पौड़ी: आज पूरा देश अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार दिवस है. दुनिया भर में हर साल 10 दिसंबर को अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार दिवस मनाया जाता है. अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार दिवस के अवसर पर मंगलवार को गढ़वाल विश्वविद्यालय के छात्र-छात्राओं रैली निकालकर सभी को जागरूक किया. इस दौरान छात्राओं ने कहा कि एक दिन में मानवाधिकार की जानकारी देना संभव नहीं है. इसके लिए हमारी शिक्षा प्रणाली में थोड़ा सा बदलाव करने की आवश्यकता है. वहीं, प्रत्येक पुरुष और महिला अपने अधिकार से वंचित रहती है. जिसके लिए शिक्षा की मदद से जन-जन को जागरूक किया जा सकता है.
इस मौके पर विधि विभाग के शिक्षक के डॉ. रामप्रकाश ने बताया कि आज वर्तमान परिपेक्ष में महिलाओं बच्चों और पुरुषों के मानव अधिकारों का उल्लंघन हो रहा है. राज्य स्तर और केंद्रीय स्तर पर पर्याप्त कानून होने के बाद भी उन्हें लागू करने के लिए जो आयोग बनाए गए हैं, इनको केवल आदेश करने के अधिकार तो दे गए हैं. लेकिन लागू करने के अधिकार नहीं दिए गए हैं. जिसके चलते आज मानव अधिकारों का उल्लंघन हो रहा है. महिलाओं के लिए बनाए गए अधिकारों के बाद भी वह अपने अधिकारों का सही प्रयोग नहीं कर पा रही हैं. जिसके चलते आज वह समाज में स्वयं को असुरक्षित महसूस कर रही हैं.
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छात्रा किरन ने बताया कि मानव अधिकारों के लिए शिक्षा बहुत ही महत्वपूर्ण है. शिक्षा की मदद से शुरुआती दौर से मानव अधिकारों की जानकारी जन-जन तक पहुंचाई जा सकती है. एक दिन में मानव अधिकारों की महत्व को जाना संभव नहीं है. इसके लिए जन जागरुकता अभियान साथ-साथ जरूरी है.