श्रीनगरः चीन के वुहान शहर से फैला कोरोना वायरस (COVID 19) दुनियाभर में जमकर कहर बरपा रहा है. इस वायरस से 88 हजार से ज्यादा लोग जान गंवा चुके हैं. लाखों लोग इस वायरस से संक्रमित हैं. भारत में भी साढ़े पांच हजार से ज्यादा लोग इसकी चपेट में आ चुके हैं. मरने वालों का आंकड़ा 166 पहुंच गया है. उत्तराखंड की बात करें तो 32 लोग कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं. इसे देखते हुए श्रीनगर में स्वास्थ्य विभाग की टीम ने पुलिस, राजस्व और मीडिया कर्मियों को कोरोना से बचाव व मास्क के सही इस्तेमाल के बारे में जानकारी दी.
श्रीनगर थाना परिसर में सीएचसी प्रभारी डॉ. सतीश कुमार ने बताया कि कोरोना के बचाव में मास्क काफी उपयोगी साबित होता है. हालांकि इसका सही तरीके से इस्तेमाल नहीं करने पर संक्रमण भी हो सकता है. कोरोना से बचाव में N-95 मास्क काफी कारगर होता है. इसे दोबारा इस्तेमाल किया जा सकता है. इसे इस्तेमाल के बाद धोकर कम से कम 72 घंटे खुले में सूखने के लिए टांग देना चाहिए.
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नमी के पूरी तरह सूखने के बाद ही इसको दोबारा पहना जा सकता है. क्योंकि कोई भी वायरस 72 घंटे से ज्यादा देर तक जीवित नहीं रह सकता है. उन्होंने कहा कि 72 घंटे में पूरी तरह बैक्टीरिया खत्म होने पर यह मास्क फिर से पहना जा सकता है. बाजारों में मिले रहे सामान्य मास्क को उन्होंने दोबारा इस्तेमाल न करने को कहा. इसे उतारकर अगली सुबह पहनने से व्यक्ति संक्रमित हो सकता है. यह कोरोना ही नहीं कोई और वायरस भी हो सकता है.
डॉ. सतीश कुमार ने कहा कि आम जनता से लगातार संपर्क में आने वाले पुलिस, राजस्व और मीडिया कर्मियों को मास्क पहनना बहुत जरूरी है. साथ ही सभी को सोशल डिस्टेंसिंग भी रखनी चाहिए. बाहर जाने पर सैनिटाइजर साथ रखकर उसका इस्तेमाल करते रहना चाहिए. उन्होंने कहा कि एक व्यक्ति का इस्तेमाल किया गया मास्क किसी भी सूरत में दूसरा व्यक्ति ना पहने.