पौड़ी: जिला मुख्यालय पौड़ी के विभिन्न अस्पतालों और कोविड केयर सेंटर समेत अन्य कार्यालयों में तैनात 155 आउटसोर्स कर्मियों पर गाज गिरनी तय है. जिले के विभिन्न कार्यालयों में तैनात इन कर्मियों को इस वित्तीय वर्ष के समाप्त होते ही यानी 31 मार्च को बाहर का रास्ता दिखा दिया जाएगा. ऐसे में यह संविदा कर्मचारी प्रदेश सरकार और जिला प्रशासन से अपनी पुनर्नियुक्ति और कॉन्ट्रैक्ट को बढ़ाने की मांग कर रहे हैं.
बता दें कि जिला अस्पताल समेत अन्य कार्यालयों में तैनात आउटसोर्स कार्मिकों को नौकरी से हटाये जाने के नोटिस मिलने के बाद ये कार्मिक मानसिक तनाव में हैं. ऐसे में नाराज कार्मिकों ने जिला अस्पताल में कार्यबहिष्कार शुरू कर दिया है. साथ ही आउटसोर्स कर्मचारियों ने मुख्य चिकित्सा अधिकारी से मुलाकात कर सेवा अवधि बढ़ाने की गुहार भी लगाई है. आउटसोर्स कार्मिक प्रीति, मालती, अंकिता, कुसुम ने कहा कि कोरोनाकाल की पहली, दूसरी व तीसरी लहर में अपने जीवन को खतरे में डालकर उन्होंने सेवाएं दी हैं. जबकि, इस अवधि में उन्हें बेहद कम मानदेय दिया गया.
उन्होंने कहा कि जब सरकार को मानव संसाधन की आवश्यकता थी तो उनसे काम लिया गया लेकिन मौजूदा समय में सभी कोविड-19 आउटसोर्स कर्मचारियों के कार्यो को अनदेखा कर उनको निकाला जा रहा है. उन्होंने कहा कि सरकार का यह आउटसोर्स कर्मचारियों के साथ सौतेला व्यवहार है. वहीं, आउटसोर्स कर्मचारियों ने सोमवार से आमरण अनशन करने की चेतावनी दी है.
वहीं, इस मामले में सीएमओ डॉ. प्रवीण कुमार का कहना है कि 30 सितंबर 2021 के शासनादेश के अनुसार इन सभी आउटसोर्स कर्मियों को एनएचएम के तहत तैनात किया गया था. सभी कर्मचारियों को निर्धारित तिथि के तहत ही सेवाएं लेने के निर्देश हुए थे, जो कि आगामी 31 मार्च को समाप्त हो रहे हैं.