ETV Bharat / state

श्नीनगर: मोबाइल टावर के कार्य को लेकर विवाद, बंद कराया काम - श्रीनगर परिवहन निगम

श्रीनगर में परिवहन निगम के डिपो में किये गए एक गढ़े ने विवाद खड़ा कर दिया है. स्थानीय लोगों का कहना है कि यह गड्ढा एक निजी कंपनी का मोबाइल टावर लगाने के लिए बनाया गया था. नगर पालिका की माने तो टावर लगाने के संबंध में पालिका से कोई एनओसी नहीं ली गयी.

Srinagar Latest News
Srinagar Latest News
author img

By

Published : Apr 9, 2021, 5:21 PM IST

श्रीनगर: पौड़ी जनपद के श्रीनगर में परिवहन निगम के डिपो में किए जा रहे मोबाइल टावर के कार्य को लेकर लोगों ने अपना विरोध जाहिर किया है. बता दें, गड्ढे में एक निजी मोबाइल कंपनी ने टावर लगाने का कार्य किया जाना था, लेकिन इस विवाद के बाद अग्रिम आदेश तक टावर निर्माण को बंद करा दिया गया है.

मोबाइल टावर के कार्य को लेकर विवाद

दरअसल, काफी समय से परिवहन निगम के डिपो के परिसर में एक निजी कंपनी का टावर लगाने की प्रक्रिया के तहत कार्य चल रहा था. जिसका स्थानीय लोगों ने विरोध शुरू कर दिया. बताया जा रहा है कि परिवहन निगम ने टावर के लिए उक्त कंपनी को परमिशन दी थी. अब मामले में परिवहन निगम और नगरपालिका आमने-सामने आ गए हैं. नगर पालिका के अधिकारियों की मानें तो टावर लगाने के संबंध में पालिका से कोई एनओसी नहीं ली गयी.

पढ़ें- नहीं हटेगा प्राधिकरण, जटिल प्रक्रिया होगी सरल- बंशीधर भगत

मामले ने जब तूल पकड़ा तो टावर निर्माण पर रोक लगा दी गयी है. श्रीनगर डिपो में कार्यरत अशोक काला ने बताया कि उक्त कंपनी के पास टावर लगाने की परमिशन थी, जिसके कारण उन्हें कार्य करने दिया गया. जबकि नगरपालिका के अधिशासी अधिकारी राजेश नैथानी ने बताया कि टावर लगाने के संबंध में उनसे कोई एनओसी नहीं ली गयी है. उन्होंने बताया कि पूर्व में उक्त जगह पर मुख्यमंत्री की घोषणा के अनुसार मल्टीपल पार्किंग प्रस्तावित है, जिसकी डीपीआर बन चुकी है. उन्होंने कहा कि इस सम्बंध में परिवहन निगम से पत्राचार भी किया जायेगा.

श्रीनगर: पौड़ी जनपद के श्रीनगर में परिवहन निगम के डिपो में किए जा रहे मोबाइल टावर के कार्य को लेकर लोगों ने अपना विरोध जाहिर किया है. बता दें, गड्ढे में एक निजी मोबाइल कंपनी ने टावर लगाने का कार्य किया जाना था, लेकिन इस विवाद के बाद अग्रिम आदेश तक टावर निर्माण को बंद करा दिया गया है.

मोबाइल टावर के कार्य को लेकर विवाद

दरअसल, काफी समय से परिवहन निगम के डिपो के परिसर में एक निजी कंपनी का टावर लगाने की प्रक्रिया के तहत कार्य चल रहा था. जिसका स्थानीय लोगों ने विरोध शुरू कर दिया. बताया जा रहा है कि परिवहन निगम ने टावर के लिए उक्त कंपनी को परमिशन दी थी. अब मामले में परिवहन निगम और नगरपालिका आमने-सामने आ गए हैं. नगर पालिका के अधिकारियों की मानें तो टावर लगाने के संबंध में पालिका से कोई एनओसी नहीं ली गयी.

पढ़ें- नहीं हटेगा प्राधिकरण, जटिल प्रक्रिया होगी सरल- बंशीधर भगत

मामले ने जब तूल पकड़ा तो टावर निर्माण पर रोक लगा दी गयी है. श्रीनगर डिपो में कार्यरत अशोक काला ने बताया कि उक्त कंपनी के पास टावर लगाने की परमिशन थी, जिसके कारण उन्हें कार्य करने दिया गया. जबकि नगरपालिका के अधिशासी अधिकारी राजेश नैथानी ने बताया कि टावर लगाने के संबंध में उनसे कोई एनओसी नहीं ली गयी है. उन्होंने बताया कि पूर्व में उक्त जगह पर मुख्यमंत्री की घोषणा के अनुसार मल्टीपल पार्किंग प्रस्तावित है, जिसकी डीपीआर बन चुकी है. उन्होंने कहा कि इस सम्बंध में परिवहन निगम से पत्राचार भी किया जायेगा.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.