श्रीनगर: पेयजल निगम श्रीनगर के क्लर्क की व्हाट्सएप पर फर्जी आईडी बनाकर उनके परिचितों से पैसों की डिमांड की जा रही है. इस कारण वह बेहद परेशानी में हैं. उन्होंने इस संबंध में कोतवाली प्रभारी को पत्र लिखकर उचित कार्रवाई किए जाने की मांग की है.
साइबर ठगी का शिकार हुआ पेयजन निगम कर्मी: उत्तराखंड पेयजल निगम निर्माण इकाई श्रीनगर में कार्यरत लिपिक भक्तदर्शन गैरोला ने बताया कि किसी साइबर ठग द्वारा मेरी फोटो और नाम का उपयोग कर मोबाइल नंबर 7855961011 से व्हाट्सएप पर फर्जी आईडी बनाई गई है. इस आईडी के माध्यम से वह व्यक्ति मेरे परिचितों से लगातार पैसों की डिमांड कर रहा है.
पेयजल निगम कर्मी के नाम से मांगे जा रहे पैसे: भक्तदर्शन ने बताया कि मंगलवार से मेरे मोबाइल पर लगभग जितने भी कांटेक्ट हैं, सारे नंबरों पर वह व्यक्ति पैसे मांग रहा है. इसकी सूचना स्क्रीनशॉट के माध्यम से मेरे कुछ परिचितों द्वारा मुझे दी जा रही है. यहां तक कि मेरे किसी परिचित ने कुछ पैसे भी इस व्यक्ति के खाते में ट्रांसफर करने की जानकारी दी है. उन्होंने कोतवाली प्रभारी को पत्र भेजकर साइबर सेल के माध्यम से इस संबंध में उचित कार्रवाई किए जाने की मांग की. साथ ही कहा कि मोबाइल नंबर 7855961011 को शीघ्र बंद किया जाए, ताकि समय रहते मेरे अन्य परिचितों से धनराशि प्राप्त न की जा सके और उन्हें साइबर ठगी होने से बचाया जा सके.
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साइबर ठगों से रहें सचेत: जिस तेजी से इंटरनेट का उपयोग बढ़ रहा है, इतनी ही तेजी से साइबर क्राइम भी बढ़ रहा है. साइबर अपराधी साइबर ठगी के लिए रोज नए-नए तरीके इजाद कर रहे हैं. ऐसे में हर किसी को साइबर ठगी से बचने के लिए बेहद सचेत रहने की आवश्यकता है. साइबर पुलिस, बैंकों आदि द्वारा समय-समय पर साइबर ठगी से बचने के लिए लोगों को विशेष दिशा निर्देश दिए जाते हैं. फिर भी लोग लापरवाही कर साइबर ठगी है का शिकार हो जाते हैं.