श्रीनगर: किच्छा से दौड़ कर श्रीनगर पहुंची अंजू का लोगों ने जोरदार स्वागत किया. अंजू प्रदेश के 13 जनपदों में दौड़ कर 'बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ' का नारा दे रही हैं. अभी तक अंजू ने 2000 किलोमीटर की रेस पूरी कर ली है. अंजू हर दिन 35 से 50 किलोमीटर की दौड़ पूरी करती हैं. वहीं अंजू के श्रीनगर पहुंचने पर लोगों ने उनका फूल माला पहनाकर स्वागत कर हौसला अफजाई की.
किच्छा की रहने वाली अंजू बताती हैं कि जब उन्होंने ये कदम उठाया तो किसी ने उनका सपोर्ट नहीं किया. लेकिन जैसे-जैसे वो आगे बढ़ती रहीं, लोगों ने उनके जज्बे को समझा. अब लोग उनका खूब स्पोर्ट करते हैं. अंजू ने बताया कि उन्होंने किच्छा राजकीय पॉलिटेक्निक से कंप्यूटर साइंस में डिप्लोमा किया है. सरस्वती विद्या मंदिर किच्छा से उन्होंने हाईस्कूल की पढ़ाई पूरी की है. देवरिया इंटर कॉलेज से उन्होंने इंटर की पढ़ाई पूरी की. उनसे पूछा गया कि उन्होंने इस तरह का टास्क क्यों चुना तो उन्होंने बताया कि उनके क्षेत्र में लड़कियों को कम मौके मिलते हैं.
पढ़ें-सीएम धामी बोले- चारधाम यात्रा को सरल, सुगम और सुरक्षित बनाने के लिए सरकार प्रतिबद्ध
इसलिए उन्होंने इस सोच को बदलने का प्रयास किया. इसलिए उन्होंने दौड़ते हुए 'बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ' का नारा बुलंद किया. वहीं गौ सेवा संस्था के अध्यक्ष सूर्य प्रकाश नौटियाल ने कहा कि अंजू के जज्बे को सलाम है. जब उन्हें इस बारे में पता लगा तो उनकी टीम भी अंजू के साथ 6 से 10 किलोमीटर दौड़ते हुए श्रीनगर पहुंची. उन्होंने कहा कि इस लक्ष्य की प्राप्ति के लिए उनका संस्थान अंजू की हर संभव मदद करेगा. स्थानीय निवासी अनूप जोशी का कहना कि अंजू समाज का उत्थान कर रही हैं. साथ ही उनका प्रयास समाज को नई दिशा दे रहा है.