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पौड़ी: तीन माह से अवकाश पर हैं सीएमओ, इलाज के लिए भटक रहे मरीज

जनपद में लंबे समय से चिकित्सालयों में डॉक्टरों की भारी कमी चल रही है. वहीं, मुख्य चिकित्सा अधिकारी भी बीमारी के चलते तीन महीने से अवकाश पर हैं. जिसके चलते अस्पताल पहुंचने वाले मरीजों को खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.

shortage of doctors
पौड़ी में चिकित्सालयों में डॉक्टरों की भारी कमी
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Published : Jan 7, 2020, 7:11 PM IST

पौड़ी: जिले में लंबे समय से चिकित्सालय में डॉक्टरों की भारी कमी चल रही है. ऐसे में स्थानीय लोगों द्वारा बार-बार मांग करने के बाद भी अस्पताल में डॉक्टरों की नियुक्ति नहीं हो पा रही है. वहीं, दूसरी ओर अस्पताल के मुख्य चिकित्सा अधिकारी खुद ही तीन महीने से बीमार चल रहे हैं. जिसके चलते जिला अस्पताल में स्वास्थ्य सेवाएं डगमगा रही हैं.

डॉक्टरों की कमी से जूझ रहा जिला अस्पताल.

जानकारी के अनुसार मुख्य चिकित्सा अधिकारी बीमारी के चलते पिछले तीन महीने से अवकाश पर चल रहे हैं. वहीं, यमकेश्वर की विधायक रितु खंडूड़ी की ओर से जब अस्पताल का औचक निरीक्षण किया गया तो अधिकतर डॉक्टर नदारद पाए गए. ऐसे ही जनपद के विभिन्न स्थान हैं, जहां पर डॉक्टर होने के बावजूद भी वह अस्पताल में मौजूद नहीं है. जिससे जनपद की स्वास्थ्य सेवाएं पटरी से उतरती नजर आ रही है.

यह भी पढ़ें: श्रीनगर: क्षेत्र में तीन दिन विद्युत सेवा रहेगी बाधित, बढ़ सकती हैं उपभोक्ताओं की परेशानियां

वहीं, मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत का गृह जनपद होने के बावजूद भी पौड़ी में चिकित्सकों की भारी कमी चल रही है. वर्तमान में पौड़ी के चिकित्सालयों में 355 डॉक्टरों के पद स्वीकृत हैं. जिसमें से करीब 169 डॉक्टर ही कार्यरत हैं और 186 पद अभी भी रिक्त चल रहे हैं.

जिलाधिकारी पौड़ी धीराज सिंह गर्ब्याल ने बताया कि मुख्य चिकित्सा अधिकारी लंबे समय से बीमार चल रहे हैं. शासन से उनकी इस विषय पर बात हुई है और एक सप्ताह के अंदर मुख्य चिकित्सा अधिकारी अपने पद पर होंगे. वहीं, जनपद में बहुत से ऐसे अस्पताल हैं जहां पर डॉक्टरों के गायब होने की शिकायतें मिल रही हैं. उन स्थानों पर निरीक्षण करवाया जाएगा.

पौड़ी: जिले में लंबे समय से चिकित्सालय में डॉक्टरों की भारी कमी चल रही है. ऐसे में स्थानीय लोगों द्वारा बार-बार मांग करने के बाद भी अस्पताल में डॉक्टरों की नियुक्ति नहीं हो पा रही है. वहीं, दूसरी ओर अस्पताल के मुख्य चिकित्सा अधिकारी खुद ही तीन महीने से बीमार चल रहे हैं. जिसके चलते जिला अस्पताल में स्वास्थ्य सेवाएं डगमगा रही हैं.

डॉक्टरों की कमी से जूझ रहा जिला अस्पताल.

जानकारी के अनुसार मुख्य चिकित्सा अधिकारी बीमारी के चलते पिछले तीन महीने से अवकाश पर चल रहे हैं. वहीं, यमकेश्वर की विधायक रितु खंडूड़ी की ओर से जब अस्पताल का औचक निरीक्षण किया गया तो अधिकतर डॉक्टर नदारद पाए गए. ऐसे ही जनपद के विभिन्न स्थान हैं, जहां पर डॉक्टर होने के बावजूद भी वह अस्पताल में मौजूद नहीं है. जिससे जनपद की स्वास्थ्य सेवाएं पटरी से उतरती नजर आ रही है.

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वहीं, मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत का गृह जनपद होने के बावजूद भी पौड़ी में चिकित्सकों की भारी कमी चल रही है. वर्तमान में पौड़ी के चिकित्सालयों में 355 डॉक्टरों के पद स्वीकृत हैं. जिसमें से करीब 169 डॉक्टर ही कार्यरत हैं और 186 पद अभी भी रिक्त चल रहे हैं.

जिलाधिकारी पौड़ी धीराज सिंह गर्ब्याल ने बताया कि मुख्य चिकित्सा अधिकारी लंबे समय से बीमार चल रहे हैं. शासन से उनकी इस विषय पर बात हुई है और एक सप्ताह के अंदर मुख्य चिकित्सा अधिकारी अपने पद पर होंगे. वहीं, जनपद में बहुत से ऐसे अस्पताल हैं जहां पर डॉक्टरों के गायब होने की शिकायतें मिल रही हैं. उन स्थानों पर निरीक्षण करवाया जाएगा.

Intro:जनपद पौड़ी में लंबे समय से डॉक्टरों की कमी चल रही है वही बार-बार मांग करने के बाद भी डॉक्टरों की मांग को पूरा करने में सरकार कामयाब नहीं हो पा रही है। वहीं दूसरी ओर जनपद में स्वास्थ्य व्यवस्थाओं को दुरुस्त करने के लिए मुख्य चिकित्सा अधिकारी स्वयं ही 3 माह से बीमार चल रहे हैं जिससे कहीं ना कहीं स्वास्थ्य व्यवस्थाओं का डगमगाना भी लाजमी है। जानकारी के अनुसार मुख्य चिकित्सा अधिकारी पिछले 3 माह से चिकित्सा अवकाश पर चल रहे हैं। वहीं बीते रोज यमकेश्वर की विधायक रितु खंडूरी की ओर से जब अस्पताल का औचक निरीक्षण किया गया तो अधिकतर डाक्टर नदारद पाए गए ऐसे ही जनपद के विभिन्न स्थान है जहां पर डॉक्टर होने के बावजूद भी डॉक्टर बिना किसी अवकाश लिए ही नदारद चल रहे हैं जिससे कहीं ना कहीं स्वास्थ्य व्यवस्था पटरी पर उतर नहीं पा रही है।


Body:प्रदेश के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत का गृह जनपद होने के बावजूद भी पौड़ी में आज भी चिकित्सकों की कमी चल रही है वर्तमान में जनपद पौड़ी में 355 डॉक्टरों के पद स्वीकृत है जिसमें करीब 169 डॉक्टर ही कार्यरत है और 186 पद आज भी रिक्त चल रहे हैं। जनपद को संभालने के लिए मुख्य चिकित्सा अधिकारी स्वयं पिछले 3 माह से बीमार चल रहे हैं जिससे कि जनपद में डॉक्टरों पर देखरेख भी नहीं हो पा रही है। जिलाधिकारी पौड़ी धीराज सिंह ने बताया कि मुख्य चिकित्सा अधिकारी लंबे समय से बीमार चल रहे हैं और शासन से उनकी इस विषय पर वार्तालाप पूरी हो चुकी है और 1 सप्ताह के अंदर जनपद पौड़ी को नया मुख्य चिकित्सा अधिकारी मिल जाएगा जिसके बाद कहीं न कहीं उम्मीद जताई जाएगी कि जनपद में एक बार फिर स्वास्थ्य व्यवस्था पटरी पर उतर सके। वही जनपद में बहुत से ऐसे स्थान हैं जहां पर डॉक्टर के गायब होने की शिकायतें मिल रही है उन स्थानों पर निरीक्षण करवाने की बात कही है।
बाईट-धीराज सिंह(डीएम पौड़ी)


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