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डॉक्टरों से मारपीट करना तीमारदारों को पड़ा महंगा, मामला दर्ज कर शुरू हुई जांच

डॉक्टरों ने प्रोटेक्शन एक्ट के तहत अस्पताल में हंगामा करने वाले लोगों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग को लेकर उप जिलाधिकारी कार्यालय और कोतवाली के सामने प्रदर्शन किया.

सरकारी डॉक्टरों का प्रदर्शन
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Published : May 6, 2019, 2:47 PM IST

Updated : May 6, 2019, 4:47 PM IST

कोटद्वार: राजकीय बेस चिकित्सालय कोटद्वार के डॉक्टरों ने सोमवार को करीब 2 घंटे तक कार्य बहिष्कार रखा. इस दौरान डॉक्टरों ने उप जिलाधिकारी कार्यालय और कोतावली के सामने प्रर्दशन कर सुरक्षा की गुहार लगाई. जिसके बाद पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज किया.

पढ़ें- चारधाम यात्रा की शुरुआत से पहले बदरी-केदार धाम पहुंचे मुख्य सचिव उत्पल कुमार सिंह, तैयारियों का लिया जायजा

बता दें कि रविवार देर शाम एक मरीज को गंभीर हालत में राजकीय बेस चिकित्सालय कोटद्वार में भर्ती कराया गया था, जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई थी. मृतक के परिजनों ने डॉक्टरों पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए अस्पताल में हंगामा किया था और डॉक्टरों के साथ मारपीट भी की थी. इस दौरान कुछ डॉक्टर चोटिल भी हुए थे.

इस मामले में डॉक्टरों ने प्रोटेक्शन एक्ट के तहत आरोपियों पर कार्रवाई करने की मांग को लेकर उप जिलाधिकारी कार्यालय और कोतवाली के सामने प्रदर्शन किया. डॉ. सतीश कुमार ने बताया कि शाम 7 बजे एक मरीज को इमरजेंसी में लाया गया था. उसे चार-पांच दिन से बुखार था. मरीज शहर के एक निजी अस्पताल में भी अपना उपचार करवा रहा था.

डॉक्टरों का प्रदर्शन

पढ़ें- 200 महिलाओं को चूना लगाने वाली किट्टी संचालिका गिरफ्तार, थाने में हंगामा

डॉक्टर को मुताबिक, उन्हें जितनी जानकारी थी उसके हिसाब से उन्होंने मरीज का इलाज किया और बाद में उसे फिजीशियन के लिए रेफर कर दिया. मरीज की हालत सीरियस होती जा रही थी. रात 9 बजे के आसपास उसकी मौत हो गई थी.

इस मामले पर कोतवाली प्रभारी मनोज रतूड़ी ने बताया कि डॉक्टरों ने बताया है कि मरीज के तीमारदारों ने उनके साथ मारपीट की थी. उन्होंने इस मामले में तहरीर दी है. आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है. डॉक्टर का मेडिकल किया जा रहा है, जो भी वैधानिक कार्रवाई होगी वो की जाएगी. अभीतक तहरीर में तीमारदार लिखा हुआ है. अब कितने लोग हैं यह जांच के बाद ही स्पष्ट हो पाएगा. फिलहाल मारपीट की धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है.

कोटद्वार: राजकीय बेस चिकित्सालय कोटद्वार के डॉक्टरों ने सोमवार को करीब 2 घंटे तक कार्य बहिष्कार रखा. इस दौरान डॉक्टरों ने उप जिलाधिकारी कार्यालय और कोतावली के सामने प्रर्दशन कर सुरक्षा की गुहार लगाई. जिसके बाद पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज किया.

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बता दें कि रविवार देर शाम एक मरीज को गंभीर हालत में राजकीय बेस चिकित्सालय कोटद्वार में भर्ती कराया गया था, जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई थी. मृतक के परिजनों ने डॉक्टरों पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए अस्पताल में हंगामा किया था और डॉक्टरों के साथ मारपीट भी की थी. इस दौरान कुछ डॉक्टर चोटिल भी हुए थे.

इस मामले में डॉक्टरों ने प्रोटेक्शन एक्ट के तहत आरोपियों पर कार्रवाई करने की मांग को लेकर उप जिलाधिकारी कार्यालय और कोतवाली के सामने प्रदर्शन किया. डॉ. सतीश कुमार ने बताया कि शाम 7 बजे एक मरीज को इमरजेंसी में लाया गया था. उसे चार-पांच दिन से बुखार था. मरीज शहर के एक निजी अस्पताल में भी अपना उपचार करवा रहा था.

डॉक्टरों का प्रदर्शन

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डॉक्टर को मुताबिक, उन्हें जितनी जानकारी थी उसके हिसाब से उन्होंने मरीज का इलाज किया और बाद में उसे फिजीशियन के लिए रेफर कर दिया. मरीज की हालत सीरियस होती जा रही थी. रात 9 बजे के आसपास उसकी मौत हो गई थी.

इस मामले पर कोतवाली प्रभारी मनोज रतूड़ी ने बताया कि डॉक्टरों ने बताया है कि मरीज के तीमारदारों ने उनके साथ मारपीट की थी. उन्होंने इस मामले में तहरीर दी है. आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है. डॉक्टर का मेडिकल किया जा रहा है, जो भी वैधानिक कार्रवाई होगी वो की जाएगी. अभीतक तहरीर में तीमारदार लिखा हुआ है. अब कितने लोग हैं यह जांच के बाद ही स्पष्ट हो पाएगा. फिलहाल मारपीट की धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है.

Intro:एंकर- राजकीय बेस चिकित्सालय कोटद्वार में मरीज के साथ आये तीमारदारों ने इमरजेंसी में डॉक्टर से की मारपीट हुआ मुकदमा दर्ज , डॉक्टरों ने 2 घंटे का किया कार्य बहिष्कार, उपजिलाधिकारी और कोतवाली से लगाई सुरक्षा की गुहार, पूर्व में भी इस तरह की कोई घटना हो चुकी है राजकीय चिकित्सालय कोटद्वार में।


Body:वीओ1- बता दें कि देर रात एक पेशेंट इमरजेंसी कोटद्वार राजकीय बेस चिकित्सालय में आया जिसकी हालत नाजुक बनी हुई थी डॉक्टर ने उसका उपचार किया लेकिन उसके बाद उसकी मृत्यु हो गई मरीज के साथ आये तीमारदारों ने डॉक्टर पर आरोप लगाया कि डॉक्टर की लापरवाही से मरीज की मौत हुई और इमरजेंसी में ही डॉक्टर से मारपीट पर उतारू हो गए जिसमें डॉक्टर पर गंभीर चोट आई है पुलिस ने डॉक्टर का मेडिकल कर डॉक्टर की तहरीर के आधार पर मरीज के तीमारदारों पर मुकदमा दर्ज कर लिया

वीओ2- पीड़ित डॉ सतीश कुमार ने कहा कि देर शाम 7:00 बजे के लगभग 1 मरीज इमरजेंसी में आया उसे चार-पांच दिन से बुखार था जो बाहर प्राइवेट हॉस्पिटल में डॉक्टर में मैथानी के पास भी अपना उपचार करवा रहा था जब इमरजेंसी में आया मुझे उसके बारे में जितनी जानकारी थी उतना मैंने उसका इलाज किया और उसके बाद उसे फिजिशियन के लिए रेफर कर दिया पेशेंट की हालत सीरियस होती जा रही थी 9:00 बजे के आसपास उसकी मृत्यु हो गई उसके बाद पेशेंट के साथ आये तीमारदारों ने मेरे साथ मारपीट गाली-गलौज और मुझे जान से मारने की धमकी दी मैं चाहता हूं कि जो हमारा प्रोटेक्शन एक्ट है उसके तहत उन पर कार्यवाही हो।

बाइट डॉ सतीश कुमार।




Conclusion:वीओ3- वही डॉक्टर ध्यानी का कहना है कि इमरजेंसी में हर रोज हर तरह का मरीज आता है कोई सीरियस होता है कोई नार्मल होता है इलाज के दौरान किसी की मृत्यु हो जाती है इमरजेंसी में सिक्योरटी का इंतजाम न होने के कारण डॉक्टर को वहां पर कार्य करने में भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है हर समय मरीजों के साथ आये तीमारदारों मारपीट करने में उतारू हो जाते हैं कई लोग उसमें शराब के नशे में होते हैं हमारी मांग है कि हॉस्पिटल में सिक्योरिटी की व्यवस्था होनी चाहिए जो घटना देर रात को हुई हम उसकी निंदा करते आगे इस तरह की घटना ना हो इसलिए सुरक्षा की पूरी व्यवस्था की मांग करते हैं

विओ4- वही पूरे मामले पर कोतवाली प्रभारी मनोज रतूड़ी का कहना है कि अभी मुझे डॉक्टर ने बताया मेरे संज्ञान में मामला आया है, कि डॉक्टरों के साथ तीमारदारों ने मारपीट की है मैंने उनसे तहरीर ले ली है मुकदमा पंजीकृत कर लिया गया है डॉक्टर का मेडिकल किया जा रहा है जो भी वैधानिक कार्यवाही होगी वह की जाएगी अभी तक तहरीर में तीमारदार लिखा हुआ है अब कितने लोग हैं यह जांच के बाद ही बयानों में स्पष्ट हो पाएगा फिलहाल मारपीट की धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है चिकित्सालय में हमारे द्वारा रूटीन चेकिंग की जाती है घटना के बाद अगर चिकित्सालय में टिकट लगा दी जाएगी जिससे कि इस तरह की घटना पुनरावर्ती न हो।

विओ5- वहीं गौ सेवा आयोग व राज्य मंत्री पंडित राजेन्द्र अंथवाल ने कहा कि देर रात हुई चिकित्सालय की घटना की निंदा की, उन्होंने कहा कि इस तरह की घटना की पुनरावृत्ति ना हो, मारपीट किसी के साथ भी ठीक नहीं है लेकिन डॉक्टरों को भी अपना व्यवहार मरीजों के प्रति सही रखना चाहिए जिससे कि इस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति ना हो।

बाइट राजेन्द्र अंथवाल
Last Updated : May 6, 2019, 4:47 PM IST
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