं दीवार बनने से नदी की चौड़ाई कम हो गई है जो कि आगामी वर्षा काल में एक विशाल त्रासदी का कारण बन सकती है. बता दें कि एनजीटी की गाइडलाइन के मुताबिक गंगा की सहायक नदियों के मध्य भाग से 50 मीटर की दूरी तक कोई भी निर्माण कार्य नहीं किया जा सकता.

खोह के तट पर शौचालयों का निर्माण.

यह भी पढ़ें-वकील-पुलिस जंग : दिल्ली पुलिस का अभूतपूर्व विरोध प्रदर्शन खत्म

स्थानीय निवासी मुजीब नैथानी का कहना है कि एनजीटी के आदेशों की अवहेलना हो रही है. उन्होंने कहा कि सिंचाई विभाग और स्थानीय प्रशासन सिर्फ पत्र लिखकर खानापूर्ति करते हैं और लोगों ने नदियों के किनारे होटल बना डाले हैं,

यह भी पढ़ें-उत्तराखंड में नहीं पड़ेगा तूफान 'महा' का असर, ऊंचाई वाले इलाके में बारिश और बर्फबारी के आसार

वहीं, उप जिलाधिकारी कोटद्वार योगेश मेहरा ने कहा कि मामले में तहसीलदार कोटद्वार और अधिशासी अधिकारी नगर पालिका दुगड्डा का संयुक्त निरीक्षण करवाया जा रहा है. रिपोर्ट आने के बाद देखा जाएगा कि क्या शौचालय का प्रभाव नदी पर पड़ रहा है या नहीं.

कोटद्वार: दुगड्डा नगर पालिका ने एनजीटी के आदेशों को ठेंगा दिखाते हुए गंगा की सहायक नदी खोह के तट पर दुगड्डा के पास शौचालयों का निर्माण करवा डाला. नगर पालिका के द्वारा शौचालय के गटर भी नदी के किनारे बना दिए गए, यही नहीं नदी के तट पर भारी भरकम दीवार भी बना दी गई है.

शौचालय बनने से नदी में प्रदूषण की आशंका बनी हुई है, तो वहीं दीवार बनने से नदी की चौड़ाई कम हो गई है जो कि आगामी वर्षा काल में एक विशाल त्रासदी का कारण बन सकती है. बता दें कि एनजीटी की गाइडलाइन के मुताबिक गंगा की सहायक नदियों के मध्य भाग से 50 मीटर की दूरी तक कोई भी निर्माण कार्य नहीं किया जा सकता.

खोह के तट पर शौचालयों का निर्माण.

यह भी पढ़ें-वकील-पुलिस जंग : दिल्ली पुलिस का अभूतपूर्व विरोध प्रदर्शन खत्म

स्थानीय निवासी मुजीब नैथानी का कहना है कि एनजीटी के आदेशों की अवहेलना हो रही है. उन्होंने कहा कि सिंचाई विभाग और स्थानीय प्रशासन सिर्फ पत्र लिखकर खानापूर्ति करते हैं और लोगों ने नदियों के किनारे होटल बना डाले हैं,

यह भी पढ़ें-उत्तराखंड में नहीं पड़ेगा तूफान 'महा' का असर, ऊंचाई वाले इलाके में बारिश और बर्फबारी के आसार

वहीं, उप जिलाधिकारी कोटद्वार योगेश मेहरा ने कहा कि मामले में तहसीलदार कोटद्वार और अधिशासी अधिकारी नगर पालिका दुगड्डा का संयुक्त निरीक्षण करवाया जा रहा है. रिपोर्ट आने के बाद देखा जाएगा कि क्या शौचालय का प्रभाव नदी पर पड़ रहा है या नहीं.

Intro:summary दुगड्डा नगर पालिका ने गंगा की सहायक नदी खोह नदी के तट पर शौचालय और गटर बना डाले, वही नदी के तट पर भारी भरकम दीवार भी बना डाली, शौचालय बनने से नदी में प्रदूषण आशंका बनी हुई है तो वहीं दीवार बनने से नदी की चौड़ाई कम हो गई है जो कि आगामी वर्षा काल में एक विशाल त्रासदी का कारण बन सकती है।

intro kotdwar दुगड्डा नगर पालिका ने एनजीटी के आदेशों को ठेंगा दिखाते हुए गंगा की सहायक नदी खोह नदी के तट पर दुगड्डा के पास शौचालयों का निर्माण करवा डाला, नगर पालिका के द्वारा शौचालय के गटर भी नदी के किनारे बना दिए गए, जबकि एनजीटी के गाइडलाइन के मुताबिक गंगा की सहायक नदियों के मध्य भाग से 50 मीटर की दूरी तक कोई भी निर्माण कार्य नहीं किया जा सकता, लेकिन दुगड्डा नगर पालिका के द्वारा सभी नियम कानूनों को ताक में रखकर नदी के किनारे ही शौचालय और गटर बना दिए, वहीं उपजिलाधिकारी कोटद्वार ने संयुक्त रूप से निरीक्षण कर कार्रवाई की बात कही।


Body:वीओ1- स्थानीय निवासी मुजीब नैथानी का कहना है कि एनजीटी के आदेशों की अवहेलना है सिंचाई विभाग और स्थानीय प्रशासन सिर्फ पत्र लिखकर खानापूर्ति करते हैं लोगों ने नदियों के किनारे होटल बना डाले हैं,

बाइट मुजीब नैथानी

वहीं उप जिलाधिकारी कोटद्वार योगेश मेहरा का कहना है कि अगर नगर पालिका दुगड्डा के द्वारा खोह नदी के तट पर शौचालय और उनके गटर बना दिए गए हैं साथ ही सुरक्षा दीवार बनाई गई है अगर इससे नदी का जल प्रदूषित होता है दीवार बनने से नदी की चौड़ाई कम होती है इसके लिए तहसीलदार कोटद्वार और अधिशासी अधिकारी नगर पालिका दुगड्डा का संयुक्त स्थलिय निरीक्षण करवाया जा रहा है, रिपोर्ट आने के बाद देखा जाएगा कि क्या शौचालय का इंपैक्ट नदी पर पड़ रहा है या नहीं।
बाइट योगेश मेहरा उपजिलाधिकारी



Conclusion:
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.