हल्द्वानी: उत्तराखंड सरकार निजी संस्था के माध्यम से बुजुर्गों का ख्याल रखने जा रही है. योजना के अंतर्गत निजी संस्था प्रदेश के सभी बुजुर्गों को उनके घर पर ही स्वास्थ्य, देखभाल, पोषण के साथ-साथ उनको मनोरंजन आध्यात्मिक और धार्मिक सुविधा उपलब्ध कराएगी. ताकि बुजुर्ग अपने जीवन के अंतिम पड़ाव में अच्छी जिंदगी गुजर बसर कर सकें.
समाज कल्याण निदेशक विनोद गिरि गोस्वामी ने बताया कि समाज कल्याण विभाग ने एक विस्तृत कार्य योजना तैयार की है. जिस पर शासन ने अपनी मुहर लगा दी है. उत्तराखंड के करीब 9 लाख वरिष्ठ नागरिकों के लिए मोबाइल केयर यूनिट और फिजियोथैरेपी क्लिनिक के साथ-साथ बुजुर्गों की स्वास्थ्य की देखभाल की जाएगी. योजना के तहत मल्टी सर्विस सेंटर संचालित किए जाएंगे, जहां बुजुर्गों को मनोरंजन आध्यात्मिक और धार्मिक जानकारी मिल सकेगी.
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इसके अलावा उनके स्वास्थ्य और उनके पोषण आश्रय और जानमाल की सुरक्षा के लिए भी कार्य योजना तैयार की गई है. यही नहीं बुजुर्गों को स्वयं सहायता समूह के माध्यम से भी जोड़ा जाएगा. जिसमें बुजुर्ग एक साथ इकट्ठा होकर सामाजिक और रचनात्मक गतिविधियों से जुड़कर एकाकी जीवन से छुटकारा पा सकेंगे.
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उन्होंने बताया कि पूरी कार्य योजना के लिए शासन से मंजूरी मिल चुकी है. योजना को संचालित करने के लिए अनुभवी एजेंसियों की चयन प्रक्रिया की जा रही है. इसके लिए एजेंसियों से आवेदन मांगे गए हैं. जल्द ही इन सुविधाओं का फायदा प्रदेश के बुजुर्ग और वरिष्ठ नागरिकों को मिलना शुरू हो जाएगा.