हल्द्वानी/चमोली: अपनी विभिन्न मांगों को लेकर सरकार के खिलाफ दो दिनों की हड़ताल पर गए उपनल (उत्तराखंड पूर्व सैनिक कल्याण निगम) कर्मचारियों ने मंगलवार को सरकार के लिए बुद्धि शुद्धि यज्ञ किया. इस दौरान उपनल कर्मियों ने कहा कि सरकार पिछले 15 सालों से उनका शोषण कर रही है. यहीं कारण है कि अब उन्होंने आंदोलन का रास्ता अख्तियार कर लिया है.
हड़ताल पर बैठे उपनल कर्मियों का कहना है कि न तो उन्हें उचित मानदेय दिया जा रहा है और न ही उनको स्थायी नौकरी पर रखा जा रहा है. हाईकोर्ट ने उपनल कर्मचारियों के पक्ष में फैसला सुनाया था. लेकिन सरकार ने उसके खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में एसएलपी दायर कर दी. ऐसे में वे सरकार को नींद से जगाने के लिए बुद्धि शुद्धि यज्ञ कर रहे हैं. जिससे सरकार की बुद्धि काम करें और उपनल कर्मचारियों के भविष्य के बारे में सोच सकें.
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उपनल कर्मचारी ने सरकार को चेतावनी दी है कि अगर जल्द उनकी मांगें पूरी नहीं हुई तो एक सितंबर से पूरे प्रदेश में सारे कर्मचारी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले जाएंगे, जिसकी पूरी जिम्मेदारी सरकार की होगी. पहले कर्मचारियों ने चेतावनी दी है कि सरकार अगर उनकी मांगों को नहीं पूरा करती है तो आगामी विधानसभा चुनाव में बीजेपी को खामियाजा भुगतना पड़ेगा.
चमोली में किया गया बुद्धि शुद्धि यज्ञ: चमोली जिले के जिला मुख्यालय गोपेश्वर में भी उपनल कर्मियों ने सरकार की बुद्धि शुद्धि के लिए यज्ञ किया. इस दौरान उन्होंने सरकार के खिलाफ नारेबाजी भी की. उपनल कर्मियों का कहना है कि उनका दो दिवसीय शांतिपूर्ण धरना प्रदर्शन था.