पौड़ी: जिले में लंबे समय से चिकित्सालय में डॉक्टरों की भारी कमी चल रही है. ऐसे में स्थानीय लोगों द्वारा बार-बार मांग करने के बाद भी अस्पताल में डॉक्टरों की नियुक्ति नहीं हो पा रही है. वहीं, दूसरी ओर अस्पताल के मुख्य चिकित्सा अधिकारी खुद ही तीन महीने से बीमार चल रहे हैं. जिसके चलते जिला अस्पताल में स्वास्थ्य सेवाएं डगमगा रही हैं.
जानकारी के अनुसार मुख्य चिकित्सा अधिकारी बीमारी के चलते पिछले तीन महीने से अवकाश पर चल रहे हैं. वहीं, यमकेश्वर की विधायक रितु खंडूड़ी की ओर से जब अस्पताल का औचक निरीक्षण किया गया तो अधिकतर डॉक्टर नदारद पाए गए. ऐसे ही जनपद के विभिन्न स्थान हैं, जहां पर डॉक्टर होने के बावजूद भी वह अस्पताल में मौजूद नहीं है. जिससे जनपद की स्वास्थ्य सेवाएं पटरी से उतरती नजर आ रही है.
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वहीं, मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत का गृह जनपद होने के बावजूद भी पौड़ी में चिकित्सकों की भारी कमी चल रही है. वर्तमान में पौड़ी के चिकित्सालयों में 355 डॉक्टरों के पद स्वीकृत हैं. जिसमें से करीब 169 डॉक्टर ही कार्यरत हैं और 186 पद अभी भी रिक्त चल रहे हैं.
जिलाधिकारी पौड़ी धीराज सिंह गर्ब्याल ने बताया कि मुख्य चिकित्सा अधिकारी लंबे समय से बीमार चल रहे हैं. शासन से उनकी इस विषय पर बात हुई है और एक सप्ताह के अंदर मुख्य चिकित्सा अधिकारी अपने पद पर होंगे. वहीं, जनपद में बहुत से ऐसे अस्पताल हैं जहां पर डॉक्टरों के गायब होने की शिकायतें मिल रही हैं. उन स्थानों पर निरीक्षण करवाया जाएगा.