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नैनीताल: एक बार फिर चिंता का सबब बना नैनी झील का घटता जलस्तर

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Published : Nov 22, 2019, 6:57 PM IST

नैनी झील का घटता जलस्तर एक बार फिर चिंताजनक बना हुआ है. जिसके चलते पर्यटन सीजन के दौरान नगर में पीने के पानी की किल्लत हो सकती है. ऐसे में यहां कि स्थानीय जनता के साथ पर्यटकों को भी परेशानी का सामना करना पड़ सकता है.

चिंता का सबब बना नैनी झील का घटता जलस्तर.

नैनीताल: सर्दियों की शुरुआत होते ही नैनीझील का जलस्तर भी घटने लगा है. नवंबर माह में ही झील का जलस्तर लगभग 7 फीट कम हो गया है. पिछले कई सालों से नैनीझील का गिरता जलस्तर स्थानीय लोगों के साथ-साथ प्रशासन के लिए भी चिंता का सबब बना हुआ है.

बता दें कि विश्व प्रसिद्ध सरोवर नगरी की शान कही जाने वाली नैनीझील का जलस्तर तेजी से कम हो रहा है. जिससे आने वाले समय में नैनीताल वासियों के साथ-साथ यहां घूमने आने वाले पर्यटकों को भी दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है.

चिंता का सबब बना नैनी झील का घटता जलस्तर.

मौसम की बेरुखी के चलते इस साल कम मात्रा में बारिश हुई है, जिसके चलते नैनीझील पूरी तरह नहीं भर पाई. वहीं, अब सर्दियों की शुरुआत होते ही नैनीझील का जलस्तर पिछले साल की अपेक्षा करीब 2 फीट नीचे चला गया है. जो स्थानीय लोगों के साथ-साथ जिला प्रशासन के लिए भी चिंतनीय विषय है.

आंकड़ों के अनुसार नवंबर 2018 में करीब 2061 एमएम बारिश दर्ज की गई थी. जिसके बाद झील का जलस्तर 12 फिट से घटकर 9 फिट 0.2 इंच पहुंच गया था. वहीं, इस साल 1485 एमएम बारिश दर्ज की गई. जिसके चलते नवंबर 2019 में झील का जलस्तर करीब 7 फिट 0.5 इंच पहुंच गया है.

ये भी पढ़े: देवभूमि के इन पर्वतीय जिलों में झमाझम बारिश और बर्फबारी का अंदेशा

वहीं, इस, मामले को लेकर अधिशासी अभियंता सिंचाई विभाग हरीश चंद्र सिंह ने बताया कि झील के जलस्तर को घटने से रोकने के लिए सिंचाई विभाग रोस्टिंग का कार्य कर रहा है. जिसके तहत रोजना करीब 16 एमएलडी पेयजल आपूर्ति और अन्य कार्यों के लिए सप्लाई किया जा रहा है.

नैनीताल: सर्दियों की शुरुआत होते ही नैनीझील का जलस्तर भी घटने लगा है. नवंबर माह में ही झील का जलस्तर लगभग 7 फीट कम हो गया है. पिछले कई सालों से नैनीझील का गिरता जलस्तर स्थानीय लोगों के साथ-साथ प्रशासन के लिए भी चिंता का सबब बना हुआ है.

बता दें कि विश्व प्रसिद्ध सरोवर नगरी की शान कही जाने वाली नैनीझील का जलस्तर तेजी से कम हो रहा है. जिससे आने वाले समय में नैनीताल वासियों के साथ-साथ यहां घूमने आने वाले पर्यटकों को भी दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है.

चिंता का सबब बना नैनी झील का घटता जलस्तर.

मौसम की बेरुखी के चलते इस साल कम मात्रा में बारिश हुई है, जिसके चलते नैनीझील पूरी तरह नहीं भर पाई. वहीं, अब सर्दियों की शुरुआत होते ही नैनीझील का जलस्तर पिछले साल की अपेक्षा करीब 2 फीट नीचे चला गया है. जो स्थानीय लोगों के साथ-साथ जिला प्रशासन के लिए भी चिंतनीय विषय है.

आंकड़ों के अनुसार नवंबर 2018 में करीब 2061 एमएम बारिश दर्ज की गई थी. जिसके बाद झील का जलस्तर 12 फिट से घटकर 9 फिट 0.2 इंच पहुंच गया था. वहीं, इस साल 1485 एमएम बारिश दर्ज की गई. जिसके चलते नवंबर 2019 में झील का जलस्तर करीब 7 फिट 0.5 इंच पहुंच गया है.

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वहीं, इस, मामले को लेकर अधिशासी अभियंता सिंचाई विभाग हरीश चंद्र सिंह ने बताया कि झील के जलस्तर को घटने से रोकने के लिए सिंचाई विभाग रोस्टिंग का कार्य कर रहा है. जिसके तहत रोजना करीब 16 एमएलडी पेयजल आपूर्ति और अन्य कार्यों के लिए सप्लाई किया जा रहा है.

Intro:Summry

नैनी झील का घटता जल स्तर एक बार फिर बना चिंता का विषय, पर्यटन सीजन में पीने के पानी की हो सकती है किल्लत।

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नैनी झील के अस्तित्व पर एक बार फिर से खतरे के बादल मंडराने लगे हैं, क्यों कि नैनी झील का जलस्तर नवंबर माह में केवल 7 सीट रह गया है, पिछले कई सालों से नैनी झील का गिरता जलस्तर नैनीताल के स्थानीय लोगों के साथ-साथ प्रशासन के लिए भी चिंता का सबब बने हुए हैं, तेजी से गिर रहे नैनीताल की झील के जलस्तर को देखते हुए स्थानीय लोग भी चिंतित हैं।


Body:विश्व प्रसिद्ध सरोवर नगरी नैनीताल कि शान कही जाने वाली नैनी झील का जलस्तर एक बार फिर लगातार तेजी से कम होने लगा है जिससे आने वाले समय में नैनीताल वासियों के साथ-साथ यहां घूमने आने वाले पर्यटकों को भी काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ेगा,
मौसम की बेरुखी के चलते इस बार बारिश के कम होने की वजह से सरोवर नगरी नैनीताल की झील पूरी तरह नहीं भर सकी और नैनी झील का जलस्तर पिछले साल की अपेक्षा करीब 2 फीट कम है जो स्थानीय लोगों के साथ-साथ जिला प्रशासन के लिए भी चिंता का सबब बनने लगा है।


Conclusion:अगर आंकड़ों की बात की जाए तो
नवम्बर 2018 में झील का जल स्तर 9 फिट 0.2 इंच था और करीब 2061 एमएम बारीश दर्ज की गई थी,,,

नवम्बर 2019 में करीब 7 फिट 0.5 इंच और 1485 एमएम बारीश दर्ज की गई,,,

नवम्बर 2017 में झील का जल स्तर 7 फिट 55 इंच और बारीश करीब 3411 एमएम

नवम्बर 2016 में झील का जल स्तर 4 फिट 75 इंच और बारीश 4.75 दर्ज की गई थी।

अगर यही हालत रहे तो आने वाले पर्यटक सीजन में नैनीताल के पर्यटन व्यवसाय के साथ-साथ नैनीताल के स्थानीय लोगों के काम पर भी असर पड़ेगा,क्योंकि नैनीताल वासियों और यहां आने वाले पर्यटको के पीने के पानी का एक माध्यम केवल नैनी झील है।
अगर इसी तरह जलस्तर अभी से कम होने लगेगा तो आने वाले समय में पर्यटन का कारोबार भी इससे प्रभावित होगा।

वहीं झील के जल स्तर को रोकने के लिए नैनीताल सिंचाई विभाग के द्वारा रोस्टिंग की जा रही है,ताकि लोग कम पानी का प्रयोग करें, ताकि घटते झील के जल स्तर पर रोक लगाई जा सके।
आपको बता दें कि झील से रोस्टिंग के बावजूद भी रोज करीब 16 एमएलडी पानी पेयजल आपूर्ति व अन्य कार्य के लिए सप्लाई किया जाता है जिसके बावजूद भी झील का जलस्तर तेजी से गिर रहा है।

बाईट- हरीश चंद्र सिंह अधिशासी अभियंता सिंचाई विभाग।
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