श्रीनगर: जोशीमठ भू-धंसाव के बाद अब श्रीनगर के लोग भी डरे सहमे हैं. यहां भी लोग अब डर के साये में जीने के लिए मजबूर हो गए हैं. यहां रेलवे निर्माण निगम की कार्यदायी संस्था ऋत्विक कंपनी द्वारा रेलवे टनल बनाने के लिए ब्लास्ट (Blasting for making railway tunnel in Srinagar) कर रही है. जिससे बड़ी संख्या में लोगों के घरों में बड़ी-बड़ी दरारें (cracks in srinagar houses) आ गई हैं. ऐसा ही हाल श्रीनगर, स्वीत, डुंगरीपंथ, जीएनटीआई ग्राउंड के पास रहने वाले लोगों का है. ब्लास्टिंग के कारण यहां के लोग लोग रात दिन डर के साये में जीने के लिए मजबूर हैं.
लोगों का कहना है कि अगर एक सप्ताह के अंदर रेलवे विकास निगम ब्लास्टिंग नहीं रोकी तो स्थानीय लोग आंदोलन करने के लिए मजबूर होना पड़ेगा. स्थानीय निवासी मुकुल चौधरी बताते हैं कि पिछले तीन साल से लगातार इस इलाके में सुरंग बनाने के लिए ब्लास्ट हो रहे हैं. जिससे उनके घरों में दरारें आ गयी हैं. इस बात की शिकायत स्थानीय विधायक से लेकर तमाम आधिकारियों से की गई, लेकिन आज तक उनकी कोई सुनवाई नहीं हुई.
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वहीं, स्थानीय शांता देवी और पीएल आर्य कहते हैं कि अब ब्लास्ट के कंपन के कारण उन्हें हमेश घबराहट रहती है. ब्लास्टिंग के कारण बच्चे भी डर जाते हैं. ब्लास्टिंग के कारण घरों के जमींदोज होने की आशंका रहती है. स्थानीय युवक अमित धनाई ने बताया वे ब्लॉस्टिंग बन्द करने को लेकर डीएम पौड़ी के सामने भी अपनी शिकायत रखेंगे. अगर उनकी समस्या का निदान नहीं किया गया तो सभी लोग सड़कों पर उतरकर आंदोलन करने के लिये मजबूर होंगे. जिसकी सारी जिम्मेदारी सरकार और प्रशासन की होगी.
इस मामले में उपजिलाधिकारी श्रीनगर अजय वीर सिंह ने कहा रेलवे विकास निगम को कम मात्रा में ब्लॉस्टिंग करने के लिए कहा गया है. साथ ही इस इलाके का जियोलॉजिकल सर्वे भी करवाया जा रहा है. रिपोर्ट आने के बाद ही ब्लॉस्टिंग को लेकर कोई निर्णय लिया जाएगा.