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नैनीताल जनपद में वैक्सीनेशन की रफ्तार धीमी, 1.8% टीके बर्बाद - CMO Bhagirathi Joshi

उत्तराखंड स्वास्थ्य विभाग से मिले आंकड़ों के मुताबिक नैनीताल जनपद में वैक्सीनेशन की रफ्तार धीमी है. जनपद में 18+ के युवाओं का मात्र 8 फीसदी टीकाकरण और 45+ के लोगों का 62 फीसदी वैक्सीनेशन हुआ है.

Nainital Vaccination
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Published : Jun 11, 2021, 3:32 PM IST

हल्द्वानी: नैनीताल जनपद में वैक्सीनेशन की रफ्तार धीमी है. आंकड़ों के मुताबिक नैनीताल जनपद में अभी तक 3,07,744 कुल वैक्सीन डोज लगाई गई हैं. जानकारी के मुताबिक 45 साल से ऊपर 2,02,800 लोगों को पहली डोज, 67,872 लोगों को दूसरी डोज दी जा चुकी है.

नैनीताल जनपद में 18 साल से ऊपर के युवाओं को अभी तक मात्र 36,957 डोज लगाए गए हैं. जानकारी के मुताबिक 1.8 प्रतिशत डोज खराब हो चुकी हैं. आंकड़े बता रहे हैं कि 18+ के युवाओं को अभी तक मात्र 8 फीसदी जबकि 45 साल से ऊपर के 62% लोगों का वैक्सीनेशन हुआ है.

नैनीताल जनपद में वैक्सीनेशन की रफ्तार धीमी.

बता दें, नैनीताल जनपद की आबादी 12 लाख के आसपास है. सरकारी आंकड़ों के मुताबिक 18 साल से 44 साल के 4,84,954 लोगों का टीकाकरण किया जाना है, जबकि 44 साल से ऊपर के 2,74,728 लोगों को वैक्सीन लगाई जानी है. लेकिन वर्तमान में वैक्सीनेशन की रफ्तार धीमी है.

स्वास्थ्य विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक नैनीताल जनपद को अभी तक 3,27,200 वैक्सीन डोज मिले हैं. अधिकारियों का कहना है कि वैक्सीन के एक वॉयल में 10 डोज आती हैं. वॉयल के खुलने के बाद वैक्सीन की अवधि मात्र 4 घंटे की होती है. ऐसे में वैक्सीन का इस्तेमाल नहीं होने की स्थिति में वैक्सीन खराब हो जाती हैं.

पढ़ें- मायके में दूषित हो रही 'जीवनदायिनी', जानिए गंगा स्वच्छता की हकीकत

मुख्य चिकित्सा अधिकारी भागीरथी जोशी का कहना है कि वैक्सीनेशन को लेकर स्वास्थ्य विभाग गंभीर है. वैक्सीनशन की उपलब्धता के साथ टीकाकरण का काम चल रहा है. वैक्सीन कम होने के चलते कई सेंटरों को बंद किया गया है. जिसके चलते वैक्सीन लगाने की रफ्तार में कमी आई है.

वैक्सीन उपलब्ध होने के बाद टीकाकरण में आएगी तेजी- सीएमओ

मुख्य चिकित्सा अधिकारी का कहना है कि वैक्सीन उपलब्ध होने की स्थिति में वैक्सीनेशन के काम में तेजी आएगी. उन्होंने बताया कि वैक्सीन सेंटर पर वैक्सीन लगने की स्थिति में वैक्सीन का वेस्टेज होना स्वाभाविक है. उनके मुताबिक 1.8 प्रतिशत वैक्सीनेशन वेस्टेज होने के मामले सामने आए हैं, जिस को कम करने का काम किया जाएगा.

हल्द्वानी: नैनीताल जनपद में वैक्सीनेशन की रफ्तार धीमी है. आंकड़ों के मुताबिक नैनीताल जनपद में अभी तक 3,07,744 कुल वैक्सीन डोज लगाई गई हैं. जानकारी के मुताबिक 45 साल से ऊपर 2,02,800 लोगों को पहली डोज, 67,872 लोगों को दूसरी डोज दी जा चुकी है.

नैनीताल जनपद में 18 साल से ऊपर के युवाओं को अभी तक मात्र 36,957 डोज लगाए गए हैं. जानकारी के मुताबिक 1.8 प्रतिशत डोज खराब हो चुकी हैं. आंकड़े बता रहे हैं कि 18+ के युवाओं को अभी तक मात्र 8 फीसदी जबकि 45 साल से ऊपर के 62% लोगों का वैक्सीनेशन हुआ है.

नैनीताल जनपद में वैक्सीनेशन की रफ्तार धीमी.

बता दें, नैनीताल जनपद की आबादी 12 लाख के आसपास है. सरकारी आंकड़ों के मुताबिक 18 साल से 44 साल के 4,84,954 लोगों का टीकाकरण किया जाना है, जबकि 44 साल से ऊपर के 2,74,728 लोगों को वैक्सीन लगाई जानी है. लेकिन वर्तमान में वैक्सीनेशन की रफ्तार धीमी है.

स्वास्थ्य विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक नैनीताल जनपद को अभी तक 3,27,200 वैक्सीन डोज मिले हैं. अधिकारियों का कहना है कि वैक्सीन के एक वॉयल में 10 डोज आती हैं. वॉयल के खुलने के बाद वैक्सीन की अवधि मात्र 4 घंटे की होती है. ऐसे में वैक्सीन का इस्तेमाल नहीं होने की स्थिति में वैक्सीन खराब हो जाती हैं.

पढ़ें- मायके में दूषित हो रही 'जीवनदायिनी', जानिए गंगा स्वच्छता की हकीकत

मुख्य चिकित्सा अधिकारी भागीरथी जोशी का कहना है कि वैक्सीनेशन को लेकर स्वास्थ्य विभाग गंभीर है. वैक्सीनशन की उपलब्धता के साथ टीकाकरण का काम चल रहा है. वैक्सीन कम होने के चलते कई सेंटरों को बंद किया गया है. जिसके चलते वैक्सीन लगाने की रफ्तार में कमी आई है.

वैक्सीन उपलब्ध होने के बाद टीकाकरण में आएगी तेजी- सीएमओ

मुख्य चिकित्सा अधिकारी का कहना है कि वैक्सीन उपलब्ध होने की स्थिति में वैक्सीनेशन के काम में तेजी आएगी. उन्होंने बताया कि वैक्सीन सेंटर पर वैक्सीन लगने की स्थिति में वैक्सीन का वेस्टेज होना स्वाभाविक है. उनके मुताबिक 1.8 प्रतिशत वैक्सीनेशन वेस्टेज होने के मामले सामने आए हैं, जिस को कम करने का काम किया जाएगा.

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