हल्द्वानी: व्यापारिक प्रतिष्ठानों द्वारा घटतौली कर ग्राहकों की जेब पर डाका डाला जा रहा है. इस बात का खुलासा बाट-माप विभाग ने किया है. पिछले वित्तीय वर्ष 2020-21 में घटतौली के 1,378 मामले सामने आए हैं. बाट-माप विभाग (Haldwani Weights & Measures Department) ने इनके खिलाफ जुर्माने की कार्रवाई कर 18 लाख ₹70,000 का जुर्माना वसूला है. साथ ही विभाग द्वारा लाइसेंस फीस, सत्यापन, मूल्यांकन परीक्षण फीस के माध्यम से 6 करोड़ 73 लाख रुपए की राजस्व की प्राप्ति हुई है.
उप नियंत्रक बाट-माप विभाग कुमाऊं मंडल गोविंद सिंह रावत ने बताया कि सरकार द्वारा वित्तीय वर्ष 2021-22 के लिए पूरे प्रदेश से 5 करोड़ 55 लाख रुपए राजस्व वसूली (Haldwani Weights Measures Department Action) का टारगेट था. इसके सापेक्ष विभाग द्वारा बेहतर काम करते हुए 6 करोड़ 73 लाख रुपए राजस्व की प्राप्ति हुई है. वहीं इस वित्तीय वर्ष 2022-23 के लिए 5 करोड़ 97 लाख का टारगेट मिला है. इस बार सबसे अधिक ऑनलाइन मार्केटिंग पर कार्रवाई पर फोकस रहेगा. उन्होंने बताया कि वित्तीय वर्ष 2021-22 में कुमाऊं मंडल में कारोबारियों द्वारा घटतौली सहित मानक के अनुरूप नहीं पाए जाने पर 1,378 मामले पकड़े गए, जिनसे 18 लाख ₹70,000 का जुर्माना वसूला गया.
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उन्होंने बताया कि पकड़े गए मामलों में किराना दुकानदार, सस्ता गल्ला दुकानदार, मिठाई कारोबारी, पेट्रोल पंप, सरकारी विभाग, फैक्ट्री, सहित कई संस्थानों पर कार्रवाई की गई है. जिनके खिलाफ नोटिस और जुर्माने की कार्रवाई कर जुर्माना वसूला गया है. पिछले वित्तीय वर्ष में 54 पेट्रोल पंप, 144 सस्ता गल्ला विक्रेता, 40 सरकारी विभाग, 41 फैक्ट्री सहित कई संस्थानों पर घटतौली ओवर रेटिंग सहित कई अन्य मामलों में कार्रवाई की गई है.
उन्होंने बताया कि घटतौली सहित अन्य मामलों पर विभाग द्वारा लगातार कार्रवाई की जा रही है. टीम गठित कर समय-समय पर बड़ी-बड़ी कंपनियों के प्रोडक्ट पर मानक चेक करने का काम किया जा रहा है. कमियां पाए जाने पर उनके खिलाफ नोटिस और जुर्माने की कार्रवाई की जा रही है.