श्रीनगर: उत्तराखंड के पहाड़ी हिस्सो में जहां बर्फबारी के कारण सैलानियों का हुजूम उमड़ रहा है. वहीं, इस बार हाड़ कंपाने वाली ठंड ने स्थानीय लोगों का जनजीवन प्रभावित कर दिया है. श्रीनगर में न्यूनतम तापमान 6 डिग्री तक दर्ज किया गया था. धूप आने पर भी अधिकतम तापमान 14 डिग्री तक पहुंच जाने के बाद भी आम लोगों को ज्यादा राहत नहीं है. वहीं, रैन बसेरों में ठंड से बचने के कोई भी संसाधन उपलब्ध नहीं हैं. साथ ही यहां पर जानवरों ने डेरा डाल रखा है.
ठंड बढ़ने के कारण श्रीनगर में 11 बजे धूप खिल रही है. घने कोहरे के कारण बसें भी अपने समय से देरी में चल रही हैं. वहीं, प्रशासन और नगर पालिका की व्यवस्थाएं चौपट होने से गरीब लोगों का जनजीवन सबसे ज्यादा प्रभावित हुआ है. श्रीनगर में प्रशासन और पालिका द्वारा कुछ ही जगहों पर अलाव की व्यवस्था की गई है. इसके चलते स्थानीय लोग खुद ही व्यवस्था करके अलाव जलाकर ठंड से निजात पाने की कोशिश कर रहे हैं. वहीं, श्रीनगर में बनाये गए रैन बसेरो की हालत तो और भी खराब हैं. यहां न तो रजाई है और न ही कोई ठंड से बचने का साधन. वहीं, जानवरों ने इसे अपना ठिकाना बना रखा है.
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स्थानीय लोगों का मानना है कि इस बार श्रीनगर में हाड़ कंपा देने वाली रिकॉर्ड तोड़ ठंड श्रीनगर में पड़ रही हैं. वहीं, नगर पालिका अध्यक्षा पूनम तिवारी व्यवस्थाओं को ठीक बता रही है. उनका कहना है कि पालिका के नए वार्डों तक में अलाव की व्यवस्था की गई है.