कोटद्वार: 2013 केदारनाथ आपदा में फसे यात्रियों को सुरक्षित पहुंचाने के लिए राष्ट्रीय राजमार्ग 534 की अहम भूमिका रही थी. राष्ट्रीय राजमार्ग 534 कोटद्वार से दुगड्डा के बीच कई जगह डेंजर जोन बने हैं. राजमार्ग पर पहाड़ी से बोल्डर गिरना खतरे के संकेत दे रहे हैं.
कोटद्वार-दुगड्डा के मध्य 15 किलोमीटर में एक दर्जन से अधिक डेंजर जोन बने हैं. कोटद्वार से निकलते ही सिद्धबली के पास पहाड़ी से पत्थर गिरने का खतरा बना रहता है. वहीं लालपुल के पास चट्टान से भूस्खलन का खतरा बना हुआ है. कोटद्वार से दुगड्डा के बीच बने डेंजर जोन पर विभाग द्वारा कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है.
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स्थानीय लोगों द्वारा कई बार राष्ट्रीय राजमार्ग 534 को आपदा के उपरांत चारधाम यात्रा मार्ग बनाने की मांग उठाई गई है. लेकिन आज तक सरकार द्वारा मार्ग को लेकर कोई कार्रवाई नहीं की गई है.
राष्ट्रीय राजमार्ग के जेई अरविंद जोशी ने कहा कि मार्ग पर पहाड़ से बोल्डर गिरने की सूचना मिली है. उन्होंने कहा कि जेसीबी मशीन खराब होने के कारण बोल्डर नहीं हटाये गये हैं. दूसरी जेसीबी मंगवाई गई है. जेसीबी आने के बाद बोल्डर हटाये जाएंगे. उन्होंने कहा कि लोगों को राष्ट्रीय राजमार्ग पर सावधानी से चलने की हिदायत दी गई है.