श्रीनगर: राजकीय मेडिकल कॉलेज प्रशासन ने पिछले दिन देर रात एमबीबीएस छात्रों के साथ हुई मारपीट की घटना पर कड़ा एक्शन लिया है. कॉलेज प्रशासन ने बैठक कर निर्णय लिया है की छात्रों की सुरक्षा के मद्देनजर एमबीबीएस का कोई भी छात्र टू-व्हीलर नहीं रखेगा. इस संदर्भ में एडमिशन के दौरान छात्र और अभिभावकों द्वारा शपथ पत्र भी दिए गए थे. जिस पर तत्काल कार्रवाई की इजाजत दी गई है.
स्थानीय युवकों ने छात्रों पर किया था हमला: इसके अलावा देर रात हॉस्टलों से बाहर रहने वाले छात्रों को हॉस्टल और कक्षाओं से तीन माह निलंबन की संस्तुति का निर्णय लिया गया है. एमबीबीएस छात्रों के लिए हॉस्टलों में जो-जो नियम हैं, उन पर तत्काल प्रभाव से कार्रवाई पालन कराने के निर्देश चीफ वार्डन और सुरक्षा कर्मियों को दिए गए हैं. बता दें कि श्रीनगर मेडिकल कॉलेज के एमबीबीएस छात्रों के ऊपर श्रीनगर घसिया महादेव के पास स्थानीय युवकों ने हमला कर दिया था. जिससे एमबीबीएस का एक छात्र घायल हो गया था.
वार्डन को सूचित किए बैगर छात्रों को नहीं जाने दिया जाएगा बाहर: उक्त घटना के बाद मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. सीएमएस रावत के निर्देशन में प्रभारी प्राचार्य डॉ. निरंजन कुमार गुंजन ने मेडिकल कॉलेज में चीफ वार्डन, वार्डन और सुरक्षा कर्मियों के साथ बैठक आयोजित की थी. जिसमें फैसला लिया गया की हॉस्टल की टाइमिंग के अनुसार बिना वार्डन को सूचित किए बैगर सुरक्षा गार्ड द्वारा छात्रों को बाहर ना जाने दिया जाए. वहीं, जिस सुरक्षा कर्मी द्वारा यह लापरवाही बरती गई है, उसके खिलाफ कॉलेज प्रशासन ने 1 दिन के निलंबन की कार्रवाई की है.
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नियमों की अवहेलना करने पर होगी अनुशासनात्मक कार्रवाई: मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. सीएमएस रावत ने कहा कि मेडिकल कॉलेज में एडमिशन के दौरान और एडमिशन होने के बाद छात्र-छात्रों को पूरी गाइडलाइन के बारे में बताया गया है. इसके बाद भी कोई छात्र देर रात हॉस्टलों से बाहर जाते हैं, तो ऐसे छात्रों के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने कहा कि छात्रों की सुरक्षा को देखते हुए अभिभावकों और छात्रों से शपथ पत्र भी लिया गया है.
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