श्रीनगर: गढ़वाल विवि के भू-वैज्ञानिकों ने एक ऐसा जीव खोजा है, जिसकी अभी तक पहचान नहीं हो पाई है. वैज्ञानिकों को इस जंतु के जबड़े के निचले दांतों का जीवाश्म मिला है. जिससे अनुमान लगाया जा रहा है कि इसकी उत्पत्ति का समय 500 साल पहले रहा होगा. वैज्ञानिकों ने इस जंतु के जीवाश्म को कई जानवरों से मिलाने की कोशिश की, लेकिन अभी तक इसकी सही जानकारी नहीं मिल पाई है. इस जंतु का जीवाश्म भू-वैज्ञानिकों के लिए एक पहेली बन गया है, जिसे सुलझाने में सभी दिन-रात एक किए हुए हैं.
![Geologists of Garhwal University discovered 500 year old fossils](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/uk-pau-01-anokha-jiv-pkg-uk10034_22122020154235_2212f_1608631955_604.jpeg)
वैज्ञानिकों का मानना है कि इस जीव की उत्पत्ति का समय 500 साल पहले है. वैज्ञानिक इस जीव के बारे में अभी भी हैरत में हैं कि कैसे आज तक इस जीव के बारे में कुछ भी जानकारी नहीं मिल पाई है. वैज्ञानिक भी अचरज में हैं कि आखिर ये जीव है तो है क्या? वैज्ञानिक बस इतना बता सकें हैं कि ये मेमन है. ये जीवश्म वैज्ञानिकों को राजस्थान की खदानों से मिला है. वैज्ञानिक इस जंतु के बारे में पता करने में जुट गए हैं. वैज्ञनिकों ने इस जंतु को पहलिया नाम दिया है.
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गढ़वाल विवि के वरिष्ठ भू-वैज्ञानिक प्रो. आरएस राणा ने ईटीवी भारत से खास बातचीत में बताया कि ये जीवाश्म फिलहाल वैज्ञानिकों के लिए भी चुनौती बना हुआ है. पहलिया जीव का जीवाश्म किसी भी जीव से मेल नहीं खा रहा है. अनुमान है कि ये अपने आप में कोई नया जीव है, जिसकी खोज होना अभी बाकी है. इसीलिए इसका नाम पहलिया रखा गया है. उन्होंने बताया कि उनकी टीम इसके बारे में हर कोई जानकारी जुटाने में लगी है. इसके लिए गहन अध्ययन किया जा रहा है.